बीजेपी सरकार दिल्ली में मोहल्ला क्लीनिक का नाम बदलकर आयुष्मान आरोग्य मंदिर करने की योजना बना रही है। केंद्र सरकार क्लीनिक की स्थिति और स्वास्थ्य सेवाओं की जांच करेगी।
Delhi Mohalla Clinics: दिल्ली में 27 साल बाद विधानसभा चुनाव जीतकर बीजेपी सत्ता में आ गई है। हालांकि, अब तक मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा नहीं हुई है, लेकिन सूत्रों की मानें तो आने वाले दिनों में राजधानी में कई बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। खबरों के मुताबिक, बीजेपी सरकार आम आदमी मोहल्ला क्लीनिक का नाम बदलकर 'आयुष्मान आरोग्य मंदिर' (Ayushman Arogya Mandir) करने की योजना बना रही है।
मोहल्ला क्लीनिक की समीक्षा करेगी केंद्र सरकार
सूत्रों के अनुसार, केंद्र सरकार ने दिल्ली सरकार से मोहल्ला क्लीनिक की मौजूदा स्थिति पर रिपोर्ट मांगी है। इस रिपोर्ट के आधार पर यह तय किया जाएगा कि क्या इन क्लीनिकों को आयुष्मान आरोग्य मंदिर के रूप में बदला जा सकता है। साथ ही, स्वास्थ्य मंत्रालय मोहल्ला क्लीनिक में दी जा रही स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा करेगा और भ्रष्टाचार के आरोपों की भी जांच होगी।
आयुष्मान भारत योजना के तहत स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार
बीजेपी सरकार दिल्ली में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (AB-PMJAY) को लागू करने की दिशा में भी काम कर रही है। इस योजना के तहत 51 लाख लोगों को आयुष्मान भारत कार्ड जारी किए जाने की संभावना है। अगर मोहल्ला क्लीनिक को आयुष्मान आरोग्य मंदिर में बदला जाता है, तो उन्हें योजना के दिशानिर्देशों के अनुसार सेवाएं प्रदान करनी होंगी।
मोहल्ला क्लीनिक पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप
जनवरी 2025 में, दिल्ली के उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना ने मोहल्ला क्लीनिक में कथित फर्जी डायग्नोस्टिक टेस्ट के मामले में सीबीआई जांच के आदेश दिए थे। आरोप है कि ये टेस्ट निजी लैब्स को फायदा पहुंचाने के लिए किए गए थे। दूसरी ओर, आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में विभिन्न गैर-संचारी रोगों (NCDs) की स्क्रीनिंग की जाती है, जिसमें सर्वाइकल कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर और ओरल कैंसर की जांच शामिल होती है। पूरे भारत में 31 जनवरी 2025 तक 1,76,141 आयुष्मान आरोग्य मंदिर संचालित हो चुके हैं।
दिल्ली और पश्चिम बंगाल में अब तक लागू नहीं हुई आयुष्मान योजना
दिल्ली और पश्चिम बंगाल सरकार ने अब तक आयुष्मान भारत योजना को लागू नहीं किया है। यह योजना केंद्र सरकार की एक प्रमुख स्वास्थ्य योजना है, जिसके तहत हर साल 5 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा कवर प्रदान किया जाता है। इस योजना का लाभ 12.37 करोड़ गरीब परिवारों को दिया जाता है, जो देश की 40 प्रतिशत आर्थिक रूप से कमजोर आबादी का हिस्सा हैं।
वरिष्ठ नागरिकों के लिए भी विस्तार हुआ आयुष्मान भारत योजना का दायरा
हाल ही में, केंद्र सरकार ने इस योजना का विस्तार करते हुए 70 साल से अधिक उम्र के 6 करोड़ वरिष्ठ नागरिकों को भी इसमें शामिल कर लिया है, चाहे वे किसी भी आर्थिक वर्ग से हों। केंद्र सरकार चाहती है कि दिल्ली भी इस योजना को अपनाए ताकि गरीबों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें।
क्या दिल्ली सरकार उठाएगी नया कदम?
बीजेपी सरकार की इस नई योजना पर अभी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन अगर इसे लागू किया जाता है तो यह दिल्ली के स्वास्थ्य ढांचे में एक बड़ा बदलाव होगा। आने वाले दिनों में इस पर कोई ठोस निर्णय लिया जा सकता है।