शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव के बावजूद कुछ इक्विटी म्यूचुअल फंड्स ने निवेशकों को लगातार बेहतरीन रिटर्न दिया है। ET की रिपोर्ट के अनुसार, मोतीलाल ओसवाल मिडकैप, क्वांट स्मॉल कैप और निप्पॉन इंडिया स्मॉल कैप जैसे फंड्स ने पिछले 5–7 वर्षों में 20% से अधिक CAGR रिटर्न दिया है। हालांकि, निवेश से पहले जोखिम और वित्तीय लक्ष्य पर ध्यान जरूरी है।
Mutual funds: शेयर बाजार की अनिश्चितताओं के बीच निवेशकों के लिए राहत की खबर आई है। ET की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, 10 इक्विटी म्यूचुअल फंड्स ने पिछले पांच और सात वर्षों में 20% से ज्यादा का वार्षिक रिटर्न (CAGR) दिया है। इनमें मोतीलाल ओसवाल मिडकैप फंड (5 साल में 32.71%), क्वांट स्मॉल कैप फंड (7 साल में 25.83%) और निप्पॉन इंडिया स्मॉल कैप फंड शामिल हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि म्यूचुअल फंड्स, प्रोफेशनल मैनेजमेंट और विविध निवेश रणनीति के कारण शेयर बाजार में सीधे निवेश की तुलना में सुरक्षित और बेहतर विकल्प साबित हो सकते हैं।
लगातार बेहतर प्रदर्शन करने वाले फंड
इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में क्वांट म्यूचुअल फंड के कई स्कीम्स का प्रदर्शन शानदार रहा है। इसके अलावा कोटक, निप्पॉन इंडिया, एसबीआई, डीएसपी, एडलवाइस, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल, इन्वेस्को, मोतीलाल ओसवाल और पीजीआईएम इंडिया जैसे बड़े फंड हाउस भी इस लिस्ट में शामिल हैं। इन सभी फंड्स ने अलग-अलग समयावधि में निवेशकों को मोटा लाभ दिया है और यही कारण है कि बाजार की अनिश्चितताओं के बावजूद ये फंड चर्चा में बने हुए हैं।
सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाले फंड
मोतीलाल ओसवाल मिडकैप फंड ने पिछले पांच सालों में लगभग 32.71 प्रतिशत का शानदार रिटर्न दिया है। वहीं, क्वांट स्मॉल कैप फंड सात साल की अवधि में सबसे आगे रहा और इसने 25.83 प्रतिशत का वार्षिक रिटर्न निवेशकों को दिया। इसके अलावा निप्पॉन इंडिया स्मॉल कैप फंड और एडलवाइस मिड कैप फंड ने भी 20 प्रतिशत से ज्यादा की औसत सालाना कमाई कराई है।
टॉप 10 फंड्स के रिटर्न का ब्योरा
हाल ही में आई रिपोर्ट में ऐसे 10 फंड्स की पहचान हुई है जिन्होंने पांच और सात साल की अवधि में जबरदस्त प्रदर्शन किया है। इन फंड्स ने साल दर साल निवेशकों को निराश नहीं किया और लगातार बाजार से बेहतर रिटर्न दिया।
- मोतीलाल ओसवाल मिडकैप फंड – 5 साल का CAGR 32.71 प्रतिशत और 7 साल का CAGR 22.50 प्रतिशत।
- क्वांट स्मॉल कैप फंड – 5 साल का CAGR 33.96 प्रतिशत और 7 साल का CAGR 25.83 प्रतिशत।
- निप्पॉन इंडिया स्मॉल कैप फंड – 5 साल का CAGR 32.20 प्रतिशत और 7 साल का CAGR 22.85 प्रतिशत।
- एडलवाइस मिड कैप फंड – 5 साल का CAGR 29.06 प्रतिशत और 7 साल का CAGR 21.27 प्रतिशत।
- एचडीएफसी मिड कैप फंड – 5 साल का CAGR 29.19 प्रतिशत और 7 साल का CAGR 20.42 प्रतिशत।
- एसबीआई कॉन्ट्रा फंड – 5 साल का CAGR 29.46 प्रतिशत और 7 साल का CAGR 20.29 प्रतिशत।
- आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल स्मॉल कैप फंड – 5 साल का CAGR 27.95 प्रतिशत और 7 साल का CAGR 21.10 प्रतिशत।
- डीएसपी स्मॉल कैप फंड – 5 साल का CAGR 27.08 प्रतिशत और 7 साल का CAGR 20.45 प्रतिशत।
- कोटक मिडकैप फंड – 5 साल का CAGR 27.35 प्रतिशत और 7 साल का CAGR 20.88 प्रतिशत।
- कोटक स्मॉल कैप फंड – 5 साल का CAGR 26.74 प्रतिशत और 7 साल का CAGR 20.73 प्रतिशत।
क्यों बने ये फंड खास
इन फंड्स की सबसे बड़ी खासियत यह रही कि इन्होंने उतार-चढ़ाव भरे शेयर बाजार में भी अपनी पकड़ बनाए रखी। छोटे और मझोले शेयरों में सही समय पर निवेश करने से इन फंड्स को फायदा मिला और निवेशकों को भी इसका सीधा लाभ मिला। इसके अलावा, कई फंड्स ने अपने पोर्टफोलियो में लगातार बदलाव करके बाजार की चुनौतियों से तालमेल बैठाया।
निवेशकों की बढ़ती दिलचस्पी
आज के समय में लोग सीधे शेयर बाजार में पैसा लगाने से हिचकिचाते हैं क्योंकि इसमें जोखिम ज्यादा होता है। ऐसे में म्यूचुअल फंड एक आसान और सुरक्षित विकल्प बनते जा रहे हैं। फंड मैनेजर बाजार का बारीकी से अध्ययन करके सही कंपनियों में निवेश करते हैं। यही कारण है कि इन टॉप फंड्स ने लंबी अवधि में शानदार प्रदर्शन दिखाया और निवेशकों की कमाई बढ़ाई।
इक्विटी फंड्स का रुझान
विशेषज्ञों का मानना है कि भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है और इसी वजह से इक्विटी फंड्स में निवेश का रुझान भी लगातार बढ़ रहा है। मिडकैप और स्मॉल कैप कंपनियों में विकास की संभावनाएं ज्यादा हैं और यही वजह है कि इनसे जुड़े फंड्स ने जबरदस्त रिटर्न दिया है। आने वाले समय में भी निवेशकों की दिलचस्पी इन फंड्स की तरफ बनी रह सकती है।