हिमाचल प्रदेश में ठंड ने जोर पकड़ लिया है और राज्य के ऊंचाई वाले इलाकों में सर्दी का प्रकोप चरम पर है। लाहुल-स्पीति के ताबो में तापमान -7.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने से झीलें और झरने जम गए हैं। ऐसे ठंडे मौसम में स्थानीय निवासियों और पर्यटकों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जाती हैं।
मौसम: मौसम विभाग के ताजा पूर्वानुमान के अनुसार, हिमाचल प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से 23 नवंबर को प्रदेश के कुछ स्थानों पर हल्का हिमपात हो सकता है। हालांकि, पहले जारी पूर्वानुमान में 23 नवंबर को व्यापक स्तर पर बारिश और हिमपात की संभावना जताई गई थी, जिसे अब संशोधित किया गया है।मौसम विभाग ने 27 नवंबर तक मौसम साफ रहने का अनुमान व्यक्त किया है, लेकिन निचले क्षेत्रों जैसे मंडी, ऊना, बिलासपुर और आसपास के क्षेत्रों में घने कोहरे की संभावना है। कोहरे के कारण दृश्यता में कमी आएगी, जिससे यातायात सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं।
न्यूनतम तापमान में भी आई गिरावट
हिमाचल प्रदेश में ठंड का प्रकोप बढ़ता जा रहा है, और तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। बद्दी में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) में सुधार हुआ है, जो पहले 320 था और अब 109 दर्ज किया गया है, लेकिन यह अभी भी मध्यम श्रेणी में है। प्रदेश का औसत न्यूनतम तापमान सामान्य से 0.8 डिग्री सेल्सियस नीचे है। लाहुल-स्पीति के ताबो में न्यूनतम तापमान -7.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो प्रदेश में सबसे कम है। वहीं, केलंग में -1.2 और समदो में -1.1 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया है। शुष्क ठंड के कारण लोगों को राहत नहीं मिल रही हैं।
सिंचित क्षेत्रों में रबी की फसलों की बुआई का कार्य जारी है, लेकिन असिंचित क्षेत्रों में किसानों को बारिश का इंतजार है। अधिकतम तापमान में भी एक से दो डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है, जिसमें सेऊबाग में सबसे अधिक 2.4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट हुई है। हालांकि, ऊना में प्रदेश का सबसे अधिक तापमान 27.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
झील और झरने पर जमी बर्फ, ट्रेन भी हुई लेट
कोहरे के कारण हिमाचल प्रदेश आने-जाने वाली ट्रेनों की समयसारिणी प्रभावित हुई है। वीरवार सुबह दिल्ली से ऊना आने वाली हिमाचल एक्सप्रेस 21 मिनट की देरी से अंब-अंदौरा पहुंची। वंदे भारत एक्सप्रेस दिल्ली से 19 मिनट की देरी से सुबह 6:09 बजे रवाना हुई और ऊना 11 मिनट की देरी से पहुंची। जन शताब्दी 24 मिनट और साबरमती एक्सप्रेस 11 मिनट की देरी से ऊना पहुंचीं।
प्रदेश में लगभग डेढ़ महीने से बारिश न होने के बावजूद ठंड में वृद्धि हो रही है। सुबह और शाम के समय तापमान जमाव बिंदु से नीचे जा रहा है, जिससे ऊंचाई वाले क्षेत्रों में नदी-नालों और झरनों के जमने की स्थिति बन गई है। चंबा जिले के जनजातीय उपमंडल पांगी घाटी में चंबा-तीसा-साचपास मार्ग पर 13,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित करथला नाले के समीप झरना जम गया है, जो बर्फ के पहाड़ जैसा दिखाई दे रहा है। यह दृश्य ठंड के बढ़ते प्रकोप का प्रतीक है और पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन सकता हैं।