राजस्थान के चूरू जिले में राजगढ़ नगर पालिका पार्षद महेंद्र दिनोदिया को फर्जी दस्तावेज और जाली मुख्तारनामा बनाकर जमीन हड़पने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। पुलिस रिमांड पर पूछताछ कर रही है।
चूरू: राजस्थान के चूरू जिले में राजगढ़ नगर पालिका के पार्षद महेंद्र दिनोदिया को फर्जी दस्तावेज और जाली मुख्तारनामा तैयार कर भू-माफियाओं के साथ मिलकर धोखाधड़ी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने आरोपी को रिमांड पर लिया और उसकी पूछताछ जारी रखी है। इस मामले ने स्थानीय प्रशासन और जनता में भारी चर्चा का विषय बना लिया है।
पुलिस ने बताया कि यह मामला तब सामने आया जब राजेश कुमार नामक व्यक्ति ने शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में कहा गया कि राजगढ़ कस्बे में 3600 गज की एक जमीन है, जिसका पट्टा चंदूराम मोतीरामाणी के नाम है। आरोप है कि महेंद्र दिनोदिया ने भू-माफियाओं के साथ मिलकर जाली दस्तावेज तैयार किए और जमीन पर कब्जा करने की कोशिश की।
जमीन का पट्टा पाने के लिए झूठा बयान
शिकायत में यह बताया गया कि संगीता, बनवारीलाल, मंगतूराम और राधेश्याम नामक आरोपियों ने मिलकर 6 जनवरी 2016 को जाली बयाना तैयार किया। इस बयाने का उपयोग करके वे जमीन का पट्टा बनवाने की कोशिश कर रहे थे। जब राजेश कुमार को इस धोखाधड़ी का पता चला, तो उन्होंने 6 अक्टूबर 2023 को नगर पालिका में आपत्ति दर्ज कराई।
पुलिस की जांच में सामने आया कि आरोपियों ने राजेश कुमार को धमकाने की भी कोशिश की। उनका उद्देश्य था कि किसी भी हालत में जाली बयाने के आधार पर जमीन का पट्टा बनवाया जाए। यह स्पष्ट संकेत है कि अपराध योजना पूर्वनिर्धारित थी और इसमें पार्षद महेंद्र दिनोदिया की भूमिका मुख्य थी।
महेंद्र दिनोदिया ने दस्तावेजों की पुष्टि की
जांच में यह सामने आया कि संगीता के कुर्सीनामे (वंशज प्रमाण पत्र) को तत्कालीन वार्ड पार्षद तीर्थराज ने सत्यापित किया था। तीर्थराज ने बताया कि उन्होंने यह दस्तावेज महेंद्र दिनोदिया के कहने पर प्रमाणित किया। महेंद्र ने न केवल दस्तावेज पर अपनी मोहर और हस्ताक्षर से पुष्टि की, बल्कि उसकी फोटोकॉपी भी दी।
इसके अलावा, महेंद्र दिनोदिया ने मनोज नामक आरोपी के साथ मिलकर जाली दस्तावेजों के जरिए राजेश से 11 लाख रुपये की धोखाधड़ी की। पुलिस के अनुसार, महेंद्र दिनोदिया इस पूरे षड्यंत्र का मुख्य साजिशकर्ता था और उसने जाली दस्तावेज तैयार करने, सत्यापन करवाने और धन हड़पने में सक्रिय भूमिका निभाई।
पुलिस कार्रवाई और पूछताछ
राजगढ़ पुलिस थाना टीम ने पार्षद महेंद्र दिनोदिया (59) को वार्ड नंबर 18, राजगढ़ से गिरफ्तार किया। पुलिस ने आरोपी महेंद्र के पास से मनोज द्वारा तैयार किया गया मूल घोषणा-पत्र भी जब्त किया है। यह घोषणा-पत्र जाली मुख्तारनामा रद्द कराने के लिए बनाया गया था।
पुलिस ने बताया कि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक किशोरीलाल और सहायक पुलिस अधीक्षक अभिजीत पाटिल के नेतृत्व में कार्रवाई की गई। महेंद्र दिनोदिया के खिलाफ संपत्ति से जुड़े अपराध और भू-माफियाओं से जुड़े अन्य आरोपों की जांच भी चल रही है। फिलहाल, आरोपी के रिमांड पर पूछताछ जारी है और पुलिस इस पूरे मामले में अन्य संदिग्धों की भी तलाश कर रही है।
जनता ने धोखाधड़ी पर चिंता जताई
इस घटना के बाद राजगढ़ नगर पालिका और स्थानीय प्रशासन की छवि पर सवाल उठ रहे हैं। लोगों का कहना है कि जनता के चुने हुए प्रतिनिधि द्वारा इस तरह की धोखाधड़ी करना चिंता का विषय है।
अधिकारी बताते हैं कि मामले की गहन जांच चल रही है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि भू-माफियाओं और फर्जी दस्तावेजों के मामलों में अब कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी और सभी दोषियों को न्याय के दायरे में लाया जाएगा।