कनाडा में कपिल शर्मा के कैफे पर फायरिंग के बाद खालिस्तानी आतंकी पन्नू ने उन्हें धमकी दी। पन्नू ने आरोप लगाया कि कपिल हिन्दुत्व एजेंडा फैला रहे हैं। भारत सरकार पहले ही पन्नू को आतंकवादी घोषित कर चुकी है और उसके खिलाफ 104 केस दर्ज हैं।
Kapil Sharma: कनाडा में बसे भारतीय कॉमेडियन कपिल शर्मा एक बार फिर सुर्खियों में हैं, लेकिन इस बार वजह उनका हास्य नहीं, बल्कि गंभीर सुरक्षा खतरा है। ब्रिटिश कोलंबिया के सरे शहर में उनके नए खुले कैफे Kap's Cafe पर अज्ञात हमलावरों द्वारा की गई फायरिंग के बाद देश और विदेश दोनों जगह हलचल मच गई है। अब इस पूरे घटनाक्रम में नया मोड़ तब आया, जब प्रतिबंधित खालिस्तानी संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के मुखिया गुरपतवंत सिंह पन्नू ने कपिल शर्मा को खुली धमकी दी और उन पर 'हिन्दुत्व एजेंडा' फैलाने का आरोप लगाया।
फायरिंग से डरे नहीं कपिल, लेकिन जांच तेज
कपिल शर्मा ने 4 जुलाई 2025 को सरे में Kap's Cafe की शुरुआत की थी। लेकिन 10 जुलाई की रात को कुछ अज्ञात हमलावरों ने उनके कैफे पर गोलियां चलाईं। हालांकि किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, लेकिन हमले की गंभीरता ने कनाडा की स्थानीय पुलिस और भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट कर दिया है। कनाडा पुलिस ने CCTV फुटेज और प्रत्यक्षदर्शियों की मदद से जांच शुरू की है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, इस हमले की जिम्मेदारी हरजीत सिंह लाडी और तूफान सिंह नामक दो लोगों ने ली है, जिनके तार बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) से जुड़े हैं। BKI एक प्रतिबंधित आतंकी संगठन है, जिसे कनाडा की सरकार भी आतंकवादी संगठन मान चुकी है।
पन्नू की वीडियो धमकी: 'हिन्दुत्व फैलाना बंद करो!'
इस हमले के बाद गुरपतवंत सिंह पन्नू ने एक वीडियो जारी कर कपिल शर्मा को खुलेआम धमकाया। उसने कहा: 'कनाडा तुम्हारा खेल का मैदान नहीं है। अपनी खून-पसीने की कमाई लेकर वापस भारत चले जाओ। क्या तुम्हारा कैफे कॉमेडी का अड्डा है या हिन्दुत्व फैलाने की साजिश?'
इस बयान से साफ है कि पन्नू कपिल शर्मा की लोकप्रियता और उनके बिज़नेस को खालिस्तानी मानसिकता की नज़रों से देख रहा है। वह कपिल के कैफे को महज एक व्यावसायिक स्थान नहीं, बल्कि 'हिन्दुत्व प्रचार केंद्र' बताने की कोशिश कर रहा है।
भारत सरकार की नजर पन्नू पर
गौरतलब है कि पन्नू को भारत सरकार ने 2019 में 'व्यक्तिगत आतंकवादी' घोषित किया था। उसका संगठन SFJ भारत में प्रतिबंधित है और Unlawful Activities Prevention Act (UAPA) के तहत बैन किया गया है। भारत में पन्नू के खिलाफ कुल 104 मामले दर्ज हैं, जिनमें से अधिकांश की जांच NIA और राज्यों की पुलिस एजेंसियां कर रही हैं। NIA के मुताबिक, SFJ और पन्नू का उद्देश्य भारत में अशांति फैलाना, युवाओं को गुमराह कर कट्टरपंथी विचारधारा की ओर ले जाना और पंजाब समेत कई राज्यों में अलगाववादी गतिविधियों को हवा देना है।
क्या कपिल शर्मा बने राजनीतिक साजिश का निशाना?
कपिल शर्मा एक ऐसे कलाकार हैं जिन्होंने कॉमेडी के माध्यम से करोड़ों दिलों को जीता है। उनका राजनीति से कोई सीधा संबंध नहीं रहा है। ऐसे में सवाल उठता है – क्या खालिस्तानी संगठन अब भारतीय मूल के किसी भी लोकप्रिय व्यक्ति को निशाना बनाकर अपनी घृणित सोच को बढ़ावा देना चाहते हैं? कैफे खोलने पर इस तरह की हिंसा और धमकियां कहीं न कहीं यह बताती हैं कि खालिस्तानी संगठनों की गतिविधियां अब सिर्फ पंजाब या भारत तक सीमित नहीं रहीं, बल्कि वैश्विक मंच पर भी भारत के नागरिकों और उनके व्यापार को प्रभावित करने की कोशिशें जारी हैं।