Bangladesh News: पिता के आवास पर हमले के बीच शेख हसीना ने यूनुस को दिया करारा जवाब, कहा- 'घर मिटा सकते हो, लेकिन इतिहास नहीं'

Bangladesh News: पिता के आवास पर हमले के बीच शेख हसीना ने यूनुस को दिया करारा जवाब, कहा- 'घर मिटा सकते हो, लेकिन इतिहास नहीं'
अंतिम अपडेट: 7 घंटा पहले

बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने बुधवार रात फेसबुक लाइव के जरिए आवामी लीग पार्टी के समर्थकों को संबोधित किया। संबोधन के दौरान उन्होंने चौंकाने वाला खुलासा करते हुए कहा कि उनकी हत्या के लिए बांग्लादेश में आंदोलन शुरू किया गया था। उन्होंने मोहम्मद यूनुस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने मुझे और मेरी बहन को मारने की योजना बनाई थी। 

ढाका: बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना ने बुधवार रात (5 फरवरी) आवामी लीग पार्टी के समर्थकों को फेसबुक लाइव के जरिए संबोधित किया। हालांकि, इस संबोधन के बाद ढाका में हालात तनावपूर्ण हो गए। प्रदर्शनकारियों ने शेख मुजीबुर रहमान के ऐतिहासिक आवास पर हमला कर दिया और वहां जमकर तोड़फोड़ की। इस घटना से देश में राजनीतिक अस्थिरता और बढ़ गई हैं।

संबोधन के दौरान शेख हसीना ने चौंकाने वाला खुलासा करते हुए कहा कि उनकी हत्या के लिए बांग्लादेश में आंदोलन शुरू किया गया था। उन्होंने मोहम्मद यूनुस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने मुझे और मेरी बहन को मारने की योजना बनाई थी।

शेख हसीना ने भावुक होते हुए कहा, "अगर अल्लाह ने मुझे इन हमलों के बावजूद भी जिंदा रखा है तो कुछ जरूर बड़ा काम करना होगा। अगर ऐसा नहीं होता तो मैं इतनी बार मौत को मात नहीं दे पाती।" उनके इस बयान के बाद बांग्लादेश की राजनीतिक स्थिति और अधिक जटिल हो गई हैं।

शेख हसीना ने यूनुस को दिया करारा जवाब

बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना ने बुधवार रात आवामी लीग समर्थकों को संबोधित करते हुए दिल दहला देने वाले घटनाक्रम पर अपनी पीड़ा व्यक्त की। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा, "लोगों ने मेरे घर को आग क्यों लगाई थी? मैं बांग्लादेश के लोगों से इंसाफ मांगती हूं। क्या मैंने अपने मुल्क के लिए कुछ नहीं किया? हमारा इतना अपमान क्यों किया गया?"

तख्तापलट के बाद प्रदर्शनकारियों ने शेख हसीना के आवास में न केवल तोड़फोड़ की, बल्कि वहां मौजूद सामानों को लूट लिया और बुलडोजर से उनके घर को ढहा दिया। इस हमले से आहत हसीना ने कहा, "जिस घर में प्रदर्शनकारियों ने तोड़फोड़ की थी, उस घर से मेरी काफी यादें जुड़ी हुई थीं। घर जलाया जा सकता है, लेकिन इतिहास को मिटाया नहीं जा सकता।"

मोहम्मद यूनुस और उनके समर्थकों को चुनौती देते हुए शेख हसीना ने कहा, "वे लोग राष्ट्रीय ध्वज और संविधान को बुलडोजर से नष्ट कर सकते हैं, जिसे हमने लाखों शहीदों के जीवन की कीमत पर हासिल किया था। लेकिन बुलडोजर से इतिहास नहीं मिट सकता।" उनके इस भावुक संबोधन ने देशवासियों के बीच गहरी संवेदना और आक्रोश पैदा कर दिया हैं।

शेख हसीना के पिता के आवास पर हुई तोड़फोड़

शेख हसीना के फेसबुक लाइव के संबोधन के बाद, ढाका के धानमंडी क्षेत्र में स्थित उनके आवास के सामने हजारों लोग एकत्रित हो गए थे। इस घर को अब एक स्मारक संग्रहालय में बदल दिया गया है और इसे बांग्लादेश के स्वतंत्रता आंदोलन का प्रतीक स्थल माना जाता है। प्रदर्शनकारियों ने इंटरनेट मीडिया पर "बुलडोजर जुलूस" के आह्वान के बाद इस घटना को अंजाम दिया।

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि एक सेना के समूह ने प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश की, लेकिन उन्हें हूटिंग का सामना करना पड़ा। प्रदर्शनकारियों ने सबसे पहले इमारत की दीवार पर बने बलिदानी नेता के भित्ति चित्र को नुकसान पहुंचाया और उस पर लिखा, "अब 32 नहीं होगा।" यह संदेश शेख हसीना के पिता, शेख मुजीबुर रहमान के संदर्भ में था, जो बांग्लादेश के संस्थापक थे।

बता दें कि शेख हसीना बीते पांच अगस्त से भारत में रह रही हैं, जब वह बांग्लादेश में एक बड़े छात्र-नेतृत्व वाले विरोध प्रदर्शन के बाद देश छोड़कर चली गई थीं। उनके खिलाफ चल रहे आंदोलन और विरोध के कारण स्थिति और भी जटिल होती जा रही हैं।

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