Lok Sabha Election: तमिलनाडु में भाजपा की ताकत है अन्नामलाई, कोयंबटूर में DMK और AIADNK कैसे करेगी सामना?

Lok Sabha Election: तमिलनाडु में भाजपा की ताकत है अन्नामलाई, कोयंबटूर में DMK और AIADNK कैसे करेगी सामना?
Last Updated: 23 अप्रैल 2024

तमिलनाडु में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के अन्नामलाई ने अपनी छवि स्थापित की है। उसी का परिणाम है कि तमिलनाडु में डीएमके और एआईडीएमके पार्टी अन्नामलाई को हराने के लिए अपनी भरपूर ताकत लगा रही हैं।  

कोयंबटूर: तमिलनाडु में द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के दिग्गज मंत्री पलानीवेल कुमार थियाग राजन को मई 2023 में वित्त मंत्रालय से हटा कर सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ट्रांसफर करने पर इस बात का अंदेशा लगाया जा रहा था कि यह सब भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के अन्नामलाई की ओर से सभी के सामने पेश किए गए ऑडियो क्लिप का परिणाम हैं।

बताया कि अन्नामलाई ने इस क्लिप के मध्यम से इसका फायदा उठाते हुए सत्तारूढ़ डीएमके और विपक्षी अन्नाद्रमुक को घेरने में किसी भी प्रकार की कोई चूक नहीं कर रहे हैं। कोयंबटूर से भारतीय जनता पार्टी का उम्मीदवार बनकर अन्नामलाई दोनों पार्टियों को खुली चुनौती दे रहे हैं। कच्चातीवु द्वीप विवाद के बाद कांग्रेस पार्टी को भी आड़े हाथों ले लिया हैं।

कोयंबटूर सीट पर कड़ा मुकाबला

अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (AIADMK) पार्टी के नेताओं ने अन्नामलाई पर दोषारोपण करते हुए कहां कि उन्होंने द्रविड़ के आदर्श माने जाने वाले सीएन कुमार अन्नादुराई और दिवंगत पार्टी सुप्रीमो जे जय कुमारी ललिता के बारे में ओछी बात और भला बुरा कहा था. इसी कारणवश पार्टी ने पिछले साल भारतीय जनता पार्टी से रिश्ता क्रेक किया था। अन्नामलाई भी सब के लिए किसी किसी तरह से चर्चा का विषय बने हुए हैं। तमिलनाडु की कोयंबटूर सीट के चुनाव में इस बार कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा। इसलिए इस पर सब टकटकी लगाए हुए हैं।

कोयंबटूर से अन्नामलाई के विपक्ष में कौन?

थियागाराजन ने भारतीय जनता पार्टी के ऑडियो क्लिप वाले मामले को रफा दफा कर दिया है। राजन का ट्रांसफर करने के एक साल बाद मुख्यमंत्री एम कुमार स्टालिन ने इस संबंध में Subkuz.com को बताया कि यह कदम भाजपा के लगाए गए आरोपों के कारण नहीं लिया गया बल्कि सूचना प्रौद्योगिकी विभाग में सुधार लाने के लिए किया गया था। तमिलनाडु की राजनीति में अपना दबदबा और ताकत दिखाने के लिए सत्तारूढ़ डीएमके पार्टी ने कोयंबटूर सीट अपनी पार्टी के पूर्व महापौर पी गणपति राजकुमार को उम्मीदवार बनाकर चुनाव मैदान में उतारा हैं।

AIADMK ने किसको उतारा चुनाव मैदान में?

अधिकारी ने बताया कि साल 2019 के लोकसभा चुनाव में कोयंबटूर सीट द्रमुक की सहयोगी पार्टी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के उम्मीदवार ने अपने नाम की थी। डीएमके ने इस चुनाव में विभिन्न प्रकार की कल्याणकारी योजना देने के लिए घोषणा की हैं,  जिसमें पहली प्राथमिकता बसों में महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा सुविधा सुनिश्चित करवाना है। अन्नाद्रमुक ने सिंगाई जी रामचंद्रन पर दाव खेला है। उन्होंने और अन्नामलाई ने आईआईएम (इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट) से स्नातक पास किया है। डीएमके के उम्मीदवार राजकुमार ने पत्रकारिता विषय में पीएचडी (डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी) की डिग्री की हैं।

भाजपा देगी कोयंबटूर सीट पर कड़ी टक्कर

चुनाव से पहले अन्नाद्रमुक प्रमुख और विपक्ष के नेता एडप्पाडी कुमार पलानीस्वामी ने कहा है कि यह लड़ाई केवल अन्नाद्रमुक और द्रमुक दो के बीच ही होगी। लेकिन इस समय भारतीय जनता पार्टी ने भी अच्छी पकड़ बना ली और द्रविड़ पार्टियों को टक्कर देने के लिए कड़ी मेहनत और लगन के चुनाव प्रचार कर रही हैं। बीजेपी जीत दर्ज करने के लिए अन्नामलाई की लोकप्रियता पर काफी निर्भर हैं। उन्होंने तमिलनाडु की जनता को घोषणा पत्र के आधार पर 500 दिनों के भीतर-भीतर 100 वादे पूरा करने का वादा किया है, जिसमें नदियों की सफाई करना, एक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा का निर्माण और पूर्व मुख्यमंत्री के कामराज के नाम पर खाद्य वैन की सुविधा उपलब्ध करवाना प्रमुख बिंदु हैं।

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