महाराष्ट्र में 14 अगस्त को कोंकण, गोवा, विदर्भ और मराठवाड़ा के कई जिलों में मूसलाधार बारिश का येलो अलर्ट जारी हुआ है। 30-40 किमी प्रति घंटे की हवाएं, बिजली गिरने और भूस्खलन की आशंका पर प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।
Maharashtra: भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 14 अगस्त को कोंकण, गोवा, विदर्भ और मराठवाड़ा के कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। अनुमान है कि इस दौरान 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी, साथ ही बिजली गिरने और भूस्खलन का खतरा भी रहेगा। येलो अलर्ट के तहत मुंबई, ठाणे, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, रायगढ़ समेत कई जिलों में मूसलाधार वर्षा के आसार हैं, जबकि प्रशासन ने निचले इलाकों में जलभराव और अन्य आपदाओं से निपटने के लिए तैयारी तेज कर दी है।
येलो अलर्ट से बढ़ी सतर्कता
मौसम विभाग ने इन इलाकों के लिए येलो अलर्ट जारी करते हुए नागरिकों से घरों में रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी है। विभाग का कहना है कि बारिश के दौरान 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं, जिससे पेड़ गिरने, विद्युत तार टूटने और जलभराव जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
किन जिलों में होगी भारी बारिश?
मौसम विभाग के अनुसार, आज मुंबई, ठाणे, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, रायगढ़, कोल्हापुर (घाट क्षेत्र), सातारा (घाट क्षेत्र), पुणे (घाट क्षेत्र), जालना, बीड, अकोला, बुलढाणा, गडचिरोली, लातूर, वर्धा और वाशिम जिलों में मूसलाधार बारिश के आसार हैं। इन इलाकों में बिजली गिरने और तेज हवाएं चलने की भी संभावना है।
इसके अलावा, पालघर, नाशिक, जळगांव, अहिल्यानगर (पूर्व में अहमदनगर), पुणे शहर, सोलापुर, छत्रपति संभाजीनगर (पूर्व में औरंगाबाद), परभणी, हिंगोली, नांदेड और धाराशिव (पूर्व में उस्मानाबाद) जिलों में गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
बिजली गिरने का खतरा
विदर्भ के भंडारा और गोंदिया जिलों में मौसम विभाग ने बिजली गिरने की संभावना जताई है। इन जिलों में ग्रामीण और किसान समुदाय को विशेष सतर्क रहने की सलाह दी गई है, क्योंकि खेतों में काम करते समय या खुले में रहने से बिजली गिरने का खतरा बढ़ जाता है।
बारिश का असर और प्रशासन की तैयारी
राज्य के कई हिस्सों में पहले से ही निचले इलाकों में पानी भरने की स्थिति बन रही है। मुंबई, ठाणे और रायगढ़ में नगर निगमों ने जलनिकासी की विशेष व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। आपदा प्रबंधन दल, दमकल विभाग और स्वास्थ्य सेवाओं को भी हाई अलर्ट पर रखा गया है।
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि पहाड़ी और घाट क्षेत्रों में भूस्खलन की आशंका भी बढ़ सकती है, खासकर कोल्हापुर, सातारा और पुणे के घाट क्षेत्रों में। पर्यटन स्थलों और झरनों के पास जाने से लोगों को बचने की सलाह दी गई है।
नागरिकों के लिए जरूरी सुझाव
- घर से बाहर निकलने से पहले मौसम की जानकारी लें।
- निचले इलाकों में जलभराव से बचें और सुरक्षित स्थान पर जाएं।
- बिजली गिरने की संभावना वाले समय में पेड़ों या खुले स्थानों में खड़े न रहें।
- किसी भी आपात स्थिति में प्रशासन या आपदा प्रबंधन हेल्पलाइन से संपर्क करें।
किसानों के लिए चेतावनी
तेज बारिश और हवाओं के कारण फसलों को नुकसान पहुंचने की आशंका है। कृषि विभाग ने किसानों को फसल की सुरक्षा के लिए समय पर जलनिकासी करने और मौसम के अनुसार खेत में कार्य योजना बनाने की सलाह दी है।