बीजेपी प्रवक्ता नलिन कोहली ने कांग्रेस पर दोहरी नीति का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस देशहित के खिलाफ बयानबाजी करती है और चुनाव से पहले चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठाती है, हार स्वीकार करने की रणनीति अपनाती है।
New Delhi: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के प्रवक्ता नलिन कोहली ने कांग्रेस पार्टी को लेकर कड़ी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमेशा से देशहित के मुद्दों पर दोहरे रवैये का प्रदर्शन करती रही है। उन्होंने खासतौर पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद के बयान का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस खुद अपने सांसदों की आलोचना करती है और देशहित की बात करते हुए भी विरोधाभासी रुख अपनाती है।
कांग्रेस की दोहरी नीति पर BJP का आरोप
नलिन कोहली ने रविवार, 8 जून को मीडिया से बातचीत में कहा कि कांग्रेस पार्टी ऑपरेशन सिंदूर के समर्थन में होने का दावा करती है, लेकिन वही पार्टी इस पर सवाल उठाती भी है। उन्होंने बताया कि कांग्रेस के सवाल इतने संवेदनशील हैं कि उनका असर पाकिस्तान तक पहुंचता है, जो इसका राजनीतिक फायदा उठाता है। इस तरह की दोहरी बातें देशहित के खिलाफ हैं और इससे भारत की छवि प्रभावित होती है।
उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस ने अपने ही सांसदों की आलोचना की है, जिन्होंने देश के हित में विदेश दौरे किए। इस संदर्भ में नलिन कोहली ने सलमान खुर्शीद के एक पोस्ट का उल्लेख किया, जिसमें उन्होंने जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने के फैसले को सही ठहराया था और पूछा था कि क्या देशभक्त होना इतना मुश्किल है। कोहली ने सवाल उठाया कि आखिर कांग्रेस की सोच इतनी क्यों बदल गई है।
कांग्रेस पर वित्तीय आरोप और देशहित की बात
बीजेपी प्रवक्ता ने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी कहती है कि सरकार विदेश यात्राओं पर फिजूलखर्ची करती है। लेकिन जब देशहित में संसद के सदस्य विदेश जाते हैं और भारत की नीतियों को समझाते हैं, तो इसे फिजूल खर्च क्यों कहा जाए? उन्होंने साफ किया कि यह वही कांग्रेस समझा सकती है जिसने देश के हित के मुद्दों पर विरोध किया।
कोहली ने कहा, "भारत के लिए जो भी काम किया जाता है, वह देशहित में ही होता है। अगर कांग्रेस को इसका विरोध करना है तो वह अपनी सोच पर पुनर्विचार करे।"
चुनाव प्रक्रिया पर कांग्रेस की असमंजस की प्रतिक्रिया
नलिन कोहली ने कांग्रेस और विपक्षी नेताओं के चुनाव प्रक्रिया, चुनाव आयोग और ईवीएम (Electronic Voting Machine) पर उठाए गए सवालों पर भी बात की। उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले ये नेता चुनाव व्यवस्था पर सवाल उठाते हैं लेकिन जीत के बाद कभी इस पर सवाल नहीं उठाते। उन्होंने तेलंगाना में कांग्रेस की जीत का उदाहरण देते हुए कहा कि जब कांग्रेस वहां चुनाव जीत गई तो कोई शिकायत नहीं थी।