सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों के चेहरे खिल उठते हैं। अब भोपाल जिले में एक और निर्णय उनकी खुशी का कारण बन सकता है। कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने 1 अक्टूबर को स्थानीय अवकाश (लोकल हॉली-डे) घोषित करने का प्रस्ताव सरकार को भेजा है।
भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के सरकारी कर्मचारियों के लिए एक अच्छी खबर है। जिले में कार्यरत 30,000 से अधिक अधिकारी और कर्मचारी 1 अक्टूबर को महानवमी के अवसर पर स्थानीय अवकाश (Local Holiday) का लाभ उठा सकते हैं। भोपाल कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने इस अवकाश का प्रस्ताव बनाकर राज्य सरकार को भेज दिया है। सरकार की मंजूरी मिलने पर इस दिन भोपाल जिले के सभी सरकारी दफ्तर बंद रहेंगे। हालांकि, केंद्रीय सरकारी दफ्तर और कार्यालय सामान्य रूप से खुले रहेंगे।
प्रस्ताव क्यों भेजा गया?
दरअसल, भोपाल में 27 अगस्त को गणेश चतुर्थी के अवसर पर स्थानीय अवकाश प्रस्तावित था। लेकिन इस दिन राज्य सरकार ने पूरे प्रदेश के लिए सामान्य अवकाश घोषित कर दिया था। ऐसे में भोपाल जिले के हिस्से का एक स्थानीय अवकाश "बच गया"। इसी कारण कलेक्टर ने 1 अक्टूबर को महानवमी के दिन स्थानीय अवकाश घोषित करने का प्रस्ताव भेजा है।
भोपाल जिले में स्थानीय अवकाश की व्यवस्था
गौरतलब है कि भोपाल जिले में हर साल चार स्थानीय अवकाश तय होते हैं। वर्ष 2024 में अब तक निम्न अवकाश घोषित किए गए हैं:
- मकर संक्रांति – 14 जनवरी
- रंगपंचमी – 19 मार्च
- गणेश चतुर्थी – 27 अगस्त
- भोपाल गैस त्रासदी बरसी दिवस – 3 दिसंबर (केवल भोपाल शहर के लिए)
अब कलेक्टर द्वारा भेजे गए प्रस्ताव के अनुसार, 27 अगस्त के स्थान पर महानवमी (1 अक्टूबर, बुधवार) को स्थानीय अवकाश घोषित किया जा सकता है। अगर सरकार इस प्रस्ताव को मंजूरी देती है तो 1 अक्टूबर को भोपाल के सभी राज्य सरकारी कार्यालय बंद रहेंगे। रजिस्ट्रार ऑफिस बंद रहेंगे, जिससे संपत्तियों की रजिस्ट्री उस दिन संभव नहीं होगी।
आईएसबीटी और अन्य प्रमुख सरकारी दफ्तर भी अवकाश के कारण बंद रहेंगे। सामान्य जनता को प्रशासनिक कार्यों के लिए अगले कार्य दिवस तक इंतजार करना होगा। हालांकि, इस अवकाश का लाभ केंद्रीय कर्मचारियों को नहीं मिलेगा। रेलवे, डाक विभाग और अन्य केंद्रीय कार्यालय सामान्य रूप से कार्यरत रहेंगे।
सरकारी कर्मचारियों के लिए छुट्टियां हमेशा राहत और खुशी का कारण होती हैं। भोपाल में अगर यह प्रस्ताव स्वीकृत हो जाता है, तो 30,000 से अधिक अधिकारी और कर्मचारी परिवार व सामाजिक आयोजनों में भाग लेने का अवसर पा सकेंगे। चूंकि महानवमी का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व भी है, इसलिए यह अवकाश प्रशासनिक दृष्टि से भी उपयुक्त माना जा रहा है।