गाजीपुर की जहूराबाद विधानसभा सीट पर सियासी हलचल, सोशल मीडिया पर दावा कि सपा नूरिया अंसारी को ओम प्रकाश राजभर के खिलाफ चुनावी मैदान में उतार सकती है। हालांकि वरिष्ठ पत्रकार इसे जल्दबाजी या अफवाह मानते हैं।
गाजीपुर: उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जनपद की जहूराबाद सीट पर सपा और सुभासपा के बीच संभावित टकराव की चर्चा तेज हो गई है। सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि समाजवादी पार्टी नूरिया अंसारी को ओम प्रकाश राजभर के खिलाफ चुनाव लड़ाने का फैसला कर सकती है। नूरिया अंसारी अफजाल अंसारी की बेटी और पेशे से बाल मनोवैज्ञानिक हैं। वरिष्ठ पत्रकार मनीष कुमार सिंह का मानना है कि यह जल्दबाजी या अफवाह अधिक है, क्योंकि अफजाल ने अब तक ओपी राजभर के खिलाफ कोई खुला विरोध नहीं किया।
जहूराबाद सीट पर राजनीतिक हलचल
गाजीपुर जिले की जहूराबाद विधानसभा सीट पिछले कुछ समय से राजनीतिक नजरों में है। सोशल मीडिया पर वायरल हुए पोस्ट्स के अनुसार, सपा ने 2027 के विधानसभा चुनाव के लिए नूरिया का टिकट लगभग तय कर दिया है।
वरिष्ठ पत्रकार मनीष कुमार सिंह का कहना है कि अफवाह को ज्यादा बल मिल रहा है। उन्होंने कहा कि अफजाल अंसारी ने कभी भी खुलकर ओपी राजभर का विरोध नहीं किया। हालांकि राजनीति में मित्र और विरोधी स्थायी नहीं होते, इसलिए सपा नेतृत्व के निर्णय के आधार पर अफजाल अपनी बेटी को चुनावी मैदान में उतार सकते हैं।
अब्बास अंसारी को सपा-सुभासपा गठबंधन से मऊ सदर सीट का टिकट
मुख्तार अंसारी के बड़े बेटे अब्बास अंसारी को सपा-सुभासपा गठबंधन के तहत मऊ सदर सीट से टिकट मिला और वर्तमान में वह विधायक हैं। परिवार की यह राजनीतिक रणनीति दर्शाती है कि अंसारी परिवार अपने राजनीतिक भविष्य को संतानों के माध्यम से आगे बढ़ाना चाहता है।
लोकसभा चुनाव 2024 में अपने ऊपर चल रहे कानूनी मामलों को देखते हुए, अफजाल अंसारी ने अपनी बेटियों को राजनीतिक वारिस घोषित किया था। इसी कड़ी में नुसरत अंसारी ने लोकसभा चुनाव में नामांकन किया था।
जामिया मिलिया इस्लामिया से शिक्षा प्राप्त
नूरिया अंसारी पेशे से बाल मनोवैज्ञानिक (Child Psychologist) हैं। उन्होंने दिल्ली की जामिया मिलिया इस्लामिया से अपनी पढ़ाई पूरी की है। नूरिया का पेशेवर अनुभव और सामाजिक दृष्टिकोण उन्हें राजनीतिक क्षेत्र में नया चेहरा बनाने में मदद कर सकता है।
सपा द्वारा उन्हें जहूराबाद से टिकट मिलने की अटकलें राजनीतिक रणनीति और मतदाताओं के बीच एक नई हलचल पैदा कर रही हैं।
नूरिया अंसारी जहूराबाद में चुनाव लड़ सकती हैं
यदि नूरिया अंसारी चुनाव लड़ती हैं, तो यह ओम प्रकाश राजभर के लिए चुनौतीपूर्ण मुकाबला साबित हो सकता है। सपा और सुभासपा के बीच गठबंधन की स्थितियों को देखते हुए, यह सीट राजनीतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस सीट पर किसी भी उम्मीदवार की जीत या हार, जिले में राजनीतिक समीकरणों को प्रभावित कर सकती है। इसके अलावा, नूरिया का चुनाव लड़ना युवाओं और महिलाओं के लिए भी राजनीतिक प्रेरणा का स्रोत बन सकता है।