आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण कैबिनेट बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में रेलवे क्षेत्र सहित कई अन्य महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बैठक में लिए गए निर्णयों की जानकारी देते हुए बताया कि कैबिनेट ने राष्ट्रीय औद्योगिक गलियारा विकास कार्यक्रम (National Industrial Corridor Development Programme) के अंतर्गत 12 औद्योगिक स्मार्ट सिटी परियोजनाओं को मंजूरी प्रदान की हैं।
New Delhi: आज यानी 28 अगस्त 2024 (बुधवार) को दिल्ली में कैबिनेट और सीसीईए की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की। इस बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कैबिनेट में लिए गए फैसलों की विस्तृत जानकारी प्रदान की। कैबिनेट ने मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से स्मार्ट इंडस्ट्रियल सिटी बनाने को मंजूरी दी है। इसके अतिरिक्त, 3 नए रेलवे प्रोजेक्ट्स और 234 नए शहरों के लिए प्राइवेट एफएम प्रोजेक्ट पर भी स्वीकृति दे दी गई हैं।
PM मोदी ने इंडस्ट्रियल स्मार्ट सिटी परियोजनाओं को दी मंजूरी
कैबिनेट ने नेशनल इंडस्ट्रियल कॉरिडोर डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत 12 इंडस्ट्रियल स्मार्ट सिटी परियोजनाओं को मंजूरी प्रदान की है। इस प्रोजेक्ट के लिए 28,602 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है। यह उम्मीद की जा रही है कि परियोजना के पूरा होने के बाद इसमें लगभग 1.5 लाख करोड़ रुपये का निवेश होगा। भारत की ग्लोबल वैल्यू चेन की स्थिति को सुदृढ़ बनाने के लिए सरकार स्मॉर्ट इंडस्ट्रियल सिटी या इंडस्ट्रियल नोड्स की तैयार जमीन निवेशकों को प्रदान करेगी।
कहां-कहां बनेंगी स्मार्ट इंडस्ट्रियल सिटी?
देश के 10 राज्यों में 12 स्मार्ट इंडस्ट्रियल सिटी का निर्माण किया जाएगा। इसके साथ ही, 6 प्रमुख कॉरिडोर भी स्थापित किए जाएंगे। इन स्मार्ट इंडस्ट्रियल सिटीज का निर्माण निम्नलिखित स्थानों पर होगा: -
- उत्तराखंड में खुरपिया
- पंजाब में राजपुरा पटियाला
- महाराष्ट्र में दिघी
- केरल में पलक्कड़
- उत्तर प्रदेश में आगरा और प्रयागराज
- बिहार में गया
- तेलंगाना में जहीराबाद
- आंध्र प्रदेश में ओरवक्कल और कोपारत्थी
- राजस्थान में जोधपुर और पाली
इन सभी सिटीज का विकास पीएम गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान (National Master Plan) के दिशा-निर्देशों के अनुसार किया जाएगा। इन सिटीज में मल्टी मोडल कनेक्टिविटी इंफ्रास्ट्रक्चर स्थापित किया जाएगा। ये स्मार्ट सिटी 'प्लग एंड प्ले' और 'वॉक टू वर्क' कॉन्सेप्ट को ध्यान में रखकर बनाई जाएंगी। इस प्रोजेक्ट को इस प्रकार से डिजाइन किया जाएगा कि निवेशकों को इन सिटीज में काम शुरू करने के लिए अधिक समय न लगाना पड़े।