Earthquake in Maharashtra: महाराष्ट्र के हिंगोली में महसूस किए गए भूकंप के तेज झटके, 4.6 मापी गई भूकंप की तीव्रता, कितना हुआ नुकसान?

Earthquake in Maharashtra: महाराष्ट्र के हिंगोली में महसूस किए गए भूकंप के तेज झटके, 4.6 मापी गई भूकंप की तीव्रता, कितना हुआ नुकसान?
Last Updated: 30 नवंबर -0001

महाराष्ट्र के हिंगोली में बुधवार सुबह 7:16 बजे भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। बता दें रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.6 मापी गई। भूकंप की तीव्रता इतनी ज्यादा थी कि लोग सोते हुए उठकर घरों से बाहर गए।

महाराष्ट्र: प्रदेश के हिंगोली में बुधवार (१० जुलाई) सुबह 7:16 बजे भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.6 मापी गई। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने Subkuz.com को इसकी जानकारी दी। भूकंप की तीव्रता इतनी ज्यादा थी कि लोग सोते हुए उठकर घरों से बाहर गए। अधिकारी ने बताया कि अभी तक किसी भी प्रकार की जान-माल की हानि की खबर नहीं मिली हैं।

कुछ महीने पहले भी आया था भूकंप

नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने जानकारी देते हुए बताया कि कुछ महीने पहले भी हिंगोली शहर में 10-12 मिनट के अंतराल में एक के बाद एक दो भूकंप आए थे। पहला झटका सुबह लगभग 6:11 बजे, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.3 मापी गई। वहीं दूसरा भूकंप सुबह करीब 6:22 बजे महसूस किया गया, जिसकी तीव्रता 3.6 मापी गई थी। उस दौरान कही-कहीं पर मकानों में दरार गई थी।

क्या हैं भूकंप के आने का कारण

नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने जानकारी देते हुए बताया कि भूकंप के आने में सबसे बड़ा रोल पृथ्वी की चार परतों का होता है। इन परतों को इनर कोर, आउटर कोर, मेंटल और क्रस्ट के नाम से जानते हैं। ये सारी परतें पृथ्वी के नीचे मौजूद प्लेट्स में प्रति दिन घूमती रहती हैं, लेकिन जब ये घूमते हुए आपस में टकराती हैं, तो पृथ्वी के नीचे तेज कंपन महसूस होता है। जब ये प्लेट्स एक जगह से दूसरी जगह खिसकती हैं तब लोगों को भूकंप के झटके महसूस होते हैं।अगर भूकंप की तीव्रता काफी ज्यादा होती है तो इसके झटके केंद्र बिंदु से भी काफी दूर तक महसूस किए जाते हैं। भूकंप आने के पीछे ग्लोबल वॉर्मिंग का भी अहम रोल रहता हैं।

 

 

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