Lok Sabha Election 2024: आखरी चरण में बिहार की आठ सीटों पर होगा मतदान, तीन सीटों पर देखने को मिलेगा त्रिकोणीय मुकाबला; इन पर टिकी सबकी निगाहें

Lok Sabha Election 2024: आखरी चरण में बिहार की आठ सीटों पर होगा मतदान, तीन सीटों पर देखने को मिलेगा त्रिकोणीय मुकाबला; इन पर टिकी सबकी निगाहें
Last Updated: 30 मई 2024

लोकसभा चुनाव 2024 के आखिरी चरण में बिहार की आठ सीटों पर मतदान होंगे। इसमें काराकाट, जहानाबाद और बक्सर पर त्रिकोणीय मुकबला देखने को मिलेगा। इसलिए इन सीट पर सबकी नजरे टिकी हुई हैं।

पटना: लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण में बिहार की आठ सीटों में से तीन सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा। इसलिए काराकाट, जहानाबाद और बक्सर सीट पर सबसे अधिक लोगों की नजरें टिकी हुई हैं। इस त्रिकोणीय में शमल उम्मीदवार मुकाबला जीतने की क्षमता रखता हो या नहीं, लेकिन हराने में निर्णायक भूमिका अदा कर सकते हैं। ऐसे में वोटों की सेंधमारी रोकना विभाग के लिए बड़ी चुनौती है। यही कारण है कि अंतिम समय में राजग और महागठबंधन के उम्मीदवार अपनी पूरी ताकत चुनाव प्रचार में लगा दी हैं। बताया कि अंतिम चरण में सबसे रोचक चुनावी मुकाबला काराकाट में देखने को मिलेगा।

काराकाट में रोचक लड़ाई

सूत्रों ने Subkuz.com को बताया कि आखरी चरण के चुनाव में सबसे रोचक मुकाबला काराकाट सीट पर देखने को मिलेगा। राष्ट्रीय लोक मोर्चा (रालोमो) के उपेंद्र कुमार कुशवाहा यहां राजग से उम्मीदवार हैं, जिनका मुकाबला महागठबंधन के राजा राम सिंह कुशवाहा (भाकपा माले ) से होगा। दोनों कुशवाहा नेताओं के बीच भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह की निर्दलीय उम्मीदवारी सुर्खियां बटोरने में लगी हुई हैं। पवन सिंह और उनके समर्थन में चुनाव प्रचार के लिए आने वाले भोजपुरी सितारों को देखने-सुनने के लिए बड़ी भीड़ जमा हो रही है। यह भीड़ वोट में कितना दम दिखाती है, यह तो चुनाव के बाद पता चलेगा। इसकी काट के लिए दोनों गठबंधनों की ओर से प्रमुख स्टार प्रचारकों के साथ राजपूत समाज के नेताओं को भी काराकाट में चुनाव प्रचार करने के लिए उतारा गया हैं। निर्दलीय उम्मीदवार को मिलने वाला वोट निर्णायक साबित हो सकता हैं।

जहानाबाद में पुराने दावेदार मैदान में

जहानाबाद में इस बार के लोकसभा चुनाव में पुराने उम्मीदवारों के बीच ही मुकाबला होगा। जनता दल (यूनाइटेड) से चंदेश्वर प्रसाद और राष्ट्रीय जनता दल से सुरेंद्र प्रसाद यादव के बीच मुकाबला हैं. तथा बहुजन समज पार्टी के हाथी पर सवार डा. अरुण कुमार दोनों पर हमला बोल रहे हैं। अरुण कुमार पिछली बार 34 हजार 489 वोट ही ले पाए मगर यह वोट इसलिए निर्णायक साबित हुए क्योंकि यहां जीत-हार का अंतर महज 1751 मतों का रहा था। जदयू के चंदेश्वर प्रसाद तीन लाख 35 हजार 658 वोट पाकर जीत हासिल की थी तो सुरेंद्र यादव तीन लाख 33 हजार 985 वोट लेकर दूसरे स्थान पर काबिज रहे थे।

बक्सर में निर्दलियों से मिलेगी चुनौती

बक्सर में निर्दलिय उम्मीदवारों ने दोनों गठबंधनों के उम्मीदवारों की तेज गर्मी के बीच धूजणी छुड़ा दी है। यहां भारतीय जानता प्रति ने पूर्व विधायक मिथिलेश कुमार तिवारी को और राजद ने पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह को चुनाव मैदान में उतारा है। इस बार के चुनाव में मुख्य लड़ाई भी इन्हीं दोनों उम्मीदवार के बीच दिख रही, लेकिन निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में पूर्व विधायक ददन कुमार यादव और पूर्व आइपीएस आनंद कुमार मिश्रा की मौजूदगी वोटों में बंटवारा हो रहा हैं। चुनाव विशेषज्ञों के अनुसार निर्दलीय के वोटों को अधिक से अधिक रोकने वाला ही इस चुनाव को जीतने में सफल हो पाएगा।

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