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PDA पाठशाला पर सियासी संग्राम: बीजेपी नेता भूपेंद्र चौधरी ने साधा निशाना, कहा- 'बच्चों के भविष्य से हो रहा खिलवाड़'

PDA पाठशाला पर सियासी संग्राम: बीजेपी नेता भूपेंद्र चौधरी ने साधा निशाना, कहा- 'बच्चों के भविष्य से हो रहा खिलवाड़'

उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी द्वारा शुरू की गई 'पीडीए पाठशाला' को लेकर राजनीति गर्मा गई है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने सपा पर सीधा हमला करते हुए आरोप लगाया कि पार्टी अपने राजनीतिक फायदे के लिए बच्चों की शिक्षा और भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। उन्होंने कहा कि इन पाठशालाओं में बच्चों को महापुरुषों की जगह सपा नेताओं के नाम सिखाए जा रहे हैं, जैसे 'ए फॉर अखिलेश' और 'डी फॉर डिंपल'। यह साफ तौर पर परिवारवाद को बढ़ावा देने की कोशिश है।

भूपेंद्र चौधरी ने आरोप लगाया कि जब समाजवादी पार्टी सत्ता में थी, तब भी उसने शिक्षा व्यवस्था को कमजोर किया था, और अब वही रवैया फिर से दोहराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यदि सपा को बच्चों की भलाई की चिंता होती, तो वो अब्दुल कलाम जैसे महान व्यक्तित्वों की शिक्षा को बढ़ावा देती, न कि अपने नेताओं की छवि गढ़ने में लगी रहती।

परिवारवाद को लेकर आरोप-प्रत्यारोप

बीजेपी नेता ने कहा कि सपा की पूरी राजनीति परिवारवाद के इर्द-गिर्द घूमती है और यही मानसिकता अब 'पीडीए पाठशाला' के जरिए बच्चों पर थोपी जा रही है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी अपनी राजनीति के दायरे को परिवार से आगे नहीं ले जा पा रही है, जबकि शिक्षा जैसी संवेदनशील चीज को भी वो राजनीतिक रंग दे रही है।

पीडीए पाठशालाओं पर बढ़ा विवाद

गौरतलब है कि यूपी सरकार ने हाल ही में उन सरकारी स्कूलों का मर्जर शुरू किया है, जहां छात्रों की संख्या बेहद कम है। इसी फैसले का विरोध करते हुए समाजवादी पार्टी ने 'पीडीए पाठशाला' की शुरुआत की है, जो उन्हीं स्कूलों के पास चलाई जा रही हैं। इन पाठशालाओं में सपा नेता बच्चों को यूनिफॉर्म में बुलाकर पढ़ा रहे हैं।

हालांकि इस पहल को लेकर विवाद भी खड़ा हो गया है। भदोही और कानपुर में सपा नेताओं पर 'पीडीए पाठशाला' संचालित करने को लेकर केस दर्ज किए जा चुके हैं। सरकार का कहना है कि बच्चों की पढ़ाई को राजनीतिक प्रचार का माध्यम नहीं बनने दिया जाएगा।

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