Crizac IPO Listing: बीएसई पर Crizac के शेयर 280 रुपये पर लिस्ट हुए, जो इश्यू प्राइस से 35 रुपये या करीब 14% ज्यादा है
बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच क्रिजैक लिमिटेड (Crizac Limited) के आईपीओ ने निवेशकों को जबरदस्त रिटर्न दिया है। कंपनी के शेयर बुधवार 9 जुलाई को स्टॉक मार्केट में लिस्ट हुए और रिटेल इनवेस्टर्स के लिए यह दिन फायदे का सौदा साबित हुआ। NSE पर Crizac का शेयर 281 रुपये के भाव पर लिस्ट हुआ, जो इसके इश्यू प्राइस 245 रुपये से 36 रुपये अधिक है। वहीं BSE पर यह 280 रुपये पर खुला।
इस तरह Crizac के शेयरों ने पहले ही दिन 14 से 15 फीसदी तक का रिटर्न दिया। एक लॉट पर निवेशकों को करीब 2200 रुपये तक का फायदा हुआ है।
इश्यू प्राइस और लॉट साइज की डिटेल
कंपनी ने अपने आईपीओ के लिए प्राइस बैंड 233 रुपये से 245 रुपये प्रति शेयर तय किया था। रिटेल इनवेस्टर्स को एक लॉट के लिए 61 शेयरों की बोली लगानी थी। यानी एक लॉट पर 14,945 रुपये का निवेश करना पड़ा। लिस्टिंग के समय यदि किसी निवेशक को शेयर आवंटन हुआ और उसने लिस्टिंग पर ही बेच दिए, तो उसे प्रति लॉट करीब 2200 रुपये का शुद्ध लाभ हुआ।
निवेशकों की मजबूत भागीदारी
Crizac के आईपीओ को निवेशकों से जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला। NSE के आंकड़ों के मुताबिक इस आईपीओ को कुल 59.82 गुना सब्सक्रिप्शन मिला। खासकर संस्थागत निवेशकों ने इसमें भरपूर रुचि दिखाई।
- QIB श्रेणी को 134.35 गुना सब्सक्रिप्शन मिला
- NII श्रेणी को 76.15 गुना भरा गया
- रिटेल निवेशकों का हिस्सा 10.24 गुना सब्सक्राइब हुआ
इस जबरदस्त रिस्पॉन्स ने पहले ही इशारा कर दिया था कि कंपनी की लिस्टिंग मजबूत हो सकती है।
IPO पूरी तरह से था OFS
Crizac का यह सार्वजनिक निर्गम पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (OFS) था। इसका मतलब है कि कंपनी के मौजूदा शेयरधारकों ने अपने हिस्से के कुछ शेयर बाजार में बेचे, और इससे कंपनी को सीधे तौर पर कोई पूंजी नहीं मिली। IPO के जरिए मिलने वाली राशि पूरी तरह से शेयर बेचने वाले निवेशकों को जाएगी।
कंपनी के बिजनेस की झलक
Crizac Limited शिक्षा क्षेत्र से जुड़ी एक प्रमुख कंपनी है, जो ग्लोबल लेवल पर यूनिवर्सिटी और कॉलेज कंसल्टिंग सेवाएं देती है। कंपनी विदेशी विश्वविद्यालयों के साथ भारत में छात्रों को कनेक्ट करने का कार्य करती है। इसके साथ ही Crizac एजुकेशन से जुड़ी डिजिटल टेक्नोलॉजी और इनोवेशन पर भी ध्यान देती है।
कंपनी का फोकस न सिर्फ भारत बल्कि यूके, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और कनाडा जैसे देशों में छात्रों को प्रवेश दिलाने और करियर गाइडेंस देने पर है। इस सेक्टर में लगातार बढ़ रही मांग Crizac के भविष्य के ग्रोथ को लेकर बाजार में सकारात्मक धारणा बनाती है।
इश्यू खुलने से पहले ही बना माहौल
क्रिजैक का इश्यू 2 जुलाई को खुला था और 4 जुलाई को बंद हुआ। तीन दिन की इस बोली प्रक्रिया में सभी कैटेगरी के निवेशकों ने बड़ी दिलचस्पी दिखाई। संस्थागत निवेशकों से लेकर रिटेल ट्रेडर्स तक सभी ने इस अवसर को भुनाने की कोशिश की। भारी सब्सक्रिप्शन ने यह साफ कर दिया था कि लिस्टिंग के वक्त शेयर पर तेज उछाल देखने को मिल सकता है।
कमजोर बाजार में क्रिजैक का जलवा
लिस्टिंग के दिन बाजार की शुरुआत सुस्त रही थी। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में शुरुआती कारोबार में हल्की गिरावट देखी गई थी। इसके बावजूद Crizac के शेयरों ने अच्छी शुरुआत की और निवेशकों की उम्मीदों पर खरे उतरे। यह बात निवेशकों को यह दिखाती है कि अच्छे फंडामेंटल और लोकप्रियता के आधार पर कोई भी आईपीओ कमजोर बाजार में भी बेहतर परफॉर्म कर सकता है।
कंपनी की स्थिति
हालांकि इस आईपीओ से कंपनी को कोई नई पूंजी नहीं मिली, लेकिन लिस्टिंग के साथ उसका ब्रांड वैल्यू और मार्केट एक्सपोजर जरूर बढ़ा है। कंपनी अब ज्यादा ट्रांसपेरेंसी के साथ कारोबार करेगी और अपने मौजूदा सर्विस मॉडल को और मजबूती दे सकती है।
Crizac के लिए लिस्टिंग एक मील का पत्थर है, जो आने वाले समय में निवेशकों को बेहतर कॉर्पोरेट गवर्नेंस, बिजनेस एक्सपेंशन और ग्लोबल पोजिशनिंग की उम्मीद दिलाता है।
बाजार में क्रिजैक की अहम भूमिका
शुरुआती आंकड़े और लिस्टिंग परफॉर्मेंस देखकर यह कहा जा सकता है कि Crizac का आईपीओ न सिर्फ ओवर सब्सक्राइब हुआ, बल्कि निवेशकों की उम्मीदों पर भी खरा उतरा। कंपनी के भविष्य की योजनाओं और विस्तार की दिशा में इसकी भूमिका अहम होगी।
Dalal Street पर Crizac की मजबूत एंट्री ने यह साबित कर दिया है कि अगर कंपनी का मॉडल भरोसेमंद हो और निवेशकों को संभावनाएं दिखें, तो IPO चाहे छोटा हो या बड़ा, बाजार में छाप छोड़ ही देता है।