दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारी में आम आदमी पार्टी (AAP) ने एक और बड़ी राजनीतिक हलचल मचाई है। गुरुवार (5 दिसंबर) को दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की, जिसमें उन्होंने पूर्व बीजेपी विधायक जितेंद्र सिंह शंटी को आम आदमी पार्टी में शामिल होने की जानकारी दी। इस ऐतिहासिक कदम को दिल्ली विधानसभा चुनाव के दृष्टिकोण से अहम माना जा रहा है, क्योंकि शंटी की राजनीतिक पहचान और सामाजिक कामों के कारण उनका पार्टी में शामिल होना AAP के लिए एक बड़ी जीत साबित हो सकता हैं।
जितेंद्र सिंह शंटी का आप में स्वागत
अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "हमारी पार्टी को जितेंद्र सिंह शंटी जैसे नेता का साथ मिलना हमारे लिए एक बड़ी ताकत है। वह न केवल एक अनुभवशाली नेता हैं, बल्कि उनके द्वारा किए गए सामाजिक कार्यों और लोगों के लिए किए गए सेवा कार्यों ने उन्हें दिल्ली में एक विशेष पहचान दिलाई है।" उन्होंने कहा कि जितेंद्र सिंह शंटी का आम आदमी पार्टी में आना पार्टी को और भी मजबूत करेगा और आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव में पार्टी के लिए नए अवसर पैदा करेगा।
बीजेपी से AAP में क्यों शामिल हुए शंटी?
जितेंद्र सिंह शंटी ने 2013 में बीजेपी से विधायक का चुनाव लड़ा था, और इस दौरान उन्होंने अपनी पार्टी के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य किए थे। हालांकि, हाल के समय में वह BJP से नाखुश रहे और पार्टी में उनकी उपेक्षा से आहत महसूस कर रहे थे। दिल्ली में कोरोना महामारी के दौरान शंटी ने जो कार्य किए, वह उनके राजनीतिक करियर का महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुए। उन्होंने एम्बुलेंस मैन के रूप में हजारों लोगों की मदद की थी, जिसकी वजह से उन्हें इस नाम से जाना जाता है। उनकी इस सेवा भावना ने उन्हें दिल्लीवासियों का दिल जीत लिया।
अरविंद केजरीवाल ने इस बात को भी रेखांकित किया कि शंटी की एम्बुलेंस सेवा के कारण लाखों लोग इस महामारी से जूझने में सक्षम हुए। उनके कामों से यह साफ हो गया कि वह सिर्फ राजनीति तक सीमित नहीं हैं, बल्कि जनता के बीच एक मजबूत सामाजिक कड़ी के रूप में भी पहचाने जाते हैं।
पार्टी में उनका स्वागत
आम आदमी पार्टी के विधायक दुर्गेश पाठक ने भी इस मौके पर जितेंद्र सिंह शंटी का स्वागत किया। उन्होंने कहा, "जितेंद्र सिंह शंटी एक ऐसे नेता हैं जिन्होंने अपनी पूरी जिंदगी समाज सेवा में लगाई है। बीजेपी से बाहर आकर उन्होंने जिस तरह से आम आदमी पार्टी में शामिल होने का निर्णय लिया है, वह यह दर्शाता है कि शंटी जैसे नेता अब अपनी राजनीति को समाज सेवा से जोड़ना चाहते हैं।" पाठक ने यह भी कहा कि शंटी के आम आदमी पार्टी में शामिल होने से पार्टी को नया बल मिलेगा, खासकर चुनावी दृष्टिकोण से।
क्या है शंटी की राजनीति में अहमियत?
जितेंद्र सिंह शंटी का दिल्ली में राजनीतिक करियर एक प्रेरणा का स्रोत है। बीजेपी में रहते हुए उन्होंने कई महत्वपूर्ण कार्य किए, लेकिन पार्टी के भीतर बढ़ती असहमति और नकारात्मक माहौल के कारण उनका मन बीजेपी से उचाट हो गया। शंटी के राजनीति में शामिल होने के बाद, आम आदमी पार्टी को एक नई ताकत मिलेगी, क्योंकि शंटी की पहचान न केवल एक विधायक के रूप में है, बल्कि एक समाजसेवी के रूप में भी उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।
क्या प्रभाव पड़ेगा दिल्ली चुनाव पर?
अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी के लिए जितेंद्र सिंह शंटी का आम आदमी पार्टी में शामिल होना दिल्ली चुनाव 2025 में एक रणनीतिक कदम हो सकता है। शंटी के समर्थक दिल्ली में हर वर्ग और समुदाय में फैले हुए हैं, जो उनके योगदान और समाज सेवा को देखकर प्रभावित हुए हैं। शंटी के इस कदम से यह भी संदेश जाएगा कि AAP अब केवल एक राजनीतिक पार्टी नहीं, बल्कि समाज सेवा और जनहित के कार्यों में भी गहरी रुचि रखती हैं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में पार्टी को नई ऊर्जा मिल सकती है और शंटी जैसे नेताओं के पार्टी में शामिल होने से इस चुनाव में आम आदमी पार्टी के लिए नई संभावनाएं खुल सकती हैं।
जितेंद्र सिंह शंटी का आम आदमी पार्टी में शामिल होना न केवल पार्टी के लिए बल्कि दिल्ली के राजनीतिक परिप्रेक्ष्य में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह दिखाता है कि अब राजनीति सिर्फ सत्ता हासिल करने के लिए नहीं, बल्कि समाज की सेवा करने के लिए भी एक रास्ता बन रही है। शंटी का AAP में आना पार्टी के लिए एक नई ऊर्जा का संचार करेगा, और दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में इसका बड़ा असर देखने को मिल सकता हैं।