बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सीट बंटवारे को लेकर महागठबंधन में सियासी रणनीति और मंथन जारी है। इस बीच विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख मुकेश सहनी ने अपनी मांगों पर मजबूती से रुख अपनाया है।
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के मद्देनजर सीट बंटवारे और सहयोगी दलों के बीच तालमेल को लेकर महागठबंधन में सियासी हलचल तेज हो गई है। इस बीच विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख मुकेश सहनी ने अपनी पार्टी की मांग को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने साफ कहा कि उनकी पार्टी 30 से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ेगी और उन्हें डिप्टी सीएम का पद भी चाहिए।
मुकेश सहनी ने कहा, “हमारे गठबंधन में कोई एक पार्टी मालिक नहीं है। कोई किसी पर हुक्म नहीं चला सकता। नए सहयोगी आ रहे हैं, तो सभी को समझौता करना होगा। हमारी पार्टी 30 से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ेगी, इससे कम पर हमें समझौता नहीं करना है। हम सरकार बनाना चाहते हैं और गठबंधन में बराबरी के आधार पर सभी को अवसर मिलना चाहिए।”
सीटों पर अड़े मुकेश सहनी
मुकेश सहनी ने यह भी स्पष्ट किया कि वीआईपी ने 6 राउंड की बैठकों के बाद यह निर्णय लिया है कि पार्टी 30 सीटों से कम पर चुनाव नहीं लड़ेगी। उन्होंने कहा कि पहले 60 सीटों पर चुनाव लड़ने का विचार था, लेकिन इससे गठबंधन के अन्य दलों में असहजता पैदा हो सकती थी। इसलिए वीआईपी ने संतुलित निर्णय लेते हुए 30 सीटों पर चुनाव लड़ने का निर्णय किया।
सहनी ने यह भी कहा कि पार्टी अच्छे नंबर पर सीटों पर चुनाव लड़ेगी और किसी भी स्थिति में किसी भी संख्या पर समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने जोर देकर कहा, कोई पार्टी बड़ी या छोटी नहीं है। हम सहयोगी दलों की मदद करेंगे, लेकिन किसी पर जबरदस्ती दबाव नहीं डाला जाएगा। कांग्रेस और तेजस्वी जी को यह सब स्वेच्छा से करना होगा।
डिप्टी सीएम का पद भी मांगा
मुकेश सहनी ने महागठबंधन में अपनी पार्टी के डिप्टी सीएम पद की मांग को भी दोहराया। उन्होंने कहा कि यह मांग गठबंधन में वीआईपी की भूमिका और योगदान को मान्यता देने के लिए महत्वपूर्ण है। सहनी ने यह भी साफ किया कि पिछली बार गठबंधन में वीआईपी को नजरअंदाज किया गया था, लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा।
उन्होंने कहा, पिछली बार गलती हुई थी कि वीआईपी को इग्नोर किया गया। इस बार ना हम गलती करेंगे और ना अन्य दल करेंगे। हमें किसी से सीटों का ऑफर लेने की जरूरत नहीं है। हम तय सीटों पर चुनाव लड़ेंगे और अपने अधिकार के लिए अड़े रहेंगे।