बिहार के बेरोजगार युवाओं के लिए एक सकारात्मक समाचार आया है। पीएमसीएच में बंपर भर्ती प्रक्रिया शुरू हुई है। इन भर्तियों में सबसे अधिक पद क्लर्क और डेटा एंट्री ऑपरेटर के लिए हैं। बिहार सरकार ने कुल 4315 पदों पर रिक्तियों की घोषणा की हैं।
पटना: राज्य सरकार पटना चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल (पीएमसीएच) को 5462 बेड वाले अस्पताल के रूप में पुनर्विकसित करने जा रही है। इस विशाल अस्पताल को राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग के मानकों के अनुरूप संचालित करने के लिए हजारों डॉक्टर, नर्स और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की आवश्यकता होगी। इस आवश्यकता का आकलन करने के बाद, सरकार ने 4315 नए पद सृजन का निर्णय लिया है, जिसे मंत्रिमंडल की स्वीकृति भी मिल चुकी है। इन भर्तियों में सबसे अधिक पद क्लर्क और डेटा एंट्री ऑपरेटर के लिए हैं।
नई वैकेंसी को मंत्रिमंडल से मिली स्वीकृति
स्वास्थ्य विभाग ने 4315 स्वीकृत पदों की सूची जारी कर दी है। इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग के विशेष सचिव शशांक शेखर सिन्हा ने महालेखाकार को भी आवश्यक जानकारी प्रदान की है। विभाग के अनुसार वर्तमान में पीएमसीएच में 1750 बिस्तरों का अस्पताल है। इस अस्पताल की बिस्तर क्षमता से कई गुना अधिक रोगी प्रतिदिन आते हैं।
इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए, सरकार ने इस अस्पताल को चरणबद्ध तरीके से 5642 बिस्तरों का अस्पताल बनाने की प्रक्रिया शुरू की थी। इस योजना का पहला चरण सफलतापूर्वक पूरा हो चुका है। इसके बाद विभाग ने राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग के मानकों के अनुरूप इस अस्पताल के लिए 4315 नए पद सृजित किए हैं।
इन पदों पर होगी भर्ती
अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि सुपरीटेंडेंट के 6 पद, डिप्टी सुपरीटेंडेंट के 3 पद, शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर के 21 पद, सर्जरी विशेषज्ञ डॉक्टर के 24 पद, यूरो सर्जरी विशेषज्ञ डॉक्टर के 5 पद, न्यूरो विशेषज्ञ डॉक्टर के 5 पद, अंग प्रत्यारोपण विशेषज्ञ डॉक्टर के 5 पद, चीफ नर्सिंग सुपरीटेंडेंट के 3 पद, प्रशासनिक चिकित्सा अधिकारी के 4 पद, वार्ड सिस्टर के 152 पद, चिकित्सा अधिकारी के 167 पद, बायो मेडिकल इंजीनियर के 3 पद, डिजिटल मेमोग्राफी तकनीशियन के 6 पद, क्लर्क के 128 पद, डेटा एंट्री ऑपरेटर के 200 पद, ड्रेसर के 56 पद समेत अन्य सैकड़ों पदों भर्ती प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी। इन सभी पदों के वेतन पर वार्षिक व्यय 217.25 करोड़ का अतिरिक्त खर्च आएगा।