भारत की चार प्रमुख कंपनियों ने पाकिस्तान की कुल GDP को पीछे छोड़ दिया है, जिससे देश की कॉरपोरेट ताकत और वैश्विक निवेशकों के भरोसे का स्पष्ट संकेत मिलता है। मई 2025 के आंकड़ों के अनुसार, रिलायंस इंडस्ट्रीज, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS), हिंदुस्तान यूनिलीवर (HUL) और इंफोसिस का कुल मार्केट कैप 570 अरब डॉलर से अधिक पहुंच चुका है, जबकि पाकिस्तान की GDP लगभग 340 अरब डॉलर आंकी गई है।
भारत की कंपनियों की वैश्विक सफलता
भारत का कॉरपोरेट सेक्टर लगातार नई ऊंचाइयों को छू रहा है। मजबूत आर्थिक नीतियों, वैश्विक बाजारों में विस्तार और निवेशकों के बढ़ते विश्वास ने भारतीय कंपनियों को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाया है। वहीं, पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था कई चुनौतियों जैसे राजनीतिक अस्थिरता, बढ़ता विदेशी कर्ज और सीमित औद्योगिक आधार से जूझ रही है।
भारत की प्रमुख कंपनियां जिनका मार्केट कैप पाकिस्तान की GDP से अधिक
1. रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (Reliance Industries Ltd)
रिलायंस इंडस्ट्रीज भारत की सबसे बड़ी निजी कंपनी है, जिसका मार्केट कैप मई 2025 में लगभग 245 अरब डॉलर के पार पहुंच चुका है। ऊर्जा, पेट्रोकेमिकल्स, रिटेल और डिजिटल सेवाओं जैसे विविध क्षेत्रों में सक्रिय इस कंपनी का वैश्विक निवेशकों पर भी गहरा प्रभाव है। फेसबुक, गूगल और सिल्वर लेक जैसे बड़े निवेशक रिलायंस में हिस्सेदारी ले चुके हैं, जिससे इसकी अंतरराष्ट्रीय साख और मजबूत हुई है।
2. टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS)
TCS, भारत की प्रमुख IT सेवा प्रदाता कंपनी है, जिसका मार्केट कैप करीब 170 अरब डॉलर है। 45 से अधिक देशों में मौजूदगी के साथ, TCS अमेरिका और यूरोप जैसे प्रमुख बाजारों में अपनी सेवाएं दे रही है। कंपनी की सफलता का आधार उसकी मजबूत क्लाइंट रिलेशनशिप, विश्वसनीय डिलीवरी और उच्च गुणवत्ता की सेवाएं हैं।
3. हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (HUL)
FMCG सेक्टर की अग्रणी कंपनी HUL का मार्केट कैप लगभग 80 अरब डॉलर है। यह भारत के उपभोक्ताओं के लिए रोजमर्रा के उत्पाद बनाती है और देश के सबसे बड़े ब्रांड्स में शामिल है। HUL की मजबूती इसके व्यापक वितरण नेटवर्क और उपभोक्ता-केंद्रित नवाचारों में निहित है।
4. इंफोसिस लिमिटेड (Infosys Ltd)
इंफोसिस, भारत की दूसरी सबसे बड़ी IT कंपनी है, जिसका मार्केट कैप लगभग 75 अरब डॉलर तक पहुंच चुका है। कंपनी डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन, क्लाउड कंप्यूटिंग और AI सेवाओं में अग्रणी है और इसके क्लाइंट बेस में दुनिया की कई प्रमुख कंपनियां शामिल हैं। इंफोसिस की सेवाएं अमेरिका, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया और एशिया के बाजारों तक फैली हुई हैं।
आर्थिक संकेत और क्षेत्रीय अंतर
भारत की इन चार दिग्गज कंपनियों का कुल मार्केट कैप 570 अरब डॉलर के पार है, जो पाकिस्तान की अनुमानित 340 अरब डॉलर की GDP से लगभग डेढ़ गुना अधिक है। यह तुलना केवल आर्थिक आकार का नहीं, बल्कि क्षेत्रीय प्रतिस्पर्धा और आर्थिक स्वास्थ्य का भी प्रतीक है।
भारत की कंपनियां नवाचार, प्रबंधन कौशल और वैश्विक दृष्टिकोण के बल पर लगातार मजबूत होती जा रही हैं। दूसरी ओर, पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था राजनीतिक अस्थिरता, उच्च विदेशी ऋण और सीमित औद्योगिक उत्पादन जैसे मुद्दों से जूझ रही है, जो इसके विकास को सीमित कर रहे हैं।