गुजरात के गांधीनगर में नवरात्रि गरबा आयोजन के दौरान उपद्रव करने वालों के खिलाफ प्रशासन ने बुलडोजर कार्रवाई शुरू की। बहियाल गांव में 186 अवैध निर्माणों को ध्वस्त किया जाएगा, जिसमें हिंसक तत्वों से जुड़े अधिकांश निर्माण शामिल हैं।
गांधीनगर: देहगाम तालुका के बहियाल गांव में 24 सितंबर को नवरात्रि के दौरान गरबा कार्यक्रम में हुए उपद्रव के बाद जिला प्रशासन ने सख्त कदम उठाया है। प्रशासन ने उपद्रवी तत्वों के अवैध कब्जों को हटाने के लिए बुलडोजर कार्रवाई शुरू कर दी है। कुल 186 अवैध निर्माणों की पहचान कर उन्हें हटाने का आदेश जारी किया गया है।
अधिकारियों के अनुसार, 150 में से 70 प्रतिशत से अधिक निर्माणों में हिंसा फैलाने वाले तत्वों की संलिप्तता पाई गई है। इस कार्रवाई का उद्देश्य गांव में कानून और व्यवस्था बनाए रखना और सड़क के राइट ऑफ वे (RoW) को पूरी तरह से साफ करना है।
अतिक्रमण हटाने के लिए डेमोलिशन ड्राइव शुरू
आज (गुरुवार, 9 अक्टूबर) सुबह से ही बहियाल गांव में बुलडोजर से ध्वस्तीकरण का काम जारी है। जिला प्रशासन ने अवैध निर्माणों के मालिकों को दो-दिन का नोटिस दिया था, लेकिन उनकी चेतावनी के बावजूद अतिक्रमण हटाने के लिए बुलडोजर का सहारा लिया गया।
डिप्टी इंजीनियर अक्षय पटेल ने बताया कि यहां R&B राज्य की सड़क पर 135 अतिक्रमण हैं, जिनमें स्थायी और अस्थायी दोनों प्रकार शामिल हैं। 18 मीटर के RoW को पूरी तरह साफ किया जाएगा, ताकि सड़क पर किसी भी तरह का अतिक्रमण नहीं रहे।
अवैध निर्माण में हिंसक तत्वों की पहचान
प्रशासन ने जिन 186 अवैध निर्माणों की पहचान की है, उनमें से 70 प्रतिशत से अधिक में 24 सितंबर की गरबा हिंसा में शामिल होने वाले तत्वों के होने का पता चला। यह आंकड़ा दिखाता है कि उपद्रव करने वाले कई लोग अवैध रूप से संपत्ति पर कब्जा किए हुए थे।
इस कार्रवाई के जरिए प्रशासन यह संदेश देना चाहता है कि कानून के उल्लंघन और हिंसा करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। इसके अलावा, स्थानीय निवासियों की सुरक्षा और सार्वजनिक संपत्ति की रक्षा सुनिश्चित करने के लिए यह कदम जरूरी था।
डेमोलिशन ड्राइव में सुरक्षा के कड़े इंतजाम
इस डेमोलिशन ड्राइव में 300 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। गांधीनगर के एसपी समेत अन्य अधिकारी भी现场 मौजूद हैं। पुलिस और प्रशासन ने मिलकर कार्रवाई को सुरक्षित और प्रभावी बनाने के लिए हर कदम उठाया है।
एसपी ने बताया कि 24 सितंबर की रात को नवरात्रि गरबा कार्यक्रम के दौरान उपद्रव की कोशिश की गई थी। अब प्रशासन सुनिश्चित कर रहा है कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों और गांव में कानून और व्यवस्था पूरी तरह से कायम रहे।