Columbus

अशोक गहलोत ने BJP अध्यक्ष नड्डा की विवादित टिप्पणी पर कहा, 'देश से माफी मांगे'

अशोक गहलोत ने BJP अध्यक्ष नड्डा की विवादित टिप्पणी पर कहा, 'देश से माफी मांगे'

अशोक गहलोत ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से माफी मांगने की मांग की, क्योंकि उनके प्रवक्ता ने राहुल गांधी पर ‘छाती में गोली मारने’ वाला विवादित बयान दिया। गहलोत ने इसे लोकतंत्र के खिलाफ बताया और कार्रवाई की अपील की।

जयपुर: राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से माफी की मांग करते हुए कहा है कि पार्टी को यह साबित करना चाहिए कि उसकी विचारधारा लोकतंत्र के खिलाफ नहीं है। यह प्रतिक्रिया बीजेपी प्रवक्ता पिंटू महादेव के राहुल गांधी पर लाइव डिबेट में ‘छाती में गोली मारने’ के बयान के बाद आई है। गहलोत ने नड्डा की चुप्पी को चिंताजनक बताया और कहा कि ऐसे प्रवक्ता को पार्टी से बाहर करना लोकतंत्र के प्रति विश्वास दिखाने का संकेत होगा।

बीजेपी प्रवक्ता के विवादित बयान पर हंगामा

बीजेपी प्रवक्ता पिंटू महादेव ने हाल ही में एक टीवी चैनल पर लाइव डिबेट के दौरान राहुल गांधी पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए कहा कि उन्हें ‘छाती पर गोली मारनी चाहिए’। इस बयान को गहलोत ने लोकतंत्र के खिलाफ बताया और कहा कि सत्ता में रहने वाली पार्टी के प्रवक्ता द्वारा इस तरह की भाषा का इस्तेमाल लोकतंत्र के लिए खतरे की घंटी है।

गहलोत ने कहा कि सबसे आश्चर्यजनक बात यह है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा ने अब तक इस बयान पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। उनका चुप रहना यह संदेश देता है कि पार्टी के भीतर हिंसा को लेकर कोई चिंता नहीं है। गहलोत ने यह भी कहा कि पार्टी के किसी अन्य वरिष्ठ नेता ने भी इस विवादित बयान को गलत नहीं ठहराया।

गहलोत ने नड्डा से माफी की मांग की

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि नड्डा को न केवल माफी मांगनी चाहिए बल्कि देशवासियों को यह भरोसा दिलाना चाहिए कि बीजेपी लोकतंत्र के सम्मान में विश्वास रखती है। गहलोत ने जोर देकर कहा कि अगर ऐसा नहीं होता तो स्पष्ट हो जाता है कि पार्टी की विचारधारा लोकतंत्र में विश्वास नहीं करती।

उन्होंने कहा कि देश में ऐसे बयान देना बेहद खतरनाक है। जब सत्ता में रहने वाली पार्टी का प्रवक्ता किसी राजनीतिक नेता पर हिंसा की बात कह सकता है, तो आम नागरिकों की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित होगी। गहलोत ने कहा कि यह स्थिति पूरे लोकतंत्र के लिए चिंता का विषय है।

विवादित बयान को गंभीर चेतावनी बताया

गहलोत ने अपने बयान में याद दिलाया कि पहले भी महात्मा गांधी और इंदिरा गांधी को उनकी नीतियों के कारण निशाना बनाया गया था और गोली मार दी गई थी। उन्होंने कहा कि आज राहुल गांधी पर किए गए आपत्तिजनक बयान से यह स्पष्ट होता है कि राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता अब हिंसक भाषा तक पहुंच चुकी है।

उन्होंने कहा कि सत्ता में आने के लिए हमेशा नैतिकता और चरित्र की बातें की जाती थीं, लेकिन अब उसी पार्टी के प्रवक्ता ने हिंसा की भाषा का इस्तेमाल कर यह सब भूल जाने का संकेत दिया। गहलोत ने इसे गंभीर चेतावनी बताया और कहा कि ऐसे प्रवक्ताओं को बक्शा नहीं जाना चाहिए।

Leave a comment