राजस्थान के ब्यावर में युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर आने वाले हैं। कौशल, नियोजन एवं उद्यमिता विभाग के तत्वावधान में राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई), गणेशपुरा में 18 दिसंबर को जिला स्तरीय रोजगार सहायता शिविर आयोजित किया जाएगा। सुबह 10 बजे से शुरू होने वाले इस शिविर में 25 से 30 प्रतिष्ठित कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल होंगे, जो युवाओं को उनकी योग्यता और कौशल के आधार पर सीधे रोजगार से जोड़ने का काम करेंगे।
9000 से अधिक बेरोजगार युवाओं को आमंत्रण
शिविर के आयोजन को लेकर ब्यावर और जैतारण क्षेत्र के करीब 9,000 बेरोजगार युवाओं को मोबाइल के माध्यम से आमंत्रित किया गया है। सहायक निदेशक (प्रशिक्षण) वनफूल जाट के अनुसार, यह पहली बार है जब ब्यावर में इस स्तर का रोजगार शिविर आयोजित किया जा रहा है। इसके जरिए न केवल स्थानीय बल्कि जिले के अन्य क्षेत्रों के युवाओं को भी रोजगार के मौके मिलेंगे।
प्रतिष्ठित कंपनियां देंगी नौकरियां
इस शिविर में देशभर की नामी कंपनियों के प्रतिनिधि मौजूद रहेंगे, जो विभिन्न क्षेत्रों में खाली पदों के लिए उपयुक्त और कुशल उम्मीदवारों का चयन करेंगे। युवाओं को उनके कौशल और अनुभव के आधार पर रोजगार के अवसर प्रदान किए जाएंगे। शिविर में सीधी बातचीत के माध्यम से युवाओं की योग्यता का आकलन किया जाएगा और उन्हें नौकरियां दी जाएंगी।
शिविर में शामिल होने के लिए ये दस्तावेज लाना जरूरी
शिविर में भाग लेने वाले युवाओं को सलाह दी गई है कि वे अपने साथ कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज जरूर लेकर आएं, जिनमें शामिल हैं
• शैक्षिक प्रमाणपत्र
• आधार कार्ड
• पासपोर्ट साइज फोटो
• अनुभव प्रमाणपत्र (यदि उपलब्ध हो)
साथ ही, उम्मीदवारों को सलाह दी गई है कि वे अपनी उपलब्धियों और कौशल को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करने की तैयारी के साथ आएं।
कौशल के आधार पर होगा चयन
शिविर में कंपनियां विभिन्न पदों के लिए योग्य उम्मीदवारों का चयन करेंगी। सहायक निदेशक वनफूल जाट ने कहा कि यह शिविर युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उनके करियर को नई दिशा देने के लिए विभाग का एक बड़ा प्रयास है। रोजगार मेले का उद्देश्य केवल युवाओं को नौकरी देना नहीं है, बल्कि स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर औद्योगिक दक्षता को भी बढ़ावा देना है।
18 दिसंबर को आयोजित यह रोजगार सहायता शिविर राजस्थान के युवाओं के लिए एक सुनहरा मौका है। यह पहल न केवल रोजगार के अवसर प्रदान करेगी, बल्कि युवाओं के कौशल को पहचानकर उन्हें सशक्त बनाने में भी अहम भूमिका निभाएगी। जो युवा नौकरी की तलाश में हैं, उनके लिए यह शिविर एक नई शुरुआत साबित हो सकता है।