Uttar Pradesh Politics: नगीना सांसद चंद्रशेखर के एलान से यूपी में राजनीतिक हलचल हुई तेज; मायावती सहित अन्य दल चुनौती से निपटने की कर रहे कोशिश

Uttar Pradesh Politics: नगीना सांसद चंद्रशेखर के एलान से यूपी में राजनीतिक हलचल हुई तेज; मायावती सहित अन्य दल चुनौती से निपटने की कर रहे कोशिश
Last Updated: 01 जुलाई 2024

आजाद समाज पार्टी सांसद चंद्रशेखर ने उत्तर प्रदेश की सभी दस सीटों पर उपचुनाव में अपने उम्मीदार उतारने का एलान किया है। उनके इस बयान के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई। बसपा और अन्य दाल चुनौतियों का सामना करने में जुटे हुए हैं।

मेरठ: लोकसभा चुनाव के बाद प्रदेश में रिक्त हुई दस विधानसभा सीटों पर उपचुनाव को तैयारियों को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। नगीना सुरक्षित सीट पर सबसे बड़ा उलटफेर करते हुए जीत दर्ज करने वाले आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर ने उपचुनाव में प्रदेश की सभी दस सीटों पर चुनाव लड़ने के फैसला लिया हैं. उनकी इस घोषणा ने अन्य राजनीतिक दलों की दिल की धड़कन बढ़ा दी है। हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में नगीना सीट से चंद्रशेखर ने बड़ी जीत हासिल कर संसद में में कदम रखा हैं।

सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक Subkuz.com ने बताया कि आजाद समाज पार्टी के साथ-साथ बहुजन समाज पार्टी ने भी लोकसभा चुनाव की हार को बुलाकर सभी सीटों पर नए सिरे से चुनाव लड़ने के लिए तैयारी शुरू कर दी है। आसपा के अध्यक्ष चंद्रशेखर ने मुजफ्फरनगर की मीरापुर सीट, अलीगढ़ की खैर सीट, भदोही की मंझवा सीट, मुरादाबाद की कुंदरकी सीट और गाजियाबाद सदर सीट पर चुनावी तैयारी को जोर देने के लिए अपने प्रभारी तय कर दिया हैं।

आसपा जल्द घोषित करेगी उम्मीदवार का नाम

आजाद समाज पार्टी प्रदेश की कुल दस सीट पार्टी  मुजफ्फरनगर की मीरापुर सीट, अलीगढ़ की खैर सीट, भदोही की मंझवा सीट, मुरादाबाद की कुंदरकी सीट और गाजियाबाद सदर सीट के साथ अंबेडकर नगर की कटेहरी, अयोध्या की मिल्कीपुर सीट, कानपुर की सीसामऊ सीट और मैनपुरी की करहल सीट पर उम्मीदवार का नाम जल्द ही मीटिंग कर तय करेगी।

बसपा प्रमुख ने आकाश को बनाया उत्तराधिकारी

सूत्रों ने बताया कि आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद (रावण) प्रदेश की दलित राजनीति में नए विकल्प बनकर उभरकर सामने आये हैं, इसीलिए पूर्व मुख्यमंत्री पर बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने अपने भतीजे आकाश कुमार आनंद को फिर से बसपा का राष्ट्रीय संयोजक बनाकर उनपर विश्वास जताया हैं. उनको पार्टी में लेकर मायावती ने चुनावी धार तेज कर दी हैं।

Leave a comment