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बिहार चुनाव से पहले जेल से बाहर आएंगे बाहुबली नेता अनंत सिंह, पटना हाई कोर्ट से मिली जमानत

बिहार चुनाव से पहले जेल से बाहर आएंगे बाहुबली नेता अनंत सिंह, पटना हाई कोर्ट से मिली जमानत

बिहार चुनाव से पहले बड़ी राजनीतिक हलचल – बिहार के चर्चित बाहुबली नेता और पूर्व विधायक अनंत सिंह को जेल से राहत मिल गई है। पटना हाई कोर्ट ने मंगलवार को उन्हें जमानत दे दी है।

पटना: बिहार की राजनीति में एक बार फिर बड़ा मोड़ आया है। राज्य के चर्चित बाहुबली नेता और पूर्व विधायक अनंत सिंह को पटना हाई कोर्ट से जमानत मिल गई है। यह जमानत उन्हें सोनू-मोनू फायरिंग केस में मिली है। अब माना जा रहा है कि बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले अनंत सिंह जेल से बाहर आ सकते हैं, जिससे राज्य की सियासत में नई हलचल देखने को मिल सकती है।

क्या है मामला?

यह पूरा मामला पंचमहला थाना कांड संख्या 5/2025 से जुड़ा है, जिसमें अनंत सिंह पर सोनू और मोनू गैंग से जुड़े लोगों के साथ फायरिंग करने का आरोप है। सोनू की मां ने इस मामले में अनंत सिंह के खिलाफ FIR दर्ज कराई थी, जिसके बाद अनंत सिंह को जेल भेज दिया गया था। हालांकि, अनंत सिंह ने भी प्रतिआरोप लगाते हुए उसी गैंग के खिलाफ एक केस दर्ज कराया था।

निचली अदालत ने पहले अनंत सिंह की जमानत याचिका को खारिज कर दिया था, लेकिन अब पटना हाई कोर्ट ने उनकी याचिका को स्वीकार करते हुए उन्हें जमानत देने का आदेश दिया है। यह आदेश आज मंगलवार को आया और अब बेल ऑर्डर की कॉपी जेल प्रशासन को सौंपे जाने के बाद अनंत सिंह की रिहाई तय मानी जा रही है।

फायरिंग के समय क्या हुआ था?

अनंत सिंह ने सरेंडर करते समय दावा किया था कि वे गांव में एक परिवार को घर से जबरन निकाले जाने और ताला लगाए जाने की शिकायत मिलने पर हस्तक्षेप करने गए थे। तभी, वहां मौजूद सोनू-मोनू गैंग के लोगों ने उन पर फायरिंग शुरू कर दी। इस घटना का एक वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें गोलियों की आवाजें और गांव की सड़क पर अफरा-तफरी का माहौल साफ नजर आया था।

अनंत सिंह को जमानत मिलने की खबर जैसे ही फैली, मोकामा, उनका गढ़ माने जाने वाला क्षेत्र, जश्न में डूब गया। उनके समर्थक ढोल-नगाड़ों के साथ सड़कों पर उतर आए, मिठाइयाँ बांटी गईं और नारेबाजी भी देखने को मिली। समर्थकों का कहना है कि यह "सच्चाई की जीत" है और अब अनंत सिंह की राजनीति में वापसी की उम्मीदें फिर से जगी हैं।

बिहार चुनाव से पहले बदलेगी सियासी तस्वीर?

बिहार में विधानसभा चुनावों की तैयारियां जोरों पर हैं और ऐसे में अनंत सिंह जैसे कद्दावर नेता का जेल से बाहर आना, कई राजनीतिक समीकरणों को बदल सकता है। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि अनंत सिंह किस दल के साथ खड़े होंगे या स्वतंत्र रूप से राजनीति में सक्रिय होंगे। लेकिन यह तय है कि उनकी मौजूदगी से चुनावी रण में गर्मी और बढ़ेगी।

अनंत सिंह लंबे समय तक मोकामा से विधायक रहे हैं और एक समय में उन्हें "छोटे सरकार" के नाम से जाना जाता था। हालांकि कानूनी मामलों में उलझने के कारण उन्होंने हाल के वर्षों में राजनीतिक गतिविधियों से दूरी बना ली थी। लेकिन अब, जब जमानत के बाद वे रिहा होंगे, क्या वे फिर से राजनीति में सक्रिय होंगे? यह सवाल हर किसी के मन में है।

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