विवादों से घिरी फिल्म 'उदयपुर फाइल्स' आज, शुक्रवार 8 अगस्त को सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है। सूचना और प्रसारण मंत्रालय से मंजूरी मिलने के बाद फिल्म को स्क्रीनिंग की अनुमति मिल गई है, वहीं दिल्ली हाईकोर्ट ने भी इस पर रोक लगाने से इनकार कर दिया।
Udaipur Files: विवादों और कानूनी लड़ाईयों के बीच आखिरकार बहुचर्चित फिल्म "उदयपुर फाइल्स: कन्हैयालाल टेलर मर्डर" 8 अगस्त को सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। यह फिल्म राजस्थान के उदयपुर में हुए कन्हैयालाल हत्या कांड पर आधारित है और शुरू से ही सुर्खियों में रही है। फिल्म में अहम किरदार निभाने वाली अभिनेत्री प्रीति झंगियानी का कहना है कि यह फिल्म सच्चाई पर आधारित है और किसी को भी सच बोलने से डरना नहीं चाहिए।
विवादों के बीच मिली हरी झंडी
फिल्म के रिलीज से पहले इसके खिलाफ कानूनी चुनौती दी गई थी। कन्हैयालाल हत्याकांड के एक आरोपी मोहम्मद जावेद ने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने की मांग की थी। हालांकि, कोर्ट ने बुधवार को यह याचिका खारिज करते हुए फिल्म पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया।
इसके अलावा सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने भी फिल्म को रिलीज की अनुमति दे दी। इस तरह सभी कानूनी बाधाओं को पार करने के बाद फिल्म दर्शकों तक पहुंच सकी। फिल्म के मेकर्स ने रिलीज से एक दिन पहले, गुरुवार रात, "उदयपुर फाइल्स" की स्पेशल स्क्रीनिंग रखी। इस मौके पर फिल्म के कलाकार विजय राज, प्रीति झंगियानी, कमलेश सावंत और मुश्ताक खान मौजूद रहे। स्क्रीनिंग में मीडिया से बातचीत करते हुए प्रीति झंगियानी ने अपने विचार साझा किए।
प्रीति झंगियानी का बयान
प्रीति झंगियानी ने कहा,
'यह फिल्म एक सच्ची घटना पर आधारित है। किसी को भी सच बोलने से डरना नहीं चाहिए। मेरा मानना है कि इस फिल्म में सच्चाई दिखाई गई है। इसमें इंसानी स्वभाव और हकीकत को दर्शाया गया है, इसलिए मुझे नहीं लगता कि किसी को कोई आपत्ति होनी चाहिए। फिल्म देखें और फिर राय बनाएं।'
उनके मुताबिक, इस फिल्म का मकसद केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि समाज को जागरूक करना है।
कन्हैयालाल हत्याकांड – एक दर्दनाक घटना
यह फिल्म साल 2022 में हुए उस दिल दहला देने वाले मामले पर आधारित है, जिसने पूरे देश को झकझोर दिया था। राजस्थान के उदयपुर में टेलर कन्हैयालाल ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा की थी, जिसके बाद दो लोगों ने उनकी दुकान में घुसकर बेरहमी से हत्या कर दी। इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसने देशभर में आक्रोश फैला दिया। फिल्म इस केस की पृष्ठभूमि, घटनाक्रम और इसके सामाजिक-राजनीतिक असर को पर्दे पर दिखाने की कोशिश करती है।
निर्देशन और कलाकारों की टीम
"उदयपुर फाइल्स" का निर्देशन भरत एस. श्रीनाते ने किया है। फिल्म में अनुभवी कलाकारों की एक मजबूत टीम है –
- विजय राज – अपने सशक्त अभिनय के लिए मशहूर
- प्रीति झंगियानी – जो लंबे समय बाद एक गंभीर विषय वाली फिल्म में नजर आ रही हैं
- कमलेश सावंत – जिनकी तीव्र परफॉर्मेंस हमेशा यादगार रहती है
- मुश्ताक खान – अनुभवी चरित्र अभिनेता
निर्देशक का कहना है कि फिल्म का उद्देश्य लोगों को इस घटना की सच्चाई और इससे जुड़े तथ्यों से अवगत कराना है।
क्यों है यह फिल्म खास?
यह केवल एक क्राइम थ्रिलर नहीं, बल्कि सामाजिक संदेश देने वाली फिल्म है। फिल्म संवेदनशील मुद्दे पर बनी है, जिसमें तथ्यों और इंसानी भावनाओं दोनों को दिखाने की कोशिश की गई है। कलाकारों ने अपनी भूमिकाओं में पूरी गंभीरता और ईमानदारी से काम किया है। फिल्म की रिलीज आसान नहीं थी। विषय की संवेदनशीलता के कारण कई बार इसकी स्क्रीनिंग पर सवाल उठाए गए।
विरोधियों का कहना था कि फिल्म से माहौल बिगड़ सकता है, जबकि मेकर्स का दावा था कि यह केवल सच्ची घटनाओं पर आधारित है और इसका मकसद किसी समुदाय को आहत करना नहीं है। दिल्ली हाईकोर्ट का फैसला और मंत्रालय की मंजूरी फिल्म के मेकर्स के लिए बड़ी राहत लेकर आई।