इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच जारी संघर्ष अब समाप्ति की ओर बढ़ने लगा है। इजरायली कैबिनेट मंगलवार को युद्धविराम समझौते को मंजूरी देने के लिए बैठक करेगी, जिससे इस लंबे समय से जारी युद्ध में एक बड़ा मोड़ आ सकता है। संयुक्त राज्य अमेरिका और अन्य देशों ने इस संघर्ष को समाप्त करने के लिए जोर दिया है। अगर युद्धविराम पर सहमति बनती है, तो इजरायली सेनाएं दक्षिणी लेबनान से अपनी ताकत वापस ले लेंगी, जिससे शांति की उम्मीदें बढ़ेंगी।
इजरायल-हिजबुल्लाह संघर्ष: इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच जारी संघर्ष अब समाप्ति की ओर बढ़ सकता है। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू आज अपनी कैबिनेट बैठक में युद्धविराम समझौते पर फैसला लेंगे। इस बैठक में इजरायली मंत्रिमंडल लेबनान के साथ संघर्ष विराम के प्रस्ताव पर मतदान करेगा।
कई देशों, जिनमें संयुक्त राज्य अमेरिका, यूरोपीय संघ और संयुक्त राष्ट्र शामिल हैं, ने इस लंबे समय से चल रहे संघर्ष को समाप्त करने के लिए दबाव डाला है। इसके बाद दोनों पक्षों ने युद्धविराम पर सहमति व्यक्त की है, जिससे इस संघर्ष के खत्म होने की संभावना बढ़ गई है।
अब होगा संघर्ष का अंत
इजरायली मीडिया के अनुसार, सोमवार (25 नवंबर) को ही इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच सीजफायर एग्रीमेंट तैयार किया गया था। अब इस समझौते पर मुहर लगाने के लिए आज यानी 26 नवंबर को इजरायली नेशनल सिक्योरिटी कैबिनेट की बैठक आयोजित की जाएगी। हालांकि, सीजफायर से पहले इजरायली सेना ने हिजबुल्लाह के कई ठिकानों को फिर से निशाना बनाने की कोशिश की है, जिससे स्थिति में थोड़ी देर और तनाव बना हुआ है। अगर यह समझौता लागू होता है तो लंबे समय से जारी संघर्ष के समाप्त होने की दिशा में यह एक अहम कदम होगा।
इजरायल-लेबनान युद्धविराम समझौता
1. युद्धविराम की मंजूरी: इजरायल और लेबनान के बीच युद्धविराम पर समझौते को मंजूरी देने के लिए इजरायली कैबिनेट मंगलवार को बैठक करेगी।
2. अमेरिका का दबाव: अमेरिकी प्रशासन ने इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच जारी संघर्ष को समाप्त करने के लिए कई महीनों से दबाव डाला है।
3. प्रारंभिक युद्धविराम: समझौते के तहत, पहले दो महीने के लिए युद्धविराम किया जाएगा, जिसमें इजरायली सेना दक्षिणी लेबनान से हटेगी।
4. हिजबुल्लाह की सशस्त्र उपस्थिति: हिजबुल्लाह के लड़ाके लिटानी नदी के दक्षिण में अपनी सशस्त्र उपस्थिति को समाप्त करेंगे।
5. इजरायली सुरक्षा मंत्री की अपील: इजरायली रक्षा मंत्री बेनी गैंट्ज़ ने पीएम नेतन्याहू से युद्धविराम के विवरण को सार्वजनिक करने की अपील की है।
6. अमेरिका की उम्मीद: अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने युद्धविराम की संभावना पर सकारात्मक संकेत दिए हैं।
7. ईरान की प्रतिक्रिया: ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने प्रधानमंत्री नेतन्याहू को युद्ध अपराधों के लिए जिम्मेदार ठहराया और उन्हें मौत की सजा देने की बात कही।
8. संघर्ष का विस्तार: पिछले साल 7 अक्टूबर के बाद से हिजबुल्लाह और इजरायल के बीच कई सीमाई हमले हो चुके हैं, जिससे संघर्ष और बढ़ा है।
9. मृतक संख्या: इस युद्ध में 7 अक्टूबर से अब तक 3,700 से अधिक लोग मारे गए हैं, जिसमें नागरिक और सैनिक दोनों शामिल हैं।
10. सीमित गोलीबारी: युद्धविराम समझौते के बावजूद, रविवार को हिजबुल्लाह ने इजरायल पर रॉकेट और ड्रोन से हमला किया था, जिससे संघर्ष पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ है।