हाथी और अन्य जंगली जानवर अक्सर भोजन-पानी की तलाश में इधर-उधर घूमते हुए ग्रामीण इलाकों में घुस जाते हैं। उसके बाद इन्हें ग्रामीणों द्वारा लकड़ी और अन्य अस्त्र से खदेड़कर वापस जंगल में भेजा जाता हैं।
रांची, इटकी: ग्रामीणों ने जंगली हाथियों के बार-बार गांव में घुसने से परेशान होकर उन्हें भगाने के लिए पुरे जंगल को ही आग लगा दी। इससे हरही विंधानी जाने वाले रस्ते के बीच स्थित पतरा जंगल धू-धू कर के दहक उठा। उसके बाद में उपस्थित चार जंगली हाथी आग लगने के बाद जान बचाकर अलग-अलग दिशाओं में आबादी वाले क्षेत्र की ओर भाग गए। बताया कि जंगल में आग बहुत ज्यादा भीषण हो गई और जंगल में रहने वाले अन्य जानवरों को भी बहुत परेशानी होने लगी हैं।
ग्रामीणों ने हाथियों को गांव से भगाया
स्थानीय लोगों ने Subkuz.com को बताया कि ग्रामीण ने बम-पटाखे फोड़, मोटरसाइकिल का साइलेंसर खोलकर, डीजे साउंड बजाकर और लकड़ियों से एक जंगली हाथी को मलार डैम तक खदेड़ कर लेकर गए। टोल प्लाजा स्थित मलार डैम में एक जंगली हाथी के घुसने के बाद दो जंगली हाथियों को बारीडीह गांव की ओर खदेड़ते हुए लेकर गए। तथा एक एक अन्य जंगली हाथी डरकर तिलकसूती गांव की ओर भाग गया।
हाथियों के डर से गांव में मची दहशत
ग्रामीणों ने Subkuz.com के पत्रकार को बताया कि पांच जंगली हाथियों का एक झुंड पिछले आठ दिनों से इटकी प्रखंड के रानीडीह स्थित काठी में अपना डेरा जमाए हुए है। इसके अलावा अन्य चार जंगली हाथियों का एक झुंड का इटकी क्षेत्र में प्रवेश करने से ग्रामीणों में में डर के मारे दहशत का माहौल बना हुआ है। ग्रामीणों ने बताया कि गुरुवार रात तकरीबन 10-11 बजे सी जंगली हाथियों ने जंगल की चारदीवारी के गेट को लात मारकर उसे पूरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया।