दिल्ली पुलिस ने वसंत कुंज में एक बड़ा नशा गिरोह पकड़ा, तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया और 1 करोड़ रुपये मूल्य की मेथामफेटामाइन व एमडीएमए बरामद की। कार्रवाई से शहर में ड्रग्स की सप्लाई पर रोक लगाने में मदद मिलेगी।
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की एंटी नार्कोटिक्स सेल ने राजधानी में एक बड़े नशा तस्करी नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है। इस कार्रवाई में तीन तस्करों—तजिंदरपाल सिंह, विक्रम सिंह भदोरिया और कुंदन सिंह बिष्ट—को गिरफ्तार किया गया। इनके कब्जे से लगभग 1 करोड़ रुपये मूल्य की मेथामफेटामाइन और एमडीएमए टैबलेट्स बरामद हुई हैं। पुलिस का कहना है कि यह गिरोह दिल्ली और आसपास के राज्यों में नशे की आपूर्ति करता था।
वसंत कुंज में नशा तस्करी पर पुलिस कार्रवाई
पुलिस को 2 सितंबर को वसंत कुंज के गांव मोसूदपुर से नशे की खेप आने की खुफिया जानकारी मिली। तुरंत कार्रवाई करते हुए एंटी नार्कोटिक्स सेल ने छापा मारा। इस छापेमारी में तजिंदरपाल सिंह उर्फ हैप्पी और विक्रम सिंह भदोरिया को 24 मेथामफेटामाइन टैबलेट्स के साथ गिरफ्तार किया गया।
पुलिस ने इसके बाद लगातार जांच और छापेमारी की। 4 सितंबर को कुंदन सिंह बिष्ट उर्फ के.डी. को भी गिरफ्तार किया गया। उसके कब्जे से बड़ी मात्रा में मेथामफेटामाइन और एमडीएमए बरामद हुए। यह कार्रवाई राजधानी में नशा तस्करी के खिलाफ पुलिस की कड़ी चेतावनी के रूप में देखी जा रही है।
आरोपियों की प्रोफाइल
तजिंदरपाल सिंह पंजाब के अमृतसर के निवासी हैं और पहले मलेशिया में नाविक के रूप में काम कर चुके थे। महामारी के बाद भारत लौटने पर उन्होंने नशे की तस्करी का नेटवर्क फिर से सक्रिय किया। विक्रम सिंह भदोरिया मध्य प्रदेश के ग्वालियर के निवासी हैं और दिल्ली में कैब ड्राइवर के रूप में कार्यरत थे।
कुंदन सिंह बिष्ट उत्तराखंड के देहरादून के रहने वाले हैं और होटल मैनेजमेंट में डिप्लोमा धारक हैं। कोविड महामारी के समय नौकरी खोने के बाद वे नशा तस्करी में शामिल हुए। पुलिस का कहना है कि इस गिरोह में शामिल लोग विभिन्न पृष्ठभूमि और पेशों से आते हैं, जिससे उनका नेटवर्क और प्रभावशाली बनता है।
दिल्ली पुलिस कर रही आरोपियों से पूछताछ
दिल्ली पुलिस अब आरोपियों से विस्तृत पूछताछ कर रही है ताकि उनके नेटवर्क में और कितने लोग शामिल हैं, इसका पता लगाया जा सके। साथ ही पुलिस नशे की सप्लाई चैन की तह तक जाने की कोशिश कर रही है। यह कार्रवाई राजधानी में नशा तस्करी रोकने और आम जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने के प्रयासों का हिस्सा है।
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि यह गिरोह सिर्फ दिल्ली ही नहीं, बल्कि आसपास के राज्यों में भी नशा सप्लाई करता था। अब पुलिस ने अन्य संभावित ठिकानों पर निगरानी बढ़ा दी है और जल्द ही बड़े पैमाने पर और कार्रवाई की संभावना जताई है।