Telangana News: तेलंगाना में विधानसभा चुनाव में हार के बाद BRS छोड़ने लगे नेता, घर और दफ्तर का वास्तु ठीक करने में जुटे केसीआर

Telangana News: तेलंगाना में विधानसभा चुनाव में हार के बाद BRS छोड़ने लगे नेता, घर और दफ्तर का वास्तु ठीक करने में जुटे केसीआर
Last Updated: 06 अप्रैल 2024

तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री श्री कल्वाकुंतला चंद्रशेखर राव को नवंबर 2023 में हुए तेलंगाना विधानसभा चुनाव में शर्मनाक हार झेलनी पड़ी। चुनाव के बाद उनकी पार्टी बीआरएस (भारत राष्ट्र समिति) के नेता अन्य पार्टी में जाने लगे। केसीआर (कल्वाकुंतला चंद्रशेखर राव) इस हार का कारण वास्तुदोष को मान रहे हैं।

हैदराबाद: तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री कल्वाकुंतला चंद्रशेखर राव को वास्तु शास्त्र पर बहुत ज्यादा विश्वास है। वह पूजा-पाठ और ज्योतिषी की बातों पर यकीन करते हैं। हर बार चुनाव के बाद और पहले उनकी ज्योतिषी की भविष्यवाणी और वास्तु से जुड़ी खबरें चर्चा में आती हैं। नवंबर 2023 में राज्य में विधानसभा चुनावों में उनकी पार्टी की शर्मनाक हार हुई थी. लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने वास्तु की शरण ली है और अपने घर और पार्टी मुख्यालय भवन का वास्तु बदलने का निर्णय लिया हैं।

दिग्गज नेता छोड़कर जा रहे पार्टी

पार्टी सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार Subkuz.com ने बताया कि चंद्रशेखर राव के निर्देश पर तेलंगाना भवन के मुख्य प्रवेश द्वार को वास्तु के आधार पर तैयार करने और पार्टी की दशा-दिशा बदलने के लिए बंजारा हिल्स में निर्माण काम शुरू भी  हो गया है। तेलंगाना में विधानसभा चुनाव में हार के बाद दिग्गज नेता केशव कुमार राव और कडियम श्री हरि ने केसीआर की पार्टी से नाता तोड़कर कांग्रेस पार्टी से हाथ मिला लिया हैं। लोकसभा चुनाव में केवल 40 दिन बाकी ही वहीं केसीआर की बेटी के कविता राव ईडी की गिरफ्त में हैं।

वास्तु के हिसाब से भवनों में हुए बदलाव

जानकरी के अनुसार तेलंगाना भवन का मुख्य प्रवेश द्वार उत्तर-पश्चिम दिशा में है, लेकिन अब उत्तर-पूर्व दिशा में एक और गेट बनवाया जा रहा है। इसके साथ ही वाहनों की आवाजाही के लिए उत्तर-पूर्व दिशा में एक रैंप का निर्माण भी किया जा रहा है। पार्टी सूत्रों ने बताया कि भवन में 'वीधी पोटू' या टी-जंक्शन है, जिसका मतलब है भवन के सामने एक ही बिंदु पर मिलने वाली तीन सड़कें हैं जो वास्तु की दृष्टि से नुकसान देने वाली हैं। इसका कामकाज पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इन निगेटिविटी को दूर करने के लिए वास्तु के हिसाब से निर्माण कार्य करवाए जा रहे हैं।

नए सचिवालय में एक बार ही जा सके

जानकारी के मुताबिक कल्वाकुंतला चंद्रशेखर राव मुख्यमंत्री के दो कार्यकाल के दौरान केवल 10-15 ही नए सचिवालय का दौरा किया था। उनका मानना था कि सचिवालय की इमारत वास्तु मानदंडों के अनुसार नहीं बनाई गई है, जिससे किसी प्रकार का नुकसान हो सकता है। इसलिए वह अपने अधिकतर कामकाज कैंप कार्यालय प्रगति भवन से ही करते थे।

सूत्रों ने बताया कि विधानसभा चुनाव से पहले बीआरएस सरकार की ओर से 1,230 करोड़ रुपये खर्च करके एक नया सचिवालय बनाया गया था। चुनाव के कुछ दिन बाद ही अपने फार्महाउस में गिरने केसीआर को हिप सर्जरी करानी पड़ी. जिसे वह वास्तु का दोष मानकर तेलंगाना भवन में केवल एक बार ही आए थे।

 

 

 

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