IAS Success Story: बिना कोचिंग के सेल्फ स्टडी से UPSC परीक्षा को पास करने वाली बनीं IAS अधिकारी, जानें सरजना यादव ने कैसे हासिल की सफलता?

IAS Success Story: बिना कोचिंग के सेल्फ स्टडी से UPSC परीक्षा को पास करने वाली बनीं IAS अधिकारी, जानें सरजना यादव ने कैसे हासिल की सफलता?
Last Updated: 2 घंटा पहले

संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक मानी जाती है। हर साल लाखों उम्मीदवार इस परीक्षा में शामिल होते हैं, लेकिन उनमें से केवल एक प्रतिशत ही सफलता हासिल कर पाते हैं। इस परीक्षा की तैयारी के लिए ज्यादातर लोग कोचिंग क्लासेस का सहारा लेते हैं और लाखों रुपये खर्च करते हैं। लेकिन क्या यह सच में जरूरी है? क्या बिना कोचिंग के भी इस परीक्षा में सफलता पाई जा सकती है? इस सवाल का जवाब एक आईएएस अधिकारी की सफलता की कहानी में छिपा है, जो बिना किसी कोचिंग के केवल अपनी मेहनत और सेल्फ स्टडी से इस परीक्षा को पास कर चुकी हैं।

आज हम आपको बताएंगे एक ऐसी आईएएस अधिकारी के बारे में जिन्होंने बिना कोचिंग के UPSC परीक्षा को पास किया। उनकी सफलता की यह प्रेरणादायक कहानी लाखों उम्मीदवारों के लिए एक उदाहरण बन सकती है। हम बात कर रहे हैं सरजना यादव की, जिन्होंने सेल्फ स्टडी से यूपीएससी की परीक्षा में सफलता पाई और देश भर में एक नई मिसाल पेश की।

सरजना यादव की शुरुआती यात्रा

सरजना यादव ने अपनी पढ़ाई दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन करके शुरू की। इसके बाद उन्होंने ट्राई में रिसर्च ऑफिसर के रूप में काम करना शुरू किया। अपनी फुल टाइम जॉब के साथ सरजना ने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी की, लेकिन पहले दो प्रयासों में वह सफल नहीं हो पाई। लेकिन हार मानने वाली नहीं थीं सरजना। उन्होंने अपनी गलतियों से सीखा और उन्हें सुधारते हुए अपनी तैयारी को और बेहतर किया।

नौकरी छोड़कर फुल टाइम UPSC की तैयारी

सरजना ने अपनी तीसरी कोशिश के लिए कड़ा फैसला लिया। 2018 में उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ दी ताकि वह पूरी तरह से यूपीएससी की तैयारी में अपना समय और ऊर्जा लगा सकें। उनका यह फैसला सही साबित हुआ और साल 2019 में उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा में ऑल इंडिया 126वीं रैंक हासिल की। यह किसी भी उम्मीदवार के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जाती है, खासकर जब वह बिना कोचिंग के यह सफलता हासिल करता हैं।

कोचिंग या सेल्फ स्टडीक्या बेहतर है?

सरजना यादव की सफलता के बाद एक सवाल सामने आता हैक्या UPSC की तैयारी के लिए कोचिंग जरूरी है? सरजना का मानना है कि यह पूरी तरह से उम्मीदवार की व्यक्तिगत पसंद और उसकी तैयारी की रणनीति पर निर्भर करता है। अगर किसी उम्मीदवार के पास सही अध्ययन सामग्री है और वह अपनी तैयारी के लिए सही दिशा में काम कर रहा है, तो कोचिंग की जरूरत नहीं है। वह मानती हैं कि अगर कोई व्यक्ति अपनी पढ़ाई में अनुशासित है, तो वह सेल्फ स्टडी से भी सफलता प्राप्त कर सकता हैं।

सरजना ने कहा, "अगर आपको लगता है कि आप क्लास के माहौल में बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं, तो कोचिंग सही विकल्प हो सकता है। लेकिन अगर आप खुद को एक सही दिशा में मेहनत करने के लिए तैयार हैं, तो सेल्फ स्टडी सबसे प्रभावी तरीका है।"

तैयारी की रणनीति और किताबों का चयन

यूपीएससी की तैयारी में किताबों का चयन और उनका सही तरीके से अध्ययन करना बहुत जरूरी है। सरजना यादव का मानना है कि ज्यादा किताबें पढ़ने से कोई फायदा नहीं होता। इसके बजाय, उम्मीदवार को सीमित किताबों को बार-बार पढ़ना चाहिए। उनका कहना है, "एक या दो किताबें अच्छे से पढ़ें, बार-बार उनका अध्ययन करें और उन पर पूरा ध्यान दें।"

उन्होंने यह भी बताया कि गूगल पर विषयों की जानकारी और ट्यूटोरियल्स आसानी से मिल जाते हैं, जिससे छात्र किसी भी विषय में होने वाली संदेहों को जल्दी सुलझा सकते हैं। यही नहीं, सरजना के अनुसार इंटरनेट पर उपलब्ध वीडियो और संसाधन भी इस परीक्षा की तैयारी को और बेहतर बना सकते हैं।

आत्मविश्वास और संघर्ष की शक्ति

सरजना यादव की सफलता का सबसे बड़ा संदेश यह है कि यदि कोई व्यक्ति अपने लक्ष्य के प्रति ईमानदार और कड़ी मेहनत करता है, तो उसे सफलता जरूर मिलती है। उन्होंने अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा, "जो व्यक्ति अपनी तैयारी में पूरी तरह से विश्वास रखता है और जो अपने लक्ष्य के प्रति समर्पित रहता है, वह किसी भी मुश्किल को पार कर सकता है।"

सरजना की यह कहानी उन सभी छात्रों के लिए प्रेरणा है जो किसी कारणवश सफलता हासिल नहीं कर पाए हैं। उनका मानना है कि गलतियों से सीखना और अपनी रणनीति में बदलाव लाना सफलता की कुंजी हैं।

UPSC की परीक्षा केवल एक ज्ञान की परीक्षा नहीं है, बल्कि यह धैर्य, संघर्ष और रणनीति की परीक्षा भी है। सरजना यादव की सफलता की कहानी यह साबित करती है कि अगर मेहनत और समर्पण हो, तो किसी भी परीक्षा में सफलता मिल सकती है। इस कहानी को पढ़ने के बाद हर उम्मीदवार को विश्वास होगा कि वे भी अपनी मेहनत से इस कठिन परीक्षा को पास कर सकते हैं।

सरजना की तरह, यदि आप भी अपनी तैयारी को सही दिशा में लेकर चलेंगे और लगातार मेहनत करेंगे, तो एक दिन आप भी UPSC परीक्षा में सफल हो सकते हैं।

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