Average Minimum Balance Charges: स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने एवरेज मंथली बैलेंस पर लगने वाले चार्ज को खत्म कर दिया है, जो कि साल 2020 से लागू था। अब सेविंग्स अकाउंट में मिनिमम बैलेंस की शर्त पूरी नहीं करने पर भी किसी तरह का शुल्क नहीं लिया जाएगा।
बैंकिंग सेवाओं का उपयोग करने वाले करोड़ों लोगों के लिए राहत भरी खबर है। अब अगर आपके सेविंग्स अकाउंट में न्यूनतम बैलेंस नहीं भी रहता है, तब भी आपको किसी तरह का जुर्माना नहीं देना होगा। देश के छह बड़े सरकारी बैंकों ने एवरेज मंथली बैलेंस (Average Monthly Balance) चार्ज को पूरी तरह से खत्म करने का ऐलान किया है। इसमें भारत का सबसे बड़ा सार्वजनिक बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) भी शामिल है।
क्या होता है एवरेज मंथली बैलेंस चार्ज
बैंक अपने ग्राहकों से सेविंग्स अकाउंट में हर महीने एक निश्चित न्यूनतम राशि बनाए रखने को कहते हैं। इसे एवरेज मंथली बैलेंस यानी औसत मासिक शेष राशि कहा जाता है। यदि ग्राहक इस शर्त को पूरा नहीं कर पाते हैं तो बैंक उनके खाते से पेनाल्टी के रूप में कुछ पैसे काट लेते हैं। लेकिन अब इस नियम में बड़ा बदलाव किया गया है।
इन बैंकों ने हटाया चार्ज
1. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI)
SBI, जो कि देश का सबसे बड़ा बैंक है, उसने साल 2020 से एवरेज मिनिमम बैलेंस चार्ज वसूलना शुरू किया था। लेकिन अब बैंक ने इस चार्ज को पूरी तरह से खत्म कर दिया है। अब खाताधारक के अकाउंट में न्यूनतम राशि नहीं रहने पर भी कोई रकम नहीं काटी जाएगी।
2. बैंक ऑफ बड़ोदा (BOB)
बैंक ऑफ बड़ोदा ने 1 जुलाई 2025 से सभी स्टैंडर्ड सेविंग्स अकाउंट पर मिनिमम बैलेंस चार्ज को हटाने की घोषणा की है। हालांकि, प्रीमियम सेविंग्स अकाउंट पर अभी भी ये चार्ज लागू रहेगा। बैंक ने कहा कि यह कदम ग्राहकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।
3. केनरा बैंक
केनरा बैंक ने मई 2025 से अपने सभी सेविंग्स अकाउंट्स जैसे रेगुलर सेविंग, सैलरी अकाउंट और एनआरआई सेविंग्स पर मिनिमम बैलेंस चार्ज को खत्म कर दिया है। यह बदलाव उन ग्राहकों के लिए खास है जो अक्सर खाते में न्यूनतम बैलेंस नहीं रख पाते थे।
4. पंजाब नेशनल बैंक (PNB)
PNB ने भी अपने सभी खाताधारकों के लिए बड़ी राहत देते हुए मिनिमम एवरेज बैलेंस चार्ज को पूरी तरह से खत्म कर दिया है। बैंक के अनुसार, यह फैसला ग्राहकों की आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाए रखने के उद्देश्य से लिया गया है।
5. इंडियन बैंक
इंडियन बैंक ने 7 जुलाई 2025 से सभी तरह के सेविंग्स अकाउंट्स पर मिनिमम बैलेंस चार्ज को हटाने का ऐलान किया है। अब इस बैंक के ग्राहक बिना किसी शुल्क के अपने खातों का संचालन कर सकते हैं, चाहे उसमें कितना भी बैलेंस हो।
6. बैंक ऑफ इंडिया (BOI)
बैंक ऑफ इंडिया ने भी अपने ग्राहकों के लिए मिनिमम बैलेंस चार्ज खत्म करने की घोषणा की है। बैंक ने प्रेस रिलीज में कहा कि यह निर्णय बदलते बाजार परिवेश और ग्राहकों की वित्तीय स्थिति को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
बदलाव का मकसद क्या है
बैंकों द्वारा लिए गए इस फैसले का मुख्य उद्देश्य ग्राहकों पर अनावश्यक आर्थिक बोझ को कम करना और वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देना है। इससे छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों को विशेष रूप से फायदा मिलेगा जो न्यूनतम बैलेंस बनाए रखने में असमर्थ रहते हैं।
ग्राहकों के लिए क्या बदला
पहले जहां ग्राहकों को हर महीने 1000 से 5000 रुपये तक का एवरेज बैलेंस बनाए रखना जरूरी होता था, वहीं अब यह अनिवार्यता खत्म कर दी गई है। इससे लाखों खाताधारकों को राहत मिलेगी, खासकर उन लोगों को जो अस्थायी रूप से अकाउंट खाली छोड़ देते हैं या जिनकी आय सीमित है।
कौन से खाते रहेंगे इस फैसले से बाहर
कुछ बैंकों ने इस सुविधा को केवल स्टैंडर्ड सेविंग्स अकाउंट तक सीमित रखा है। यानी प्रीमियम या विशेष सेविंग्स स्कीम पर अभी भी न्यूनतम बैलेंस रखने की शर्त लागू रह सकती है। इसलिए ग्राहक को अपने बैंक की वेबसाइट या ब्रांच से इस बारे में स्पष्ट जानकारी लेनी चाहिए।
बैंकिंग सेक्टर में इस बदलाव का असर
विशेषज्ञों का मानना है कि यह फैसला ग्राहकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। इससे बैंकों की ब्रांड इमेज बेहतर होगी और नए ग्राहक जोड़ने में आसानी होगी। साथ ही डिजिटल बैंकिंग को भी बढ़ावा मिलेगा क्योंकि अब कम आय वर्ग के लोग भी निःसंकोच खाता खुलवा सकेंगे।