अहमदाबाद से लंदन जा रही बोइंग 787 फ्लाइट उड़ान भरते ही दुर्घटनाग्रस्त हो गई। 241 यात्रियों की मौत हो गई, लेकिन बिजनेस क्लास की सीट 11A पर बैठा विश्वास रमेश एकमात्र जीवित यात्री के रूप में बच गया।
Ahmedabad Plane Crash: अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI171, जो एक बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान थी, 10 जून 2025 को सुबह 4:17 बजे उड़ान भरते ही दुर्घटनाग्रस्त हो गई। हादसा उस वक्त हुआ जब विमान ने टेकऑफ के 40 सेकेंड बाद ही नियंत्रण खो दिया और अहमदाबाद सिविल अस्पताल परिसर की एक बिल्डिंग से टकरा गया। इस विमान में कुल 242 यात्री सवार थे, जिनमें से 241 लोगों की मौत हो गई।
एकमात्र बचे यात्री की पहचान
हादसे में चमत्कारी रूप से बचने वाले एकमात्र यात्री का नाम विश्वास कुमार रमेश है, जो बिहार के रहने वाले हैं और अपने भाई के साथ लंदन जा रहे थे। विश्वास बिजनेस क्लास में सीट नंबर 11A पर बैठे थे। इस सीट पर बैठने की वजह से ही वे संभवतः गंभीर चोटों से बच गए। फिलहाल उन्हें अहमदाबाद सिविल अस्पताल के ट्रॉमा वार्ड में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत स्थिर बनी हुई है।
क्यों खास मानी जा रही है सीट 11A
Boeing 787-8 Dreamliner में सीट 11A आमतौर पर इकोनॉमी क्लास के पहले हिस्से में खिड़की के पास स्थित होती है। यह सीट विमान के इमरजेंसी एग्जिट दरवाजे के पास होने के कारण अतिरिक्त स्पेस और जल्दी बाहर निकलने की सुविधा देती है। माना जा रहा है कि इस विशेष लोकेशन और संरचना की वजह से ही रमेश को हादसे के तुरंत बाद सुरक्षित बाहर निकलने का मौका मिला।
हादसे की पूरी जानकारी
फ्लाइट टेकऑफ करते समय तेज गति से ऊपर उठ रही थी, लेकिन तकनीकी खराबी के कारण विमान असंतुलित हो गया। कुछ ही क्षणों में यह 2.5 किमी दूर स्थित बीजे मेडिकल और सिविल हॉस्पिटल की एक ऊंची इमारत से टकरा गया। इस इमारत में उस समय 50 से अधिक डॉक्टर मौजूद थे, जिनमें से कई घायल हो गए और कुछ की मौके पर ही मौत हो गई।
विमान में कितने यात्री थे और उनकी राष्ट्रीयता
विमान में कुल 242 यात्री सवार थे, जिनमें 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली, और 1 कनाडाई नागरिक शामिल थे। यह फ्लाइट लंदन के गैटविक एयरपोर्ट के लिए रवाना हो रही थी। एयर इंडिया की ओर से यह जानकारी दी गई कि सभी यात्रियों की पहचान की जा रही है और मृतकों के परिवारों से संपर्क किया जा रहा है।
हादसे में बचने की संभावनाएं कैसे प्रभावित होती हैं
विशेषज्ञों के अनुसार, विमान दुर्घटनाओं में सीट की लोकेशन, विमान की स्पीड, टक्कर का कोण, और एग्जिट एक्सेस जैसे कई कारक यात्रियों की सुरक्षा तय करते हैं। बिजनेस क्लास की सीटें आम तौर पर सामने की ओर होती हैं और उनकी संरचना मजबूत होती है। साथ ही, 11A जैसे दरवाजे के पास की सीटें तत्काल बाहर निकलने में सहायक होती हैं।
हादसे के बाद की प्रतिक्रिया
हादसे के तुरंत बाद NDRF, फायर ब्रिगेड, पुलिस बल, और एम्बुलेंस सेवाएं मौके पर पहुंच गईं। मलबे से शवों को बाहर निकाला गया और सिविल अस्पताल भेजा गया। केंद्रीय विमानन मंत्रालय ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं और बोइंग कंपनी से भी तकनीकी जानकारी मांगी गई है। एयर इंडिया की ओर से यात्रियों के परिवारों को सहायता राशि देने की घोषणा भी की गई है।