हरिनी अमरसूर्या ने श्रीलंका की 16वीं प्रधानमंत्री के रूप में पदभार संभाला है। उन्होंने अपनी शिक्षा भारत में दिल्ली विश्वविद्यालय से प्राप्त की, जो उनके राजनीतिक करियर में महत्वपूर्ण योगदान साबित हुआ है।
Harini Amarasuriya: श्रीलंका की 16वीं प्रधानमंत्री के रूप में हरिनी अमरसूर्या ने हाल ही में पदभार संभाला। वह श्रीलंका के इतिहास में प्रधानमंत्री बनने वाली तीसरी महिला हैं। हरिनी ने अपनी शिक्षा भारत में दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रसिद्ध हिंदू कॉलेज से प्राप्त की, जहां उन्होंने समाजशास्त्र में स्नातक की डिग्री हासिल की। उनके कॉलेज जीवन में न केवल पढ़ाई में सफलता थी, बल्कि उन्होंने कॉलेज के विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों और बहसों में भी भाग लिया। दिलचस्प बात यह है कि इम्तियाज अली, जो प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक हैं, उनके बैचमेट रहे हैं। इसके बाद, उन्होंने स्कॉटलैंड के एडिनबर्ग विश्वविद्यालय से सामाजिक मानविकी में पीएचडी की।
श्रीलंका लौटकर सामाजिक कार्यों में सक्रियता
शिक्षा पूरी करने के बाद हरिनी ने श्रीलंका में कई सामाजिक कार्यों में भाग लिया। खासकर, सुनामी से प्रभावित बच्चों के लिए उनके किए गए काम ने उन्हें समाज में एक विशेष पहचान दिलाई। इसके बाद उन्होंने एक कॉलेज में प्रोफेसर के रूप में कार्य किया और समाजशास्त्र और मानविकी में शिक्षा दी। उनका यह योगदान श्रीलंका के सामाजिक क्षेत्र में उल्लेखनीय रहा।
राजनीतिक करियर की शुरुआत
2019 में हरिनी अमरसूर्या ने जनता विमुक्ति पेरामुना (JVP) पार्टी के माध्यम से राजनीति में कदम रखा। उनकी सामाजिक प्रतिबद्धता और नेतृत्व क्षमता के कारण 2020 में उन्हें संसद सदस्य के रूप में चुना गया। सितंबर 2024 में उन्हें श्रीलंका की अंतरिम प्रधानमंत्री के रूप में नियुक्त किया गया, जो उनके राजनीतिक करियर की महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
भारत-श्रीलंका संबंधों की नई दिशा
हिंदू कॉलेज की प्रिंसिपल अंजू श्रीवास्तव ने हरिनी की उपलब्धि पर गर्व जताया, यह कहते हुए कि कॉलेज ने उनकी नेतृत्व क्षमता को निखारने में अहम भूमिका निभाई। इस नई भूमिका के साथ हरिनी अमरसूर्या भारत और श्रीलंका के रिश्तों को सशक्त बनाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। उनके पूर्व बैचमेट्स ने भी इस उपलब्धि पर खुशी व्यक्त की, और यह उम्मीद जताई कि उनके प्रधानमंत्री बनने से दोनों देशों के संबंधों में एक नई दिशा मिलेगी।