इजराइल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव को लेकर डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति जो बाइडन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस पर तीखा हमला बोला है। ट्रंप ने दावा किया कि उनके कार्यकाल के दौरान मध्य पूर्व में कोई युद्ध नहीं हुआ था और ईरान पूरी तरह से नियंत्रण में था। उन्होंने वर्तमान स्थिति की आलोचना करते हुए कहा कि दोनों देश "बच्चों की तरह लड़ रहे हैं," और यह सब बाइडन प्रशासन की कमजोर नीतियों का नतीजा है। ट्रंप का मानना है कि अगर वह सत्ता में होते, तो हालात इतने गंभीर नहीं होते।
वाशिंगटन: ट्रंप ने इजराइल-ईरान युद्ध पर बयान दिया अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजराइल और ईरान के बीच बढ़ते संघर्ष के संदर्भ में राष्ट्रपति बाइडन और उप राष्ट्रपति कमला हैरिस पर तीखा हमला किया। उन्होंने इस संघर्ष की तुलना स्कूल के मैदान में लड़ रहे दो बच्चों से की। ट्रंप ने कहा कि मंगलवार को इजराइल पर ईरान के रॉकेट हमले जैसी घटनाएं कभी नहीं होनी चाहिए थीं और अमेरिका को इस मामले में उचित भूमिका निभानी चाहिए थी।
अब खत्म होना चाहिए तनाव
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के लिए रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि यह वास्तव में एक बुरी स्थिति है, लेकिन अब इस तकरार को समाप्त होना चाहिए। ट्रंप ने कहा कि इसे ऐसे समझना चाहिए जैसे स्कूल के मैदान में लड़ रहे दो बच्चों को कभी-कभी थोड़ी देर के लिए अलग छोड़ देना होता है।
यह जंग जल्दी खत्म होती नजर नहीं आ रही
ट्रंप ने बताया कि यह एक भयावह युद्ध है। उन्होंने कहा कि यह संघर्ष जल्दी खत्म होने वाला नहीं है। ट्रंप ने यह भी कहा कि अमेरिका को अब मध्य पूर्व पर अधिक ध्यान केंद्रित करना चाहिए। ईरान ने मंगलवार को हिजबुल्लाह के प्रमुख हसन नसरल्लाह की हत्या के प्रतिशोध में इजरायल पर लगभग 200 मिसाइलें दागीं। इनमें से अधिकांश मिसाइलों को इजरायल ने अमेरिकी सेना और अन्य एजेंसियों की मदद से रोककर नष्ट कर दिया।
बाइडन की नीतियों के कारण वैश्विक तबाही का खतरा
हमले के तुरंत बाद, ट्रंप ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की आलोचना की और स्थिति को "वैश्विक तबाही के बेहद निकट" बताया। पूर्व राष्ट्रपति ने कहा, "मैं लंबे समय से तीसरे विश्व युद्ध के बारे में बात कर रहा हूं, और मैं भविष्यवाणियां नहीं करना चाहता, क्योंकि भविष्यवाणियां हमेशा सच साबित होती हैं।" उन्होंने यह भी कहा कि दुनिया इस समय विशाल तबाही के बहुत करीब है।
तो ईरान नियंत्रण में रहता
ट्रंप ने यह भी कहा कि जब वह अमेरिका के राष्ट्रपति थे, तब मध्य पूर्व में कोई युद्ध नहीं हुआ था और "ईरान पूरी तरह से नियंत्रण में था।" इसके साथ ही ट्रंप ने यह भी उल्लेख किया कि यदि वह फिर से राष्ट्रपति होते, तो ईरान को काबू में रखा जाता।