BCCI ने मिथुन मन्हास को नया प्रेसीडेंट नियुक्त किया है। 45 साल के मन्हास पहले अनकैप्ड खिलाड़ी हैं जिन्हें BCCI की सर्वोच्च जिम्मेदारी दी गई। वे दिल्ली के घरेलू क्रिकेट में खेल चुके हैं।
Sports News: BCCI के वार्षिक आम बैठक (AGM) के समापन के बाद मिथुन मन्हास को BCCI का नया प्रेसीडेंट नियुक्त कर दिया गया है। 45 साल के मन्हास पहले ऐसे अनकैप्ड खिलाड़ी हैं जिन्हें BCCI की सर्वोच्च जिम्मेदारी मिली है। वे दिल्ली के घरेलू क्रिकेट में लंबे समय तक खेल चुके हैं, जिसमें 157 फर्स्ट क्लास, 130 लिस्ट-ए और 91 टी20 मैच शामिल हैं। मन्हास ने IPL में भी दिल्ली कैपिटल्स, पुणे वारियर्स इंडिया और चेन्नई सुपर किंग्स का प्रतिनिधित्व किया। इस नियुक्ति से उन्हें रोजर बिन्नी की जगह मिली है।
मिथुन मन्हास का क्रिकेट करियर
मिथुन मन्हास का जन्म 12 अक्टूबर 1979 को जम्मू-कश्मीर में हुआ था। उन्होंने 1997-98 में फर्स्ट क्लास क्रिकेट में डेब्यू किया और दिल्ली का प्रतिनिधित्व किया। उनके फर्स्ट क्लास करियर की बात करें तो उन्होंने 157 मैचों में 9714 रन बनाए और औसत 45.82 का रहा। इसके साथ ही उन्होंने 27 शतक और 49 अर्धशतक भी जड़े।
लिस्ट-ए क्रिकेट में मन्हास ने 130 मैच खेलते हुए 4126 रन बनाए, जिसमें 5 शतक और 26 अर्धशतक शामिल हैं। T20 फॉर्मेट में उन्होंने 91 मैचों में 1170 रन दर्ज किए और गेंद से भी 70 विकेट चटकाए। उनका प्रदर्शन टीम इंडिया और घरेलू क्रिकेट में शानदार माना जाता रहा है।
IPL और घरेलू क्रिकेट में योगदान
IPL में मिथुन मन्हास ने दिल्ली कैपिटल्स, पुणे वॉरियर्स इंडिया और चेन्नई सुपर किंग्स का प्रतिनिधित्व किया। कुल 55 मैचों में उन्होंने 514 रन बनाए और टीमों को महत्वपूर्ण योगदान दिया। मन्हास के खेल का अंदाज आक्रामक और संतुलित दोनों रहा है।
उनका अनुभव और क्रिकेट की गहरी समझ उन्हें BCCI के प्रशासनिक कार्यों में भी सक्षम बनाएगी। मन्हास का कहना है कि उनका उद्देश्य भारतीय क्रिकेट को मजबूत बनाना और घरेलू क्रिकेट में प्रतिभाओं को अवसर देना है।
मिथुन मन्हास की BCCI अध्यक्ष नियुक्ति
मिथुन मन्हास की नियुक्ति इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि वह पहले अनकैप्ड खिलाड़ी हैं जिन्हें BCCI का अध्यक्ष चुना गया। इससे यह संदेश जाता है कि BCCI अब अनुभव, ज्ञान और क्रिकेट के प्रति समर्पण को प्राथमिकता दे रहा है, न कि केवल अंतरराष्ट्रीय करियर को।
उनकी यह भूमिका भविष्य में घरेलू क्रिकेट और युवा प्रतिभाओं के विकास को नए आयाम दे सकती है। मन्हास का प्रशासनिक दृष्टिकोण और अनुभव BCCI को और अधिक संगठित और पारदर्शी बनाने में मदद करेगा।