बिहार में अपराध पर लगाम लगाने वाले पुलिसकर्मियों और पदाधिकारियों को "स्पेशल प्रमोशन" दिया जाएगा। राजधानी के सरदार पटेल भवन के सभागार में मंगलवार (27 फरवरी) को आयोजित पुलिस दिवस समारोह में डीजीपी (Director General of Police) आरएस भट्टी ने पुलिस कर्मियों को छह बिंदुओं पर (मिशन मोड में) काम करने के निर्देश भी दिए हैं।
जानकारी के अनुसार डीजीपी ने कहां कि अपराध को नियंत्रण में करने के लिए हर तरह का जोखिम उठाने वाले पुलिसकर्मियों को नियमों से हटकर (आउट आफ टर्म प्रमोशन) पदोन्नति दी जाएगी। बताया कि कुछ सालों पहले यह व्यवस्था बंद हो गई थी, जिसे अब फिर से शुरू किया जा रहा है. उन्होंने अपराध की जड़ को समाप्त करने और कार्रवाई के लिए छह एजेंडे बताए।
डीजीपी ने पुलिसकर्मियों को दिए निर्देश
Subkuz.com के अनुसार पुलिस दिवस समारोह के दौरान डीजीपी ने बताया कि अपराध की जड़ पर चोट करने के लिए मुख्य 6 बिंदुओं में दियारा इलाके पर विशेष नजर, हथियार तस्करी के नेटवर्क पर प्रहार, 75 दिनों में आपराधिक मामलों की जांच, गांव और मोहल्लों में जनता से सीधा संवाद, थाने में आने वाले लोगों के साथ सही व्यवहार आदि शामिल हैं।
डीजीपी ने बताया कि वीडियो कांफ्रेंसिंग से जुड़े सभी थाना प्रभारी अपने-अपने क्षेत्र में मिशन मोड अनुपालन कराए। सभी थाने के पुलिसकर्मी इस मिशन को पूरा करने के लिए प्रण भी लेंगे। बताया कि राज्य में अपराधी बदलने के बाद भी अपराध रह जाता है. लेकिन अब अपराध और अपराधियों को मिशन सुरक्षा के तहत जड़ से उखाड़ फेकने का समय आ गया है. बताया कि दियारा इलाकों में काफी अपराध पनप रहा है. इसलिए यहा पर 42 कैम्प बनाए गए हैं।
अनुसंधानकर्ता को मिलेगा मोबाइल व लेपटॉप
जानकारी के अनुसार डीजीपी ने पुलिस अनुसंधान में तेजी लाने और तकनीक को बढ़ावा देने के लिए मिशन डिजिटल पुलिसिंग को लागू करने की बात कही है. तथा भविष्य में डिजिटल ट्रायल और अनुसंधान की व्यवस्था को लागू करेंगे। बताया कि जल्द ही किसी एक जिले का चयन कर मिशन डिजिटल पुलिसिंग को माडल के तौर पर स्थापित किया जाएगा। सभी थानों में बने डाटा सेंटर और इससे जुड़े चार हजार से अधिक अनुसंधानकर्ता (आइओ) को लैपटाप और मोबाइल दिया जाएगा।
इन बिंदुओं पर करना होगा फोकस
* पुलिस आपराधिक मामलों का अनुसंधान 270 दिन से घटा कर 75 दिन में करने का निर्देश।
* अवैध हथियार तस्करी पर कसेगी लगाम और अवैध बालू व शराब की सांठगांठ के धंधे पर होगा प्रहार।
* थाना में आने वाले लोगों की शिकायत पर तुरंत कार्रवाई हो और लोगों के प्रति व्यवहार और आचरण अच्छा रखें।
* गांव-मोहल्ले में अपनी पकड़ बढ़ाए तथा थाना क्षेत्र के कम से कम 50 लोगों को नाम और पता जानने का मिला टास्क।
* ट्रैफिक की समस्या का स्थायी समाधानहो और तकनीक का उपयोग कर ट्रैफिक सिस्टम को दुरुस्त किया जाए।
* 20 प्रतिशत थाना और उप-थाना की कमान महिला पुलिस पदाधिकारियों को दी जाएगी।
* थानों को महिला सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने का दिया निर्देश।
गृह मंत्री पदक से सम्मानित पुलिसकर्मी
जानकारी के अनुसार पुलिस दिवस समारोह के दौरान उत्कृष्ट कार्यों के वर्ष 2020 से 2022 तक के पुलिस पदाधिकारियों को गृह मंत्री पदक सम्मान दिया गया। इनमें एसपी ( Superintendent of Police) विनय तिवारी, बाबू लाल, योगेंद्र कुमार सैनी, कुमार आशीष, इंस्पेक्टर रामशंकर सिंह, विनय कुमार, मो. नेयाज अहमद, पुलिस निरीक्षक मनोज कुमार सैनी और गुलाम अहमद शामिल हैं।
बताया कि इसके अलावा पुलिस निरीक्षक राज नारायण, सुशांत कुमार और विजय प्रसाद सहित 2021 और 2022 के गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस समारोह में सराहनीय सेवा पदक पाने वाले पुलिसकर्मियों को पदक व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया है। इस समारोह के मौके पर डीजी प्रीती वर्मा, श्रीनिवासन और पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र कुमार आदि पुलिस पदाधिकारी मौजूद थे।