पीलीभीत के आनंदपुर गांव में समोसा लाने को लेकर पति-पत्नी का विवाद बढ़ा और पत्नी ने मायके वालों से पति शिवम पर हमला करवाया। घटना के बाद घायल को अस्पताल में भर्ती कराया गया और पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की।
आनंदपुर: उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले के आनंदपुर गांव में एक अजीबोगरीब लेकिन गंभीर घटना हुई। समोसा लेने को लेकर पति-पत्नी के बीच बहस इतनी बढ़ गई कि पंचायत बुलानी पड़ी। आरोप है कि पत्नी संगीता ने मायके वालों की मदद से अपने पति शिवम पर हमला करवाया। इस हिंसक घटना में शिवम गंभीर रूप से घायल हो गए, जबकि ससुराल के कुछ अन्य लोग भी चोटिल हुए।
सोशल मीडिया पर घटना का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ तुरंत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
समोसा न लाने पर बढ़ा विवाद
मामला सेहरापुर उत्तर थाना क्षेत्र के आनंदपुर गांव का है। शिवम अपनी पत्नी संगीता के साथ रहते हैं। 30 अगस्त को संगीता ने पति से समोसे लाने के लिए कहा, लेकिन शिवम नहीं लाए। इससे दोनों में कहासुनी शुरू हो गई।
संगीता नाराज हो गई और अगले दिन उसने अपने मायके वालों को बुला लिया। बहस और बढ़ी और 31 अगस्त को गांव के पूर्व प्रधान की मौजूदगी में पंचायत बुलाई गई।
पंचायत में ससुराल और मायके वालों के बीच झड़प
पंचायत के दौरान ससुराल और मायके वालों के बीच बहस शुरू हुई। अचानक संगीता के मायके वालों ने शिवम पर हमला कर दिया। शिवम को जमीन पर गिराकर लात-घूंसों से पीटा गया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया।
शिवम की मां विजय कुमारी ने बताया कि बेटे को बेरहमी से पीटा गया और कुछ ससुराल वाले भी इस झगड़े में घायल हो गए। पंचायत में मौजूद ग्रामीणों ने बीच-बचाव की कोशिश की, लेकिन वीडियो बन जाने से घटना सोशल मीडिया पर वायरल हो गई, जिसके बाद पुलिस हरकत में आई।
घायलों को अस्पताल में भर्ती किया गया
घायलों को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें आवश्यक देखभाल दी गई। घायल शिवम और ससुराल के अन्य लोग फिलहाल सुरक्षित बताए जा रहे हैं।
पीलीभीत के पूरनपुर सीओ प्रतीक दहिया ने बताया कि विजय कुमारी की लिखित शिकायत के आधार पर चारों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस आरोपियों की पहचान कर उन्हें हिरासत में लेने की तैयारी कर रही है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
घटना के वीडियो के वायरल होने के बाद प्रशासन और पुलिस की सक्रियता बढ़ गई। वीडियो में स्पष्ट दिख रहा है कि पंचायत में झगड़ा किस हद तक बढ़ा।
छोटे झगड़ों को पंचायत या सार्वजनिक स्थान पर ले जाना गलत है। ऐसे मामलों में बातचीत और समझौते के माध्यम से हल निकालना चाहिए, न कि हिंसा का रास्ता अपनाना। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि झगड़े की स्थिति में तुरंत पुलिस को सूचित करें और सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल करने से पहले सावधानी बरतें।