Columbus

WeWork India IPO: ₹3000 करोड़ जुटाने की कोशिश, जानें पूरी डिटेल

WeWork India IPO: ₹3000 करोड़ जुटाने की कोशिश, जानें पूरी डिटेल

WeWork India का ₹3,000 करोड़ का IPO 3 अक्टूबर को खुलेगा और 7 अक्टूबर को बंद होगा। इसमें केवल OFS होगा, जिसमें 4.63 करोड़ शेयर बेचे जाएंगे। शेयरों की लिस्टिंग 10 अक्टूबर को NSE और BSE पर होगी। कंपनी के पास 77 लाख वर्गफुट स्पेस है और FY25 में ₹2,024 करोड़ की आय दर्ज हुई।

WeWork India IPO: को-वर्किंग सेक्टर की कंपनी WeWork India Management Ltd अपना ₹3,000 करोड़ का IPO 3 अक्टूबर से 7 अक्टूबर तक ला रही है। इस इश्यू में नए शेयर जारी नहीं होंगे, बल्कि OFS के तहत 4.63 करोड़ शेयर बेचे जाएंगे। कंपनी की लिस्टिंग 10 अक्टूबर को NSE और BSE पर होगी। एंबेसी बिल्डकॉन और WeWork Global की हिस्सेदारी वाली यह कंपनी बेंगलुरु, मुंबई, दिल्ली-एनसीआर समेत टियर-1 शहरों में ऑपरेट करती है और FY25 में ₹2,024 करोड़ का रेवेन्यू व ₹128 करोड़ का मुनाफा कमाया।

एंकर निवेशकों के लिए बोली 1 अक्टूबर से

आईपीओ से ठीक पहले एंकर निवेशकों के लिए बोली की प्रक्रिया 1 अक्टूबर से शुरू होगी। इसके बाद आम निवेशक 3 अक्टूबर से शेयर खरीदने का मौका पा सकेंगे। यह इश्यू पूरी तरह ऑफर फॉर सेल (OFS) के तहत होगा, यानी कंपनी इसमें नए शेयर जारी नहीं करेगी। इसका मतलब है कि वीवर्क इंडिया को सीधे तौर पर इस इश्यू से फंड नहीं मिलेगा।

कौन बेचेंगे शेयर

आईपीओ के दौरान 4.63 करोड़ शेयर बाजार में बेचे जाएंगे। इसमें प्रमोटर कंपनी एंबेसी बिल्डकॉन एलएलपी और वीवर्क ग्लोबल की यूनिट 1 एरियल वे टेनेंट लिमिटेड अपने हिस्से के शेयर ऑफलोड करेंगे। फिलहाल एंबेसी ग्रुप के पास वीवर्क इंडिया में करीब 76.21 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जबकि वीवर्क ग्लोबल की हिस्सेदारी 23.45 प्रतिशत है।

यह आईपीओ बंद होने के बाद 10 अक्टूबर को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर लिस्ट होगा। अभी कंपनी ने इसका प्राइस बैंड तय नहीं किया है।

वीवर्क इंडिया की शुरुआत और विस्तार

वीवर्क इंडिया की शुरुआत साल 2017 में हुई थी। यह भारत में वीवर्क ग्लोबल के ब्रांड लाइसेंस के तहत काम करती है। कंपनी का संचालन फिलहाल देश के बड़े टियर-1 शहरों जैसे बेंगलुरु, मुंबई, पुणे, हैदराबाद, गुरुग्राम, नोएडा, दिल्ली और चेन्नई में हो रहा है।

कंपनी इस समय 77 लाख वर्ग फुट जगह का प्रबंधन करती है, जिसमें से करीब 70 लाख वर्ग फुट पहले से ही ऑपरेशनल है। वीवर्क इंडिया की कुल डेस्क क्षमता 1.03 लाख है। कंपनी में वर्तमान में 500 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं।

कंपनी में निवेश और पूंजी जुटाना

वीवर्क इंडिया को 2021 में वीवर्क ग्लोबल की ओर से 10 करोड़ डॉलर का निवेश मिला था। वहीं जनवरी 2024 में कंपनी ने राइट्स इश्यू के जरिए 500 करोड़ रुपये जुटाए थे। इस पूंजी का उपयोग कर्ज कम करने और बिजनेस विस्तार में किया गया।

वित्तीय प्रदर्शन

वित्त वर्ष 2025 में कंपनी की कुल इनकम 17 प्रतिशत बढ़कर 2024 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। वित्त वर्ष 2024 में यह 1737.16 करोड़ रुपये थी। कंपनी ने वित्त वर्ष 2025 में 128.19 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा दर्ज किया।

EBITDA यानी ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन से पहले की कमाई 1235.95 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल 1043.79 करोड़ रुपये थी। हालांकि कंपनी पर वित्त वर्ष 2025 में 310.22 करोड़ रुपये की उधारी भी दर्ज की गई।

आईपीओ का हिस्सा किसके लिए

इस इश्यू में 75 प्रतिशत हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स यानी बड़े संस्थागत निवेशकों के लिए होगा। 10 प्रतिशत हिस्सा रिटेल निवेशकों को मिलेगा और 15 प्रतिशत हिस्सा नॉन-इंस्टीट्यूशनल निवेशकों के लिए रिजर्व रहेगा।

लीड मैनेजर और रजिस्ट्रार

इस आईपीओ के लिए जेएम फाइनेंशियल को बुक रनिंग लीड मैनेजर नियुक्त किया गया है। वहीं MUFG इनटाइम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को रजिस्ट्रार बनाया गया है। कंपनी के प्रमोटर्स में जितेंद्र मोहनदास विरवानी, करन विरवानी और एंबेसी बिल्डकॉन एलएलपी शामिल हैं।

को-वर्किंग सेक्टर पर नजर

भारत में को-वर्किंग स्पेस का बाजार लगातार बढ़ रहा है। बड़े शहरों में ऑफिस स्पेस की बढ़ती मांग और फ्लेक्सिबल वर्किंग कल्चर ने इस सेक्टर को मजबूती दी है। वीवर्क इंडिया इस क्षेत्र में पहले से ही अग्रणी खिलाड़ियों में शामिल है और अब शेयर बाजार के जरिए निवेशकों को भी इसमें हिस्सा लेने का मौका मिलने जा रहा है।

Leave a comment