उदयनिधि स्टालिन सहित कई नेताओं ने हाल ही में तमिलनाडु में मंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल आर.एन. रवि ने इन नेताओं को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। उदयनिधि स्टालिन, जो डीएमके नेता और मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन के बेटे हैं, तमिलनाडु के युवा नेता माने जाते हैं और पहले से राजनीति में सक्रिय हैं।
चेन्नई: तमिलनाडु की एम.के. स्टालिन सरकार का रविवार को एक महत्वपूर्ण कैबिनेट विस्तार हुआ, जिसमें कई बदलाव किए गए हैं। मुख्यमंत्री स्टालिन ने मंत्रिमंडल में कुछ नए चेहरों को शामिल किया, जबकि कई मौजूदा मंत्रियों को हटाया गया। इस विस्तार के सबसे प्रमुख घटनाक्रम में स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन को डिप्टी सीएम का पद सौंपा गया है, जो उनके राजनीतिक कद को और बढ़ाता हैं।
उदयनिधि स्टालिन पहले से ही तमिलनाडु के खेल मंत्री थे, और अब उन्हें राज्य का उपमुख्यमंत्री नियुक्त किया गया है, जिससे उनकी जिम्मेदारी और प्रभाव दोनों में वृद्धि हुई है। उदयनिधि स्टालिन डीएमके के भीतर एक युवा और उभरते हुए नेता के रूप में देखे जाते हैं, और उनके इस प्रमोशन से राज्य में युवा नेतृत्व के प्रति पार्टी की प्रतिबद्धता और अधिक स्पष्ट होती हैं।
राज्यपाल आर.एन. रवि ने दिलाई शपथ
तमिलनाडु के राज्यपाल आर.एन. रवि ने हाल ही में कैबिनेट विस्तार के तहत नए मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। सबसे पहले आर. राजेंद्रन ने मंत्री के रूप में शपथ ली। इसके बाद वी. सेंथिल बालाजी, जिन्हें हाल ही में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली थी, ने मंत्री पद की शपथ ली। वह जेल से बाहर आने के बाद फिर से कैबिनेट में शामिल किए गए हैं। इसके बाद डॉ. गोवी चेझियान और एम. नसर को भी मंत्रिपद की शपथ दिलाई गई। यह कैबिनेट विस्तार मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन के नेतृत्व में तमिलनाडु की सरकार की नई प्राथमिकताओं और चुनौतियों के मद्देनजर किया गया हैं।