Paris Politics News: फ्रांस की राजनीति में ताकत और गठजोड़ को लेकर असमंजस, संसद में पूर्ण बहुमत पाने के लिए सरकार की स्थिति डांवाडोल, पढ़ें पूरी खबर

Paris Politics News: फ्रांस की राजनीति में ताकत और गठजोड़ को लेकर असमंजस, संसद में पूर्ण बहुमत पाने के लिए सरकार की स्थिति डांवाडोल, पढ़ें पूरी खबर
Last Updated: 12 जुलाई 2024

फ्रांस के राजनीतिक दल अपनी ताकत और गठजोड़ का दायरा बदलने में लगे हुए हैं. जिसके चलते संसदीय चुनाव में बहुमत पाने के लिए भी सरकार की स्थिति काफी खराब दिख रही हैं।

फ्रांस: वामपंथी धड़े न्यू पॉपुलर फ्रंट (एनएफपी) के सभी सदस्य चुनाव में उम्मीद से काफी बेहतर प्रदर्शन करने के बाद संसद के प्रथम सत्र से पहले अपनी तैयारियों में लग गए हैं. लेकिन सबसे बड़ी समस्या यह है कि ग्रीन, सोशलिस्ट, कम्युनिस्ट और कठोर वामपंथी दल के सदस्य गठबंधन में अपने प्रधानमंत्री का नाम तय नहीं कर पा रहे है. क्योकि गठबंधन के बीच अभी यह तय नहीं हुआ हैं की भी तय कौनसा दल के व्यापक और सर्व सहमति के साथ काम करेंगे।

तीन दलों में बंटा जनमत

जानकारी के मुताबिक वामपंथी धड़े की पार्टियों ने नेशनल असेंबली में कुल मिलाकर 193 सीटें हासिल की हैं. कुल 577 सीटों वाली असेंबली में दल को बहुमत हासिल करने के लिया कम-से-कम 289 सीटों की दरखास्त है. वर्तमान संसद चुनाव में तीन धड़ों को सफलता मिली है, लेकिन उसमें विश्वास मत हासिल करना कठिन होगा. क्योकि 7 जुलाई को हुए मतदान के बाद राष्ट्रपति माक्रों की पार्टी 164 सीटों के साथ दूसरे नंबर पर और आप्रवासी विरोधी तथा यूरोपीय एकता के प्रति संदेह रखने वाली धुर-दक्षिणपंथी पार्टी 143 सांसद के साथ तीसरे नंबर पर काबिज है. इन सभी दलों ने गठबंधन में सरकार बनाने का फैसला किया, लेकिन अभी तक प्रधानमंत्री का नाम तय नहीं कर पाया हैं। बता दें फ्रेंच सिस्टम में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को नाम की घोषणा करता हैं. उसके बाद प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार को संसद में विश्वास मत हासिल करना होता हैं।

विजेता पार्टियों के बीच असमजंस

सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक पेरिस में विजेता पार्टियों के बीच अभी सरकार बनाने को लेकर अनबन चल रही हैं. वामपंथी दलों के सांसदों ने तय किया कि वे सभी अलग-अलग समय पर संसद में एंट्री करेंगे. सोशलिस्ट पार्टी के प्रमुख अब भी उम्मीद कर रहे हैं कि कुछ सदस्यों का जुगाड़ हो जाए, तो एलएफआई से आगे निकलकर गठबंधन की सरकार बना सकें। माक्रों कैंप के सदस्य मध्यम वामपंथी सोशलिस्ट और रूढ़िवादी रिपब्लिकनों के उम्मीदवारों की ओर आशा भरी निगाहों से टकटकी लगाए हुए हैं।

माक्रों की पार्टी के प्रमुख स्टेफन सेयुग्ने ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहां कि तीनों प्रमुख दलों में से कोई भी अकेले रहकर सरकार नहीं बना सकता हैं. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहां कि मध्यमार्गी पार्टी, रिपब्लिकन पार्टी के सदस्यों से बात करने के लिए भी तैयार है.हालांकि गठबंधन के सदस्यों के लिए निश्चित रूप से यूरोपीय संघ, यूक्रेन और कारोबार संगत नीतियों को बनाए रखने में सहयोग करने की सबसे बड़ी जरूरी शर्त होगी. लेकिन इन शर्तों ने ही स्वाभाविक रूप से कुछ पार्टियों को इस दायरे से दूर भी कर दिया हैं।

 

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