बिहटा एयरपोर्ट प्रोजेक्ट में आई बाधाएँ: सरकार के लिए चुनौतीपूर्ण हालात

बिहटा एयरपोर्ट प्रोजेक्ट में आई बाधाएँ: सरकार के लिए चुनौतीपूर्ण हालात
Last Updated: 15 अक्टूबर 2024

बिहटा एयरपोर्ट के रनवे विस्तार की सरकारी योजना का स्थानीय किसानों ने विरोध किया है। उनका कहना है कि यह योजना पूरी तरह से विध्वंसकारी है और उनकी जमीन छीनने का प्रयास है। किसानों ने मशाल जुलूस निकाला और सरकार को चेतावनी दी। रनवे विस्तार के लिए 190 एकड़ जमीन चिन्हित की जा रही है, जिससे कई गांव प्रभावित होंगे।

बिहटा (पटना): बिहटा एयरपोर्ट के लिए पश्चिम की ओर रनवे विस्तार की सरकार की योजना का किसानों ने कड़ा विरोध शुरू कर दिया है। सोमवार की देर शाम इसके विरोध में मशाल जुलूस निकाला गया। जुलूस कोरहर गांव से निकलकर बिहटा चौराहा तक पहुंचा, जहां किसानों ने सरकार को चेतावनी देते हुए अपनी सभा को समाप्त किया।

किसानों की प्रतिक्रियाएं: जमीन के लिए विरोध, विकास का समर्थन

किसानों ने सरकार की पश्चिम दिशा की ओर रनवे विस्तार योजना को विध्वंसकारी बताया है। उनका कहना है कि यह योजना उनके लिए गंभीर नुकसान लेकर आएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि वे विकास के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन अगर सरकार उनकी जमीन छीनने का प्रयास करेगी, तो वे इसका कड़ा विरोध करेंगे।

किसानों ने जोर देकर कहा कि वे हर स्तर पर इस योजना का विरोध करेंगे, चाहे वह सड़क पर हो या विधानसभा में। उनके इस आंदोलन में एकता दिखाई दे रही है, जिससे यह स्पष्ट है कि वे अपनी भूमि की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं।

190 एकड़ जमीन का सर्वे और ग्रामीणों पर प्रभाव

बिहटा में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के निर्माण की स्वीकृति के बाद, रनवे विस्तार के लिए 190 एकड़ जमीन चिन्हित करने के उद्देश्य से सर्वे किया जा रहा है। पहले किए गए सर्वे में एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने जो मास्टर प्लान सरकार को प्रस्तुत किया था, वह रनवे के पूर्व दिशा की ओर था और उस पर कार्रवाई लगभग पूरी हो चुकी थी।

हालांकि, अचानक से सर्वे को रोककर पश्चिम दिशा की ओर कराया जा रहा है, जिससे कोरहर, गोखुलपुर, मठिया और देवकली गांव के कुछ हिस्सों के लोग सीधे प्रभावित हो रहे हैं। इन गांवों की जनसंख्या हजारों में है, और सर्वे में लगभग 400 मकानों का भी आकलन किया गया है।

रनवे के इस विस्तार के लिए एनएच 30 और मनेर रजवाहा नहर को भी हटाना पड़ेगा, जिससे मनेर-बिहटा एनएच 30 के किनारे रहने वाले हजारों लोग प्रभावित होंगे। जब स्थानीय लोगों को इस रनवे विस्तार की जानकारी मिली, तब से उनमें सरकार के खिलाफ आक्रोश बढ़ गया है।

"हम किसी भी हालत में अपनी जमीन नहीं देंगे": किसान

किसानों और व्यवसायियों ने एकजुट होकर स्पष्ट किया है कि वे किसी भी हालत में अपनी जमीन सरकार को नहीं देंगे। उनका कहना है कि उन्होंने पहले भी दो बार अपनी जमीन बिहटा वायुसेना के लिए दी है और अब उनके पास पर्याप्त जमीन नहीं बची है। इस अवसर पर भाजपा नेता सहदेव राय, सोनू कुमार, वार्ड पार्षद सुमन चौहान, मनीष कुमार, अखिलेश कुमार, सुरेश गोप, रिंकू सिंह, जितेंद्र सिंह सहित कई प्रमुख लोग उपस्थित थे।

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