लातेहार जिले के कोटाम साल्वे गांव में मनरेगा योजना में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। नाबालिग छात्र के नाम पर फर्जी जॉब कार्ड बनाकर 38,598 रुपये की अवैध निकासी की गई, जिस पर कार्रवाई की मांग उठी है।
लातेहार: झारखंड के लातेहार जिले में मनरेगा योजना में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। गारू प्रखंड के कोटाम साल्वे गांव में 12 वर्षीय छात्र के नाम पर फर्जी जॉब कार्ड बनाकर 38,598 रुपये की मजदूरी की अवैध निकासी की गई। आजसू जिलाध्यक्ष अमित पांडेय ने इसे गंभीर भ्रष्टाचार का मामला बताते हुए पंचायत सचिव और रोजगार सेवक की भूमिका पर सवाल उठाए हैं और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
आधार कार्ड के जरिए फर्जी जॉब कार्ड बनाकर निकाली गई राशि
आजसू जिलाध्यक्ष ने बताया कि 12 वर्षीय अर्श हुसैन, जो मध्य विद्यालय कोटाम में कक्षा 6 का छात्र है, उसके आधार कार्ड पर फर्जी जॉब कार्ड जारी किया गया। इसी आधार पर मनरेगा के तहत कई योजनाओं से मजदूरी की रकम निकाली गई।
फर्जीवाड़े में बैगटोली के बिरसा मुंडा आम बागवानी योजनाओं से क्रमशः 10,434 रुपये, 10,152 रुपये और 16,320 रुपये की निकासी की गई। कुल मिलाकर 38,598 रुपये नाबालिग के नाम से उठाए गए, जो कि मनरेगा अधिनियम और किशोर न्याय अधिनियम दोनों का सीधा उल्लंघन है।
आजसू ने उठाए गंभीर सवाल
आजसू जिलाध्यक्ष अमित पांडेय ने कहा कि सरकार की महत्वाकांक्षी योजना मनरेगा में इस तरह की गड़बड़ी बेहद निंदनीय है। उन्होंने पंचायत सचिव, रोजगार सेवक और बीपीओ पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए कहा कि यह भ्रष्टाचार का घिनौना चेहरा उजागर करता है।
उन्होंने मांग की कि दोषियों पर प्राथमिकी दर्ज हो, उन्हें निलंबित किया जाए और अवैध रूप से निकाली गई राशि की वसूली सुनिश्चित की जाए। पांडेय ने कहा कि यह मामला केवल एक गांव का नहीं, बल्कि पूरे सिस्टम की लापरवाही को दर्शाता है।
प्रशासन को सौंपा जाएगा ज्ञापन
आजसू पार्टी ने घोषणा की है कि इस मामले में जिला उपायुक्त, लातेहार को लिखित आवेदन सौंपा जाएगा। पार्टी ने स्पष्ट किया कि यदि प्रशासन ने शीघ्र कार्रवाई नहीं की, तो वह जनआंदोलन करने के लिए बाध्य होगी।
पांडेय ने कहा कि गरीब और जरूरतमंद मजदूरों के हक का पैसा इस तरह हड़पना सामाजिक न्याय और योजनाओं की साख पर गहरी चोट है। उन्होंने प्रशासन से निष्पक्ष जांच कर कठोर कार्रवाई की मांग की।