बिहार: यूपी सिपाही भर्ती परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक मामले में संदीप प्रजापति गिरोह से जुड़े है सिपाही के तार, सामने आया चौंकाने वाला सच
उत्तर प्रदेश एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) ने 29 फरवरी को बिहार के नवगछिया जेल में तैनात सिपाही नीरज शर्मा को गिरफ्तार किया था. आरोपी सिपाही के तार प्रयागराज के संदीप प्रजापति गिरोह के साथ जुड़े हुए है. नीरज शर्मा को यूपी सिपाही भर्ती परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक मामले में गिरफ्तार किया। सिपाही नीरज शर्मा के मोबाइल के सीडीआर (कॉल डिटेल रिकॉर्ड) और व्हाट्सएप चैटिंग से मिले साक्ष्य से चौंकाने वाली बात सामने आई हैं।
पूर्वी बिहार के सॉल्वर थे मामले में सक्रिय
Subkuz.com की जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग की 17 फरवरी को हुई सबसे बड़ी सिपाही भर्ती परीक्षा में पेपर लीक करने के प्रयास में पूर्वी बिहार के कई साल्वर (समाधानकर्ता) भी सक्रिय थे। लेकिन यूपी की एसटीएफ और पुलिस की सतर्कता ने इस गिरोह के मंसूबों (इरादों) पर आंशिक रूप से पानी फेर दिया था।
यूपी की एसटीएफ को प्राप्त जानकारी के अनुसार नीरज के जिन लोगों से संपर्क है उनमे बरौनी, गढ़हरा, बांका, भागलपुर, मुजफ्फरपुर और नवगछिया के तथा बांका के रजौन, चापरकोल्हत्था, पदमपुर, बामदेव, जगदीशपुर आदि कई साल्वर और एजेंट भी शामिल है. जांच के दौरान पता चला की नीरज के साथ बरौनी,गढ़हरा और मुजफ्फरपुर में तैनात तीन रेलकर्मी भी पेपर लीक मामले में शामिल हैं।
बताया कि नीरज कुमार शर्मा बेतिया के जगदीशपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत झखड़ा गांव का निवासी रहने है. बांका जेल में ड्यूटी के दौरान रजौना, पादमपुर और चापरकोल गांव के कई एजेंटों के साथ जानकारी हुई. पूछताछ के दौरान नीरज ने बताया कि यूपी सिपाही भर्ती परीक्षा में 13 अभ्यर्थियों से कुल 25 लाख रूपये में सौदा हुआ और भागलपुर, पटना, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया सहित अन्य इलाकों के छात्रों को प्रश्न पत्र उपलब्ध कराना था।
150 लोगों को किया गिरफ्तार
जानकारी के अनुसार लिखित परीक्षा के पहले दिन (16 फरवरी) को पेपर में सेंध लगाने का प्रयास करने वाले 150 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया था। इन लोगों में अभ्यर्थी, साल्वर और ठगी करने व्यक्ति शामिल है. वाराणसी में तीन साल्वरों समेत आठ लोगों की गिरफ्तारी किया गया था। इनमें सभी में एक साल्वर राजाराम बिहार के नालंदा का निवासी हैं।
राजाराम ने एसटीएफ को दी चौंकाने वाली जानकारी
जानकारी के अनुसार राजाराम ने एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) के द्वारा पूछताछ करने पर बताया कि पूर्वी बिहार के कई सहयोगी साल्वर परीक्षा में दूसरे अभ्यर्थी के स्थान पर परीक्षा देने पहुंचे थे. इन लोगों में भागलपुर, खगड़िया, मुंगेर, लखीसराय और बेगूसराय के साल्वर (समाधानकर्ता) शामिल हैं। यूपी पुलिस सूत्रों के हवाले से प्राप्त जानकारी के मुताबिक भागलपुर के सुल्तानगंज के रहने वाले सुजीत कुमार, रामजी लाल यादव, संतोष जी महतो, खगड़िया का अनिकेत कुमार महतो, लखीसराय के बालगुदरी निवासी रंजीत और बेगूसराय के विकास और विक्रम शामिल है. ये लोग मडुआडीह और लंका रोड में 11 फरवरी से कमरा लेकर रह रहे थे।
बताया कि अंधरा पुल के पास एक इनोवा कार से 11 फरवरी को वाराणसी के मडुआडीह गए थे. पूछताछ में कई चौंकाने वाली जानकारियां दी है. पूछताछ के आधार पर एसटीएफ ने बिहार पुलिस मुख्यालय से संपर्क किया है. पुलिस ने नालंदा के राजाराम के अलावा यूपी सिपाही भर्ती परीक्षा में सेंध लगाने के मामले में जौनपुर में परीक्षा पास कराने का झांसा देकर अभ्यर्थियों से धन लूटने के मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया हैं। बताया कि इन लोगों में बिहार के मधुबनी जिले का रहने वाला नितीश कुमार भी शामिल है. बलिया में बिहार के सहरसा जिले का रहने वाला अजय कुमार यादव और मुरादाबाद में बिहार के सीतामढ़ी निवासी अवनीश को भी गिरफ्तार कर लिया हैं।