हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस पार्टी ने अपने 34 उम्मीदवारों की सूची को अंतिम रूप दे दिया है। यह निर्णय हरियाणा कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी की छह दिन तक चली बैठकों के बाद लिया गया। इस दौरान विभिन्न उम्मीदवारों की संभावनाओं पर चर्चा की गई और अंततः सहमति बनी। हालांकि, समलखा और महेंद्रगढ़ सीट पर टिकट को लेकर कुछ पेंच फंसे हुए हैं, जिनका हल अभी तक नहीं निकल पाया है। कांग्रेस के नेता दीपक बाबरिया ने जानकारी दी कि मंगलवार को सभी 90 सीटों के लिए उम्मीदवारों का निर्धारण किया जाएगा, जिससे पार्टी का चुनावी माहौल और अधिक स्पष्ट हो सकेगा।
चंडीगढ़: हरियाणा कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी की छह दिन चली बैठकों के बाद सोमवार को केंद्रीय चुनाव समिति ने राज्य की 34 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवारों का चयन कर लिया है। इस सूची में 22 मौजूदा विधायकों के नाम शामिल हैं, जो पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण संकेत है कि वे अपनी स्थिति को बनाए रखने का प्रयास कर रहे हैं। स्क्रीनिंग कमेटी ने 49 विधानसभा सीटों पर एकल नाम का पैनल केंद्रीय चुनाव समिति के सामने रखा। हालांकि, इसमें से 15 नामों पर सहमति नहीं बन पाई, और इन्हें मंगलवार को फिर से होने वाली केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में चर्चा के लिए छोड़ दिया गया हैं।
इससे यह संकेत मिलता है कि कुछ सीटों पर उम्मीदवार चुनने में अभी भी विवाद और चर्चा होनी बाकी है। कांग्रेस के लिए यह चुनाव महत्वपूर्ण है, और पार्टी अपनी कार्यशैली और प्राथमिकताओं को स्पष्ट करके चुनावी मैदान में उतरेगी। आगे की बैठक में तय की जाने वाली उम्मीदवारों की सूची यह तय करेगी कि कांग्रेस हरियाणा में अपनी राजनीतिक रणनीति को कैसे लागू करती हैं।
आज 60 सीट पर उम्मीदवारों के नाम हो सकते है घोषित
जानकारी के मुताबिक कांग्रेस केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में मंगलवार को लगभग 60 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवारों के फाइनल होने की उम्मीद है, जिसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी महाराष्ट्र के दौरे पर जाएंगे। इनकी वापसी पर 6 सितंबर को केंद्रीय चुनाव समिति की तीसरी बैठक होगी, जहां और भी उम्मीदवारों पर चर्चा की जाएगी। नई दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में हुई केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में हरियाणा की ओर से पार्टी प्रभारी दीपक बाबरिया के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान भी शामिल हुए।
इस बैठक में हरियाणा विधानसभा चुनाव की तैयारियों और उम्मीदवारों के चयन पर गहन चर्चा की गई। कांग्रेस के लिए यह चुनाव महत्वपूर्ण है और पार्टी अपने सहयोगियों के साथ मिलकर एक मजबूत टीम बनाने की कोशिश कर रही है ताकि विधानसभा चुनाव में प्रभावी ढंग से मुकाबला किया जा सके। यह देखना दिलचस्प होगा कि आगामी दिनों में और कितने उम्मीदवारों की घोषणा की जाती है और कैसे पार्टी अपनी चुनावी रणनीति को आगे बढ़ाती हैं।
24 विधायकों को मिल सकती है टिकट
केंद्रीय चुनाव समिति की पहली बैठक में मौजूदा 28 विधायकों के निर्वाचन क्षेत्रों पर विचार-विमर्श किया गया, जिसमें 23 से 24 विधायकों को टिकट देने पर सहमति बन गई है। हालांकि, समालखा से धर्म सिंह छौकर और महेंद्रगढ़ से राव दान सिंह के टिकट को लेकर पेंच फंसा रहा है। पार्टी प्रभारी दीपक बाबरिया ने इन दोनों उम्मीदवारों के खिलाफ विभिन्न प्रकार के फीडबैक के आधार पर उनका समर्थन नहीं करने का निर्णय लिया। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने राव और छौकर दोनों को टिकट देने के लिए जोरदार पैरवी की हैं।
बैठक में राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल, स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन अजय माकन और कमेटी के अन्य तीन सदस्य शामिल हुए। यह स्थिति कांग्रेस पार्टी के लिए चुनौतीपूर्ण है, क्योंकि पार्टी को गठबंधन, उम्मीदवारों के चयन और स्थानीय नेताओं के समर्थन पर ध्यान देना होगा ताकि विधानसभा चुनाव में सफलता प्राप्त की जा सके। इस प्रकार आगे की बैठकें यह तय करेंगी कि पार्टी किस तरह से अपने दृष्टिकोण को संतुलित करती है और टिकट वितरण में विवादों को कैसे सुलझाती हैं।
हुड्डा और बृजेंद्र सिंह अपनी पुराणी सीट से लड़ेंगे चुनाव
केंद्रीय चुनाव समिति की हालिया बैठक के बाद, पार्टी के वरिष्ठ नेता टीएस सिंहदेव ने जानकारी दी कि 49 सीटों पर चर्चा हुई है, जबकि बाकी 41 सीटों पर मंगलवार को मंथन किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा अपनी पुरानी सीट गढ़ी-सांपला-किलोई से चुनाव लड़ेंगे, जो उनके राजनीतिक करियर के लिए महत्वपूर्ण है। इसके अलावा, पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह के बेटे और पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह को उचाना कलां से टिकट प्रदान किया गया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी उदयभान भी होडल से विधानसभा चुनाव में भाग लेंगे।
अंबाला कैंट से पूर्व मंत्री चौधरी निर्मल सिंह की बेटी चित्रा सरवारा और बड़खल से पूर्व मंत्री महेंद्र प्रताप सिंह के बेटे विजय प्रताप सिंह को भी पार्टी टिकट मिलने की उम्मीद है। इन उम्मीदवारों के चयन से कांग्रेस पार्टी को हरियाणा में अपने चुनावी अभियान को मजबूत करने में मदद मिलेगी, जिससे पार्टी अपनी नींव को फिर से मजबूत करने का प्रयास कर रही है। आगे की प्रक्रिया में और भी उम्मीदवारों की घोषणा होगी, जिससे पार्टी का चुनावी चेहरा स्पष्ट होगा।