सोमवार, 12 अगस्त को सुबह बिहार के जहानाबाद जिले में स्थित बाबा सिद्धेश्वर नाथ मंदिर में भगवान शिव के जलाभिषेक के लिए भक्तों की भारी भीड़ लगी हुई थी। जहां मंदिर की ओर जाने वाले रास्ते पर भगदड़ मच गई, जिसमें पुलिस द्वारा 7 लोगों की मौत की पुष्टि की गई है। जबकि लगभग 35 से अधिक लोग घायल हो गए।
Jehanabad: बिहार में सोमवार को एक दर्दनाक हादसा हुआ है। जहानाबाद जिले की एक ऐतिहासिक वाणावर नामक पहाड़ी पर स्थित बाबा सिद्धेश्वर नाथ मंदिर परिसर में अचानक भगदड़ मच गई, जिसमें सात श्रद्धालुओं की मौत हो गई। मृतकों में 5 औरतें 1 पुरुष व 1 बच्चा शामिल है, जबकि इस हादसे में 35 से अधिक लोग घायल हो गए हैं।
बताया जा रहा है कि मृतकों और घायलों की संख्या और अधिक बढ़ सकती है। यह घटना रात करीब 1 बजे घटित हुई है। चौथे सोमवार पर जलाभिषेक के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ लगी हुई थी।
भगदड़ में सात श्रद्धालुओं की मौत
मिली जानकारी के अनुसार, भगवान शिव के जलाभिषेक के लिए आए श्रद्धालुओं में से एक शिवभक्त की मंदिर परिसर की सीढ़ी पर एक फूल दुकानदार से लड़ाई झगड़ा हो गया, इस दौरान दुकानदार ने उस भक्त पर लाठी चला दी। इसी बीच दोनों में ज्यादा विवाद भड़ गया, जिससे मंदिर में भगदड़ मच गई।
इसके बाद श्रद्धालु इधर उधर भागने लगे। इस दौरान भीड़ में दबने से सात लोगों की मौत हो गई और 35 से अधिक लोग घायल हो गए। सूचना मिलने के 1 घंटे बाद पहुंची पुलिस ने सभी घायलों को मखदुमपुर के रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया, जहां चिकित्सकों ने 7 लोगों को मृत घोषित किया। डीएम अलंकृता पांडे ने 7 लोगों की मौत के साथ-साथ 9 लोगों के गंभीर रूप से घायल होने की जानकारी दी है।
मृतकों की हुई पहचान
पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, भगदड़ में 7 लोगों की हुई मौत के बाद मृतकों की पहचान की गई। जिसमें पूनम देवी, सुशीला देवी, निशा देवी, निशा कुमारी, प्यारे पासवान, राजू कुमार शामिल हैं। पुलिस ने बताया कि सभी मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए जहानाबाद पोस्टमार्टम हाउस में भेज दिया गया है।
लोगों ने बताई घटना की सच्चाई
घटना के दौरान वहां मौजूद लोगों ने बताया कि दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की अधिक भीड़ थी। मंदिर में प्रवेश करने के लिए भीड़ में शामिल लोग धक्कामुक्की कर रहे थे। इस के चलते एक दुकानदार व कांवड़िये के बीच झगड़ा हो गया, दुकानदार ने जैसे ही कांवडिये पर लाठी चलाई वैसे ही सभी लोग भागने लगे और भगदड़ होने लगी। लोगों का कहना था कि, यहां किसी प्रकार की सुरक्षा नहीं की हुई है। रविवार और सोमवार को यहां श्रद्धालुओं की काफी ज्यादा भीड़ रहती है। परन्तु सुरक्षा के नाम पर केवल 3 पुलिसकर्मी और एनसीसी (NCC) के बटालियन रहते हैं, जिस के कारण भीड़ नियंत्रित नहीं हो रही थी।
भगदड़ मचने से हुआ हादसा
घटना के दौरान मौजूद सेवन गांव के एक निवासी ने बताया कि किसी बात को लेकर फूल दुकनदार और कांवड़िये के बीच झगड़ा हो गया। जिसके बाद दुकनदार वालों ने डंडा चलाया जिससे भगदड़ होने लगी। भगदड़ के चलते कई लोग अपने परिवार वालो से लापता है, लेकिन यहां सुरक्षा व्यवस्था का कोई इंतजाम नहीं करवाया हुआ था। बताया कि 1 घंटे बाद पुलिस के जवान यहां पहुंचे तब तक घटना घटित हो चुकी थी।
पूछताछ में जुटी एसडीओ टीम
जहानाबाद के एसडीओ ने जानकारी देते हुए कहा कि यह घटना बड़ी दुखद है। हम इस घटना की जाँच पड़ताल कर रहे हैं। इस हादसे में कुल 7 लोगों की मौत हुई है और 35 से अधिक लोग घायल हो गए हैं। हम सभी के परिजनों से मिल रहे हैं और उनसे हर प्रकार की पूछताछ कर रहे हैं।