बेटी को नया जीवन देने की आस में किडनी डोनेट करने के लिए एक पिता दिल्ली में नौकरी छोड़कर भोपाल आये थे. लेकिन भगवान को शायद यह मंजूर नहीं था इसलिए काउंसलिंंग के दौरान चक्कर आने से पिता की मौत हो गई।
भोपाल: बेटी को एक पिता अपनी किडनी देकर नया जीवन देने की आस में दिल्ली से भोपाल आये थे. लेकिन काउंसिलिंग के दौरान तबीयत खराब होने से अचानक चक्कर आ गए और पिता की मौत हो गई। हमीदिया अस्पताल में जांच के बाद डॉक्टर ने उन्हें मृत करार दे दिया। बताया गया कि अरुण कुमार (51 वर्ष) किडनी डोनेट करने से पहले की गई जांच की रिपोर्ट्स आ चुकी थी, जिसके बाद वह काउंसिलिंग (परामर्श) कर रहा था।
प्रायवेट कंपनी में काम करता था अरुण
कोहेफिजा थाना पुलिस ने Subkuz.com को बताया कि अरुण कुमार दिल्ली के गौतम बुद्ध नगर में रहते थे और वहीं पर एक प्रायवेट कंपनी में नौकरी करते थे। बीमारी के कारण उनकी बेटी की एक किडनी खराब हो गई थी तो पिता ने अपनी बेटी को किडनी देने का अहम फैसला किया। जिसके लिए वह दिल्ली से भोपाल आया था।
जानकारी के अनुसार बेटी का किडनी ट्रांसप्लांट का ऑपरेशन भोपाल के मशहूर हमीदिया अस्पताल में होना था। इसके लिए गांधी मेडिकल कालेज (जीएमसी) में डाक्टर्स की एक टीम उनकी काउंसलिंग कर रहा था। उसी दौरान उसे चक्कर आ गए और वह निचे गिर गया. डॉकटर ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने इस मामले को लेकर रिपोर्ट दर्ज कर ली हो और आगे की जांच भी शुरू कर दी हैं।
ब्लड और अन्य जांच की रिपोर्ट आई
जानकारी के मुताबिक गुरुवार (४ मार्च) को हमीदिया हॉस्पिटल में अरुण कुमार की ब्लड सहित अन्य प्रकार की जांचों की रिपोर्ट्स आने के बाद किडनी डोनेशन की तैयारी चल रही थी। किडनी ट्रांसप्लांट के पहले डॉक्टर्स का पैनल डोनर को परामर्श दे रहा था और ऑपरेशन के बाद कुछ दिनों तक बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में अरुण कुमार को जानकारी दे रहे थे।