Ganderbal Terror Attack: मेस में खाना खा रहे श्रमिकों पर आतंकी हमला, आतंकियों ने 3 मिनट तक बिना रुके बरसाईं गोलियां

Ganderbal Terror Attack: मेस में खाना खा रहे श्रमिकों पर आतंकी हमला, आतंकियों ने 3 मिनट तक बिना रुके बरसाईं गोलियां
Last Updated: 1 दिन पहले

जम्मू-कश्मीर के सोनमर्ग में आतंकियों के हमले में सात लोग मारे गए और पांच घायल हुए। मृतकों में तीन बिहार, एक मध्य प्रदेश, एक पंजाब और दो जम्मू-कश्मीर के नागरिक हैं। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने हमले की निंदा की, जबकि उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने आतंकरोधी अभियान तेज करने का निर्देश दिया है।

जम्मू-कश्मीर में नई सरकार के गठन के केवल पांच दिन बाद, आतंकियों ने रविवार को सोनमर्ग में एक सामरिक शिविर पर हमला किया, जिसमें एक डॉक्टर समेत सात लोगों की जान चली गई और पांच अन्य घायल हुए। यह हमला श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित जेड मोड़ सुरंग परियोजना के शिविर पर किया गया, जहां आतंकियों ने अंधाधुंध गोलियां चलाईं। मृतकों में तीन लोग बिहार के, एक मध्य प्रदेश का, एक पंजाब का और दो स्थानीय निवासी जम्मू-कश्मीर के शामिल हैं। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस घातक हमले की कड़ी निंदा की है और कहा है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। वहीं, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सुरक्षा बलों को आतंकरोधी अभियान को तेज करने के निर्देश दिए हैं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

आतंकियों ने स्वचालित हथियारों से की अंधाधुंध फायरिंग

यह हमला जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के विधानसभा क्षेत्र गांदरबल में हुआ, जहां आतंकियों ने जेड मोड़ सुरंग के पश्चिमी मुहाने पर स्थित एक शिविर पर घातक हमला किया। हमला उस समय हुआ जब परियोजना में कार्यरत श्रमिक और अधिकारी रात आठ बजे अपनी मैस में खाना खाने के लिए एकत्र हो रहे थे। अचानक, आतंकियों ने परिसर के बाहरी हिस्से में घुसकर स्वचालित हथियारों से अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। इस हमले के दौरान, गोलियों की बौछार से परिसर में अफरा-तफरी मच गई और आठ से दस लोग खून से लथपथ होकर गिर पड़े। फायरिंग तीन मिनट तक चलती रही, जिसके बाद पास के शिविरों से सेना, सीआरपीएफ और पुलिस के जवान मौके पर पहुंचे। सुरक्षाबलों ने तुरंत घायलों को अस्पताल पहुंचाया, लेकिन दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि अन्य पांच ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। इस वीभत्स हमले ने क्षेत्र में फिर से आतंक के साए को बढ़ा दिया हैं।

घटनास्थल पर सूचना देने के लिए किया गया फोन

आतंकियों के भाग जाने के बाद शिविर में मौजूद श्रमिकों ने तुरंत अधिकारियों और नजदीकी सुरक्षा चौकियों को फोन कर घटना की सूचना दी। सुरक्षाबल वहां पहुंचने से पहले ही आतंकियों का फरार होना सुनिश्चित कर चुके थे। घायल श्रमिकों को अन्य लोगों के सहयोग से अस्पताल भेजा गया।कश्मीर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक, वीके बिरदी ने पुष्टि की कि यह हमला सुरंग निर्माण में लगे एक निजी कंपनी के श्रमिकों के शिविर पर हुआ था। उन्होंने बताया कि शिविर के पास घना जंगल भी है, जो आतंकियों को छिपने में मदद कर सकता है, जिससे क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं।

उमर अब्दुल्ला ने सोनमर्ग आतंकी हमले की कड़ी निंदा की

जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सोनमर्ग में एक परियोजना के शिविर पर हुए आतंकी हमले की निंदा की है। उन्होंने कहा कि यह हमला निहत्थे और निर्दोष लोगों पर किया गया है, जो बेहद दुखद है। मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी सरकार दोषियों को बख्शने का इरादा नहीं रखती और हमलावरों को उचित सजा दिलाने का आश्वासन दिया। उन्होंने सुरक्षा बलों की तत्परता की सराहना की, जिन्होंने घायलों की मदद की।

 आतंकवाद पर सख्त कार्रवाई का आश्वासन

उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन देते हुए कहा है कि ऐसे कृत्यों से सख्ती से निपटा जाएगा। उन्होंने आतंकरोधी अभियान को तेज करने का निर्देश दिया और लोगों को विश्वास दिलाया कि इस घृणित कृत्य के जिम्मेदारों को बख्शा नहीं जाएगा। सिन्हा ने कहा कि पूरा देश इस समय पीड़ित परिवारों के साथ एकजुटता से खड़ा है और कुछ तत्व हालात को बिगाड़ने की साजिश कर रहे हैं।

अमित शाह हमलावरों को मिलेगा कठोर जवाब

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के सोनमर्ग में हुए आतंकवादी हमले की निंदा करते हुए कहा है कि इस जघन्य कृत्य के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने आश्वासन दिया कि सुरक्षा बल उन्हें कठोरतम जवाब देंगे। इस अत्यंत दुःख की घड़ी में शाह ने मृतकों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की। उनका यह बयान आतंकवाद के खिलाफ भारत की संकल्पित नीति को दर्शाता हैं।

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