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दुनिया के 26 देशों में छाया भारतीय रुपया, ईरान से लेकर जापान तक दिखा दबदबा

भारतीय मुद्रा की मजबूती एक बार फिर चर्चा में है, खासकर पाकिस्तान के मुकाबले इसकी तुलना की जाए तो फर्क और भी स्पष्ट हो जाता है।

नई दिल्ली: एक तरफ अंतरराष्ट्रीय बाजार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये की स्थिति को लेकर चिंता बनी रहती है, तो वहीं दूसरी तरफ दुनिया के कई देशों में भारतीय मुद्रा का बोलबाला देखने को मिल रहा है। भारतीय रुपये ने एशिया, अफ्रीका और लैटिन अमेरिका के कई देशों में न केवल अपनी मजबूती दिखाई है, बल्कि उन देशों की करेंसी के मुकाबले शानदार प्रदर्शन भी किया है।

वर्तमान में दुनिया के करीब 26 ऐसे देश हैं जहां भारतीय रुपया इनकी घरेलू करेंसी के मुकाबले बेहद मजबूत स्थिति में है। इसमें पाकिस्तान, ईरान, जापान, वियतनाम, इंडोनेशिया, लेबनान और नाइजीरिया जैसे देश शामिल हैं।

ईरान में भारतीय रुपये की सबसे बड़ी ताकत

सबसे पहले बात करते हैं ईरान की, जहां भारत के साथ व्यापारिक संबंध लंबे समय से बने हुए हैं। यहां एक भारतीय रुपया करीब 487.46 ईरानी रियाल के बराबर है। यह आंकड़ा न केवल भारतीय रुपये की ताकत को दिखाता है, बल्कि ईरान की आर्थिक स्थिति की गंभीरता को भी दर्शाता है। अमेरिका के प्रतिबंधों के चलते ईरान की मुद्रा सालों से दबाव में है और इस स्थिति का लाभ भारतीय रुपये को मिला है।

लेबनान और वियतनाम में भी रुपये का वर्चस्व

लेबनान की आर्थिक स्थिति बीते कुछ वर्षों में लगातार गिरती रही है। यहां की मुद्रा 'लेबनानी पाउंड' भारतीय रुपये के सामने बेहद कमजोर हो चुकी है। एक भारतीय रुपया इस समय करीब 1036.07 लेबनानी पाउंड के बराबर है।

वहीं वियतनाम में एक रुपया 301.97 वियतनामी डोंग के बराबर है। वियतनाम भले ही एशिया का उभरता हुआ बाजार माना जाता हो, लेकिन रुपये के मुकाबले वहां की मुद्रा कमजोर बनी हुई है।

इंडोनेशिया और अन्य एशियाई देशों में भी रुपये का बोलबाला

इंडोनेशिया में एक भारतीय रुपया 188.03 इंडोनेशियाई रुपिया के बराबर है। यह बताता है कि दक्षिण एशिया और दक्षिण-पूर्व एशिया में भी भारतीय मुद्रा का दबदबा बढ़ा है।

इसके अतिरिक्त परागुए, कोलंबिया, चिली, इराक, अर्जेंटीना और नाइजीरिया जैसे देशों की करेंसी भी भारतीय रुपये के मुकाबले पीछे हैं।

उदाहरण के लिए

  • परागुए: 1 रुपया = 92.30 गुआरानी
  • कोलंबिया: 1 रुपया = 47.41 पेसो
  • नाइजीरिया: 1 रुपया = 17.89 नायरा
  • दक्षिण कोरिया: 1 रुपया = 15.90 वोन
  • इराक: 1 रुपया = 15.15 दिनार
  • अर्जेंटीना: 1 रुपया = 13.45 पेसो
  • चिली: 1 रुपया = 10.89 पेसो

पाकिस्तान, बांग्लादेश और नेपाल में भी रुपये की पकड़

भारतीय उपमहाद्वीप के संदर्भ में बात करें तो पाकिस्तान, बांग्लादेश और नेपाल की करेंसी के मुकाबले भारतीय रुपया काफी मजबूत है।

  • पाकिस्तान: 1 रुपया = 3.27 पाकिस्तानी रुपये
  • बांग्लादेश: 1 रुपया = 1.41 टका
  • नेपाल: 1 रुपया = 1.60 नेपाली रुपये

हालांकि पाकिस्तान के मुकाबले बांग्लादेश की मुद्रा थोड़ी मजबूत है, लेकिन दोनों ही देशों में रुपये की कीमत कहीं अधिक है।

जापान में भी रुपये की स्थिति बेहतर

एशिया की बड़ी अर्थव्यवस्था जापान की मुद्रा येन, दुनिया में एक प्रतिष्ठित करेंसी मानी जाती है। इसके बावजूद, यहां भी भारतीय रुपये की अच्छी स्थिति देखी जा सकती है। वर्तमान में एक रुपया जापान में 1.67 येन के बराबर है।

जापानी येन की वैल्यू कम दिखाई देने का कारण उसकी बेसिक यूनिट है, जो अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भी 100 के आसपास घूमती है। इसलिए इसे रुपये के मुकाबले एकदम से कमजोर मानना उचित नहीं होगा, फिर भी इसका संकेत यही देता है कि भारतीय करेंसी कई वैश्विक मुद्राओं के मुकाबले मजबूती दिखा रही है।

विशेषज्ञों की राय

मिराए एसेट शेयरखान के रिसर्च एनालिस्ट अनुज चौधरी के अनुसार, फिलहाल वैश्विक बाजारों में जोखिम की भावना हावी है, जिसका असर भारतीय रुपये पर भी पड़ा है। इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव और कच्चे तेल की कीमतों में उछाल ने रुपये पर थोड़ा दबाव जरूर बनाया है।

हालांकि वह यह भी मानते हैं कि यह गिरावट अस्थायी है और जैसे ही पश्चिम एशिया में हालात सामान्य होंगे, रुपया फिर से स्थिर स्थिति में आ जाएगा।

क्या है रुपये की ताकत का कारण

  • स्थिर अर्थव्यवस्था :  भारत की अर्थव्यवस्था वैश्विक मंदी के बावजूद एक मजबूत गति से आगे बढ़ रही है।
  • विदेशी निवेश : भारत में विदेशी निवेशकों की भागीदारी लगातार बढ़ रही है, जिससे रुपये को मजबूती मिलती है।
  • मजबूत बैंकिंग सिस्टम :  भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की नीतियां और नियंत्रण प्रणाली रुपये को स्थिर बनाए रखने में अहम भूमिका निभाती हैं।
  • डिजिटल ट्रांजैक्शन : भारत में डिजिटल लेनदेन की बढ़ती प्रवृत्ति ने अर्थव्यवस्था को औपचारिक बनाने में योगदान दिया है।

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