लिट्टीपाड़ा के विधायक दिनेश विलियम मरांडी ने शुक्रवार को हिरणपुर में आयोजित एक चुनावी सभा में अपने समर्थकों के साथ भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) में शामिल हो गए। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिनेश मरांडी का माला पहनाकर स्वागत किया।
रांची: शुक्रवार को हिरणपुर स्थित फुटबाल मैदान में आयोजित चुनावी सभा में लिट्टीपाड़ा के विधायक दिनेश विलियम मरांडी ने अपने समर्थकों के साथ भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) जॉइन कर लिया। इस मौके पर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें माला पहनाकर पार्टी में स्वागत किया। अपने संबोधन में केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा, "दिनेश मरांडी का पार्टी में हार्दिक अभिनंदन है। आप एक निडर नेता हैं और आपने जनहित के मुद्दों पर झामुमो से खुलकर लड़ाई लड़ी है। भाजपा में आपके आगमन पर हम तहे दिल से स्वागत करते हैं।"
दिनेश मरांडी ने कहा कि
दिनेश मरांडी ने भी इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा, "झामुमो को मेरे पिता स्वर्गीय साइमन मरांडी ने बड़े संघर्ष के बाद स्थापित किया था, लेकिन आज पार्टी में बाहरी तत्वों का हावी हो गया है। मुझे बिना किसी पूर्व सूचना के इस विधानसभा क्षेत्र के टिकट से वंचित कर दिया गया। जब मैंने यह सवाल उठाया कि मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन झारखंड के नहीं बल्कि बंगाल के पुरुलिया के निवासी हैं, तो उसी बयान के आधार पर मेरे खिलाफ कार्रवाई की गई। झामुमो का शीर्ष नेतृत्व हमेशा जनता को धोखा देने का काम कर रहा है। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन दलालों से घिरे हुए हैं और लोगों को मतदान के लिए धमकाया जा रहा हैं।"
3 नवंबर को मंडल मुर्मू ने दिया था झामुमो को झटका
रविवार की रात देवघर में गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे के आवास पर आयोजित एक कार्यक्रम में मंडल मुर्मू भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) में शामिल हो गए। इस अवसर पर झारखंड भाजपा के चुनाव प्रभारी और केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, चुनाव सह प्रभारी और असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा, झारखंड भाजपा के संगठन प्रभारी डॉ. लक्ष्मीकांत बाजपेयी, भाजपा के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रविंद्र राय और गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने मंडल मुर्मू का भव्य स्वागत किया।
इस घटना को लेकर राजनीतिक हलकों में शह-मात का खेल चलने की चर्चा हो रही है, क्योंकि यह कदम दोनों दलों के लिए महत्वपूर्ण रणनीतिक बदलाव का संकेत देता है। मंडल मुर्मू का भाजपा में शामिल होना, राज्य की राजनीति में नए समीकरणों का निर्माण कर सकता है, और भाजपा के लिए यह एक बड़ी राजनीतिक बढ़त भी साबित हो सकती हैं।